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Biotechnology क्या है? Colleges, Research Center


जब आप बाजार जाते हो तो देखते हो कि बिना Season के हर तरह की सब्जी मिल जाती है जिससे हर कोई चौंक जाता है लेकिन यह कोई चौंकने वाली चीज नहीं है, बल्कि ये सब विज्ञान और टैक्नोलॉजी के द्वारा होता है।


विज्ञान और तकनीक इस चीज को आसान बनाने की लगातार कोशिश कर रही है। यह चीज है Bio Technology। बायो टैक्नोलॉजी ने हमारी जिन्दगी को काफी आसान बनाया है।


Biotechnology in Hindi


भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में  कई लेख एवं समाचार पत्रों  के माध्यम से biotechnology articles for students  जानकारी को बड़े पैमाने पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। यदि आप विद्यार्थी हैं  यह किसी कोर्स के लिए biotechnology articles for students जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।


वैसे सुनने में यह लगता है कि Biotechnology कोई नया शब्द है लेकिन यह काफी पुरानी तकनीक है।

आज इस क्षेत्र में करियर के भी अवसर बहुत ज्यादा हैं। इसलिये आज हम Biotechnology से संबंधित जानकारी उपलब्ध करायेंगे।

Biotechnology क्या है? - Biotechnology in Hindi


Biotechnology को Biotech के नाम से भी जाना जाता है। बायोटेक्नोलॉजी विज्ञान की वह शाखा है जो Biology + Technology शामिल होती है, इसमें Living Organism और उनके उत्पाद का प्रयोग करके नये और बेहतर Product बनाये जाते हैं ताकि पौधे और जानवरों के वजन को बढ़ाया जाये।


यानी Biotechnology एक ऐसी शाखा है जो हमारी लाइफ को बेहतर बनाने के लिये नये और बेहतर उत्पाद बनाती है जैसे पौधों की नई किस्में तैयार करना जिनके द्वारा अच्छी खेती की जा सके और बेहतर फल उपलब्ध हो सके या फिर जानवरों के बेहतर उत्पाद को तैयार करना।


Biotechnology जीव विज्ञान, जैव उत्पादन, जीवन विज्ञान व तकनीक आदि के द्वारा इसका प्रयोग किया जाता है तथा इसके मकसद है जीवित चीजों के Modification, Editing व उपयोग का उपयोग करके उन्हें मानव समस्याओं का समाधान देना।


Biotechnology जीवित चीजों के लिये विभिन्न् तरीकों का अध्ययन करती है व बायोटेक्नोलॉजी में Biology, जेनेटिक्स, रसायन विज्ञान और उपयोगिता विज्ञान आदि शाखाएं शामिल होती हैं।


Biotechnology के द्वारा हम कई कार्य कर सकते हैं जैसे- नई दवाओं को बनाने में सहायता करना, नई किस्म के बीच तैयार करना, पशुओं द्वारा ज्यादा उत्पादकता, नये पौधों का निर्माण करना तथा पर्यावरण से संबंधित समस्याओं का हल करना।


इसके अलावा बायोटेक्नोलॉजी के अन्य उपयोग भी होते हैं जैसे औषधीय उत्पादों, प्लास्टिक, जीवाणु विनाशक व उर्जा क्षेत्र के निर्माण मे।।


हम कह सकते हैं कि बायोटेक्नोलॉजी बायोलॉजी और तकनीक से मिलकर बना है जो विभिन्न जीवित चीजों को उपयोग करने में मदद करता है।

Biotechnology का इतिहास व इसकी खोज:-

वैसे तो Biotechnology की शुरूआत बहुत पहले हो चुकी थी, लेकिन इसका जो उदय 20वीं सदी में माना जाता है। जब वैज्ञानिकों ने बायोलॉजी और तकनीक को समन्वय के साथ उपयोग करना शुरू किया।

इससे पहले हम जीव, जन्तु व पौधों को प्रकृति पर ही छोड़ रखा था, लेकिन बायोटेक्नोलॉजी ने इस नजरिये को बदल दिया और हमें जीवित चीजों को बदलकर और उसका उपयोग करने का तरीका बताया।

सबसे पहले 1973 में Stanley Cohen और Herbert Boyer ने Recombinant डीएनए की खोज की, उसके बाद Biotechnology सेक्टर का विकास शुरू हुआ।

Biotechnology की खोज में निम्न घटनाएं महत्वपूर्ण हैं-

  • 1953 में जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए की खोज की।

  • 1980 में रॉबर्ट स्वांजी ने इंसुलिन को जीनेटिक रूप से बनाया।

  • 1982 में डीएनए फिंगरप्रिंटिंग तकनीक की खोज हुई जो बायोलॉजी व अन्य क्षेत्रों में इसका उपयोग हो रहा है।

  • वैसे Biotechnology शब्द का प्रयाग हंगरी के Agriculture Engineer Karl Ereky द्वारा माना जाता है जिन्होंने 1919 में Biotechnology शब्द का प्रयोग किया।

  • लेकिन भारत में बायोटेक्नोलॉजी की शुरूआत करने का श्रेय किरण मजूमदार शॉ को दिया जाता है। जो कि विश्व की बायोटेक कम्पनी बायोकोन की Founder हैं।

Biotechnology की शाखाएं-


  • Biotechnology की कई शाखाएं होती हैं, जैसे-

  • Green Biotechnology - इसका प्रयोग कृषि क्षेत्र में किया जाता है।

  • Red Biotechnology - इसका इस्तमेल चिकित्सा के क्षेत्र में किया जाता है जिससे नई दवाइयों का निर्माण हो सके।

  • Blue Biotechnology - जो जलीय व समुद्री में प्रयोग किये जाने वाली बायोटेक्नोलॉजी ।

  • White Biotechnology - इसका यूज औधोगिक सेक्टर या नये रसायन के विकास और रिसर्च के लिये किया जाता है।

  • Yellow Biotechnology - इसे कीट बायोटेक्नोलॉजी के नाम से जाना जाता है जिसे कृषि के लिये उपयोग किये जाते है।


Biotechnology के प्रकार :


Biotechnology in Hindi


चिकित्सा बायोटेक्नोलॉजी 


आपने अभी तक इंटरनेट पर कई Articles about biotechnology in medicine पढ़ा होगा आइए जानते हैं बायो टेक्नोलॉजी का  चिकित्सा प्रकार क्या है! 

इसका प्रयोग मेडिकल सेक्टर में नई दवाइयों को बनाने व उनमें संशोधित करने में किया जाता है तथा इस तरह की बायोटेक्नोलॉजी में सेल, जीवित पदार्थों के लिये दवाइयों के विकास व उनके उत्पादन में किया जाता है। 


जेनेटिक बायोटेक्नोलॉजी - इस बायोटेक्नोलॉजी में जीनों में बदलाव किया जाता है। इसका प्रयोग जीवित चीजो, जैविक उत्पादों और औषधीय पदार्थों के लिये किया जाता है।


पर्यापरण बायोटेक्नोलॉजी


यह बायोटेक्नोलॉजी पर्यावरण से संबंधित समस्याओं का हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है तथा इसमें और भी तकनीक शामिल हो जाती है जैसे पर्यावरण प्रदूषण, जल संचयन आदि।


कृषि बायोटेक्नोलॉजी


Article about biotechnology in agriculture: इसके द्वारा विभिन्न जीवाणु, जीवों और सेलों का उपयोग करके नये व बेहतर उत्पाद में किया जाता है।


बायोटेक्नोलॉजी का अनुप्रयोग -


बायोटेक्नोलॉजी  का उपयोग विभिन्न जगहों पर होता है जैसे इस तकनीक का प्रयोग -पर्यावरणीय, दवाइयों, कृषि, पशुपालन, जीव विज्ञान, चिकित्सा क्षेत्र में, सामाजिक, जीवाणु विज्ञान, वनस्तपति विज्ञान आदि में होता है। 

मेडिकल के क्षेत्र में - मेडिकल के क्षेत्र में बायोटेक्नोलॉजी  का प्रयोग नई दवाइयों को बनाने व उसकी खोज करने, उसका उत्पादन करने तथा जेनेटिक टेस्ट करने में किया जाता है। 


इस तरह मेडिकल के क्षेत्र में काफी सुधार आया है और दवाइयो के प्राइस भी काफी कम हुए हैं। बायोटेक्नोलॉजी  का प्रयोग मेडिकल के क्षेत्र में करने से कई जान लेवा बीमारियों की खोज करने व बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में होता है। 


कृषि के क्षेत्र में- कृषि क्षेत्र में नये बीजों को बनाने व उनकी नई नई किस्मों का निर्माण करना में बायोटेक्नोलॉजी  की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है। बायोटेक्नोलॉजी के द्वारा फसलों को जल्दी व बेहतर उगाया जा सकता है।

पर्यावरण के क्षेत्र में - बायोटेक्नोलॉजी  का इस्तेमाल पर्यावरण से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिये किया जाता है जो प्रदूषण नियंत्रण, जल संरक्षण आदि भूमिका निभाता है।

पशुपालन- पशुओं के बेहतर उत्पाद उपलब्ध कराने में बायोटेक्नोलॉजी  का प्रयोग किया जाता है।


बायोटेक्नोलॉजी में करियर कैसे बनाये-


यदि आप बायोलॉजी के साथ साइंस में अपना करियर बनाना चाहते है तो आपके लिये बायोटेक्नोलॉजी में अपना करियर चुन सकते हैं क्योंकि जिस तरह से तकनीक में बदलाव हो रहा है, उसके अनुसार बायोटेक्नोलॉजी की भूमिका बढ़ जाती है।


बायोटेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स करने के लिये आप 10वीं पास करने के बाद भी अप्लाई कर सकते हैं क्योंकि इसमें डिप्लोमा से संबंधित बहुत से ऑप्शन उलब्ध कराये गये हैं। जो कि आप 10वीं के बाद कर सकते हैं।


यदि आपने 10वां कर लिया हैं तो आप बायोटेक्नोलॉजी के संबंधित डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं इसके लिए entrance Exam पास करना होता है, जिसकी अवधि 3 साल होती है।


और यदि आप इसमें रूचि रखते है और आपने 12वीं पास कर ली है तो आप   B.Sc. Biotechnology, B.E Biotechnology, B. Tech Biotechnology, B.Sc Genetics, B.Sc Microbiology  कर सकते हैं और अपना करियर बना सकते है।


यदि आप 12वीं के बाद बायोटेक्नोलॉजी में एडमिशन लेना चाहते हो और बीएससी बायोटेक्नोलॉजी में एडमिशन लेना चाहते हो तो इसकी अवधि 3 साल की होती है जबकि बायोटेक्नोलॉजी से बी.टेक करना चाहते हो तो इसकी अवधि 4 साल होती है।


तथा इसके लिये आपकोEntrance एग्जाम भी पास करना होता है, लेकिन कुछ यूनिवर्सिटी में मेरिट के आधार पर डायरेक्ट भी एडमिशन मिल जाता है।


इसके बाद आप बायोटेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हो। पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप बायोटेक्नोलॉजी में Phd या M. Phil भी कर सकते हैं, जिसके करने के बाद आप रिसर्च के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। इस कोर्स  अवधि 3 से 4 साल होती है | 


दोस्तों, वैसे तो bsc biotechnology  के लिए कोलकाता, हैदराबाद, गुजरात, पुणे जैसे बड़े-बड़े राज्य  बायो टेक्नोलॉजी कॉलेज के लिए प्रसिद्ध हैं परंतु यह आप पर निर्भर करता है कि कौन सा कॉलेज का चुनाव करते हैं।


यदि आप bsc biotechnology admission 2023 के बारे में जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए सभी बंधुओं को ध्यान से पढ़ें एवं इस में एडमिशन लेने के लिए सभी कॉलेजों को जानकारी लेकर आप अपने सही कॉलेज का चुनाव कर सकते हैं।


बायोटेक्नोलॉजी कोर्स हेतु योग्यता


कुछ योग्यताओं को पूरा करने पर ही कोई भी विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स में एडमिशन को प्राप्त कर सकते हैं अगर आप भी बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स को करना चाहते हैं तो आपके अंदर योग्यता होनी चाहिए तत्पश्चात ही आप बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स को कर पाएंगे बिना योग्यता को पूरा किए कोई भी विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स को नहीं कर सकता है।


योग्यता के अंतर्गत सबसे पहले विद्यार्थी को अपनी दसवीं बोर्ड की परीक्षा को पास करना होगा तो सबसे पहले आप अपनी दसवीं कक्षा को पास करें यदि आप 10वीं कक्षा पास है तो अच्छा है। अब अगर आप बायोटेक्नोलॉजी में बैचलर डिग्री को प्राप्त करना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अपनी 12वीं कक्षा को साइंस संकाय के साथ पास करना होगा

बायोटेक्नोलॉजी में Admission लेने के लिये प्रमुख कोलेज -

  • इंडियन इंस्टिटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी(IIT ), मद्रास

  • डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी, खड़गपुर,

  • डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी,IIT, रुड़की,

  • IIT , कानपूर,

  • बनारस हिन्दु विश्वविधालय, वाराणसी

  • देवी अहिल्या विश्वविधालय, मध्यप्रदेश

  • राजीव गांधी ऑफ टेक्नोलॉजी एवं बायोटेक्नोलॉजी, महाराष्ट्र| - rajiv gandhi centre for biotechnology

  • lovely professional university

  • sree chitra thirunal college of engineering


BSC biotechnology colleges in pune: महाराष्ट्र में सबसे लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध कॉलेज की बात करें तो यह पुणे का सबसे बेहतरीन कॉलेज माना जाता है आइए जानते हैं भारत में बायो टेक्नोलॉजी के क्या स्कोप है।


यदि आप अपने राज्य के आने कॉलेज को खोज रहे हैं तो bsc biotechnology colleges near me  डालकर गूगल में सर्च कर सकता है इसमें आपको आपके नजदीकी सभी कॉलेजों की जानकारी एवं उनके कांटेक्ट नंबर उपलब्ध हो जाएंगे।


 दोस्तों, msc biotechnology कॉलेज में एडमिशन के लिए आपको इसके पात्रता होना आवश्यक है, msc biotechnology eligibility  क्या अनुसार कॉलेज में आपका एडमिशन किया जाता है ।

Scope of Biotechnology in India 

  • फार्माकोलोजी सेक्टर,

  • जेनेटिक्स engineering ,

  • इम्यूनोलॉजी के क्षेत्र में ,

  • एनिमल हसबैंड्री ,

  • मॉलिक्युलर बायोलॉजी सेक्टर,

  • मेडिकल राइटिंग | 

भारत में बायोटेक्नोलॉजी की प्रसिद्ध कंपनियां :-


  • बायोकॉन लिमिटेड कंपनी,

  • वॉकहार्ट,

  • ट्रांसएशिया बायो -केमिकल | 



भारत में बायोटेक्नोलॉजी की सैलरी क्या हैं? : 


जैसा कि वर्तमान समय में आपको देखने को मिल रहा होगा कि भारत देश लगातार अनेक प्रकार के क्षेत्रों में तरक्की करता हुआ नजर आ रहा है।  जिसके चलते विज्ञान के क्षेत्र से संबंधित नौकरियां काफी बढ़ चुकी है तथा उनकी डिमांड भी धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। 


इसी बीच अनेक बायो टेक्नोलॉजी का कोर्स करने वाले व्यक्ति या फिर बायोटेक्नोलॉजी के ज्ञान को ग्रहण करने वाले व्यक्ति जानना चाहते हैं कि आखिर में भारत में बायोटेक्नोलॉजी की सैलरी क्या है?


वर्तमान समय में बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स करने के बाद बायोटेक्नोलॉजी सरकारी जॉब तथा प्राइवेट जॉब दोनों ही मिलती है दोनों ही प्रकार की कंपनियों के द्वारा जॉब प्रदान की जाती है। बायोटेक्नोलॉजी अंतर्गत अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग कार्य होते हैं जिनके चलते प्रदान की जाने वाली सैलरी भी अलग-अलग होती है। 


अनुमानित जानकारी के मुताबिक बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में शुरुआती समय में ₹25 हज़ार से ₹30 हज़ार की सैलरी प्रदान की जाती है इसके बाद में अनुभव के अनुसार सैलरी में बढ़ोतरी कर दी जाती है।


वहीं अनेक प्रकार के कोर्स होते हैं डिग्रियां होती है जिनके आधार पर और भी अतिरिक्त सैलरी प्रदान की जाती है वहां पर शुरुआती सैलरी ही ₹50 हज़ार से ₹60 हज़ार की होती है अनुभव के अनुसार यह सैलरी लाखों में चली जाती है। 


जब आप अच्छे से सैलरी के ऊपर पूरे लेख के माध्यम से जानकारी को जानेंगे उस समय आपको सैलरी के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल हो जाएगी। आज विभिन्न तरीके मौजूद है जिन के जरिए आप आसानी से सटीक सैलरी के बारे में विभिन्न जानकारियां को हासिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

बायोटेक्नोलॉजी का प्रयोग प्रत्येक देश अपने साधन के रूप में कर रहा है इसका प्रयोग नैतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए खाद्य व पानी की असुरक्षा जैसी समस्याओं से निपटने के लिये किया जा सकता है।


उम्मीद करते हैं  कि आप Biotechnology in Hindi के बारे में सभी जानकारी को समझ चुके होंगे। किसी भी अन्य प्रकार की जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में अपना नाम एवं परेशानी को दर्ज कर सकते हैं।


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