आज के समय में डॉक्टर बनने का सपना बहुत से बच्चों का होता है और बहुत से मां-बाप का भी सपना होता है कि उनका बच्चा बड़ा होकर डॉक्टर बने क्योंकि डॉक्टर एक ऐसा करियर विकल्प होता है कि डॉक्टर को पैसे के साथ-साथ दुआएं भी मिलती है और पैसा भी इतना मिलता है कि दूसरे किसी भी प्रोफेशन में उतने ज्यादा पैसे नहीं कमाए जा सकते ।
बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी जिसको एमबीबीएस के रूप में लोग जानते हैं मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए इच्छुक उम्मीदवार अपनी 12th पास करने के बाद एमबीबीएस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और हम आज आप लोगों को इस पोस्ट में MBBS Course Details In Hindi के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी देने वाले हैं इसलिए आप लोग इस पोस्ट में पूरा अंत तक बन रहे और MBBS Course के बारे में पूरी जानकारी जाने ।
एमबीबीएस का फुल फॉर्म क्या होता है
एमबीबीएस कोर्स की अगर फुल फॉर्म की बात की जाए तो इसे "Bachelor of Medicine,Bachelor of Surgery " होता है।
MBBS Course क्या है :
एमबीबीएस कोर्स अंडरग्रैजुएट कोर्स है और इस कोर्स की अवधि 5 वर्ष 6 महीने होती है और एमबीबीएस को बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी से भी जाना जाता है और एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद अस्पताल में 1 साल के लिए इंटर्नशिप भी करना पड़ता है यह भी एमबीबीएस के पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है और एमबीबीएस के विषय में पैराक्लीनिकल और क्लीनिकल शामिल है ।
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया इस प्रकार से
अब हम आपको नीचे एमबीबीएस कोर्स करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया (पात्रता) के बारे में आप लोगों को बता रहे हैं आप लोग ध्यानपूर्वक पढ़िएगा ।
- 1. इच्छुक उम्मीदवार को प्रवेश के समय उसकी आयु 17 वर्ष से अधिक हो या उम्मीदवार स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के प्रवेश तक 31 दिसंबर को या उससे पहले 17 वर्ष की उम्र पूरा करना जरूरी है ।
- 2. भारतीय नागरिक एवं भारत के विदेशी नागरिक जो एक विदेशी दंत चिकित्सा संस्थान से चिकित्सा स्नातक करना चाहते हैं उन्हें भी यूजी परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करनी होगी।
- 3. इसके अलावा भी NEET UG परीक्षा के लिए उम्मीदवार को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान और अन्य विषयों के साथ न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने होंगे NMC और DCI के विनियम में निर्धारित परीक्षा में जीव विज्ञान और अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्स में प्रवेश के लिए उन्हें NEET मेरीट लिस्ट के हिसाब से रैंक मिलेगी।
- 4. अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति या पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के संबंध में परीक्षा योग्यता भौतिक रसायन विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी जीव विज्ञान मैं प्राप्त अंक 40% होने चाहिए और सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के लिए 50% अंक निर्धारित किए गए हैं।
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए एडमिशन प्रक्रिया
एमबीबीएस के उम्मीदवार मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवार को कुछ चरण पूरा करना होगा हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
1. नीट परीक्षा पास करने के बाद NEET यूजी या राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा एमबीबीएस/ BDS/ बीएएमएस या अन्य किसी चिकित्सा पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेने के लिए NEET द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर के स्नातक परीक्षा होती है मान्यता प्राप्त अनुमोदित मेडिकल डेंटल आयुष और अन्य विश्वविद्यालय संस्थान।
2. ऑनलाइन काउंसलिंग में भाग ले रहे undergraduate medical course के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की मेडिकल काउंसलिंग कमिटी द्वारा ऑनलाइन काउंसलिंग भी आयोजित की जाती है ऑनलाइन काउंसलिंग की जानकारी केवल अंडरग्रैजुएट मेडिकल डेंटल कोर्स के लिए MCC की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है ।
3.NEET एम्स और जीपमार मे MBBS / BDS पाठ्यक्रम मे प्रवेश पाने के लिए एक अहर्क प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाति है ।
एमबीबीएस कोर्स करने की फीस कितनी होती है
अगर एमबीबीएस कोर्स करने की फीस की बात की जाए तो यह पूरी तरह से आपके कॉलेज पर निर्भर करता है एमबीबीएस कोर्स करने मैं दूसरे कोर्सों के मुकाबले बहुत महंगा फीस होता है ।
लेकिन जब एमबीबीएस कोर्स आप किसी सरकारी कॉलेज से करेंगे तो इसके लिए आपको फीस बहुत कम देनी होगी अगर आप एम्स से एडमिशन लेते हैं तो एम्ससे एमबीबीएस करने की फीस सिर्फ ₹7000 से लेकर ₹10000 प्रतिवर्ष के बीच होती है ।
वहीं यदि आप राज्य स्तर की किसी दूसरे सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको एमबीबीएस करने की फीस ₹10000 से लेकर ₹50000 के बीच देनी होगी ।
और वही अगर आप एमबीबीएस कोर्स किसी प्राइवेट कॉलेज से करना चाहते हैं तो आपको एमबीबीएस कोर्स की फीस ₹12 लाख से लेकर 40 लाख रुपए के बीच में हो सकती है जो की बहुत ज्यादा है और कुछ कॉलेजों में इससे ज्यादा भी लग सकती है ।
एमबीबीएस करने के लिए प्रवेश परीक्षा
अगर आप भी एमबीबीएस कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मेडिकल का प्रवेश परीक्षा पास करना जरूरी है जो इस प्रकार से है ।
1.NEET
2.AIIMS
3.MGIMS-Wardha
4.JIPMER
5.CMC Ludhiana
6.CMC Vellore
7.GGSIPU-CET-DELHI
8.ASSAM CEE ( MBBS)
9.KEAM-Kerala (MBBS)
10.WB-JEE (MBBS)
एमबीबीएस कोर्स करने के फायदे
1. मेडिकल कॉलेज में ट्रेनिंग के रूप में कार्य कर सकते हैं और अपने अनुभव को पूर्ण रूप से लोगों तक पहुंचा सकते हैं ।
2. एमबीबीएस कोर्स करने के बाद आप एक प्रोफेशनली मेडिकल की जानकारी हो जाते हैं और आप किसी एक स्पेसिफिक सब्जेक्ट के संबंध में गहरा अध्ययन कर सकते हैं।
3. एमबीबीएस कोर्स करने के बाद लाखों रुपए रोज की कमा सकते हैं और स्पेशलिस्ट के रूप में कार्य करके लोगों का मदद कर सकते हैं।
4. एमबीबीएस कोर्स करने के बाद आप एक सम्मानजनक पद में कार्य कर सकते हैं और आप एक सर्जन के तौर पर भी कम कर सकते हैं ।
एमबीबीएस कोर्स करने के पाठ्यक्रम
अब आप एमबीबीएस कोर्स के पाठ्यक्रम के बारे में जानेंगे ।
- 1.Human anatomy
- 2.Human psychology including Bio-Physics
- 3.Introduction to Humanities & Community Medicine
- 4.Biochemistry
- 5.Forensic Medicine Including Toxicology
- 6.Radiotherapy
- 7.Ophthalmology
- 8.Dermatology and Sexually Transmitted Diseases
- 9.Obstetrics and Gynaecology
- 10.General Surgery
- 11.Dermatology
- 12.Pediatrics
- 13.General Medicine
- 14.Orthopedics
- 15.Anesthesiology
- 16.Ear,Nose,and Throat (E.N.T)
- 17.Psychiatry
एमबीबीएस में पढ़ाई जाने वाले पाठ्यक्रम के बारे में आप लोगों ने जाना ।
एमबीबीएस कोर्स में इंटर्नशिप कैसा होता है?
MBBS course में इंटर्नशिप भी एक महत्वपूर्ण भाग होता है और इसका उद्देश्य यह होता है कि एमबीबीएस के छात्रों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देना जिसमें वह मरीज के साथ काम करते हैं और उनकी सेवा और देखरेख करते हैं इससे छात्रों के पास थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल का भी एक्सपीरियंस हो जाता है ।
एमबीबीएस कोर्स इंटर्नशिप की आवाज 12 महीने और यह एमबीबीएस कोर्स की आखिरी साल में होता है इंटर्नशिप पीरियड में स्टूडेंट को अलग-अलग स्पेशियालिटीज में rotation किया जाता है जैसे ,मेडिसिन ,गायनोकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स फॉरेंसिक मेडिसिन और सर्जरी के बारे में बताया जाता है ।
इंटर्नशिप के अंत में स्टूडेंट को एग्जाम देना होता है उसके बाद डिग्री के लिए लिए एलिजिबल हो जाते हैं और छात्रों को एमबीबीएस की डिग्री मिल जाती है ।
एमबीबीएस कर लेने के बाद करियर ऑप्शन
एमबीबीएस की डिग्री मिल जाने के बाद छात्र मेडिकल के क्षेत्र में प्रोफेशनल स्तर पर नौकरी करने का अच्छा करियर बना सकता है ।
और उनके सामने गवर्नमेंट और प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर के रूप में नौकरी कर सकते हैं।
एमबीबीएस डिग्री मिल जाने के बाद इन पदों पर रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकते हैं ।
1. न्यूरोलॉजिस्ट
2. पब्लिक हेल्थ वर्कर
3. मेडिकल टीचर या प्रोफेसर
4. पैथोलॉजिस्ट
5. हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर
6. चीफ मेडिकल ऑफिसर
7. मेडिकल एडमिटिंग ऑफिसर
8. गायनोलॉजिस्ट
9. फिजिशियन
10. मेडिकल लीगल एडवाइजर
11. जनरल प्रैक्टिशनर
इन पदों पर एमबीबीएस डिग्री में जाने के बाद आप रोजगार प्राप्त कर सकते हैं ।
एमबीबीएस डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है
भारत में अगर डॉक्टर की बात करें तो सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की सैलरी ₹60000 से अधिक होती है और अगर प्राइवेट अस्पतालों मैं डॉक्टर की सैलरी 125000 तक हो सकती है लेकिन डॉक्टर के पास पैसे कमाने की बहुत सारे तरीके होते हैं और डॉक्टर को कई तरीके से पैसे मिलते हैं ।
एमबीबीएस कोर्स कितने सेमेस्टर
होते हैं और कितना साल लगता है
मेडिकल क्षेत्र के बैचलर डिग्री एमबीबीएस कोर्स में 4.5 वर्ष लगते हैं और 1 साल का इंटर्नशिप भी कोर्स का हिस्सा होता है और इसमें 9 सेमेस्टर होते हैं और एक सेमेस्टर में 6 महीने का समय लगता है इसलिए इस कोर्स को पूरा करने में 4.5 वर्ष लगते हैं ।
Conclusion
आप लोगों ने शानदार पोस्ट में MBBS Course Details in Hindi के बारे में आप लोगों ने पूरी जानकारी जाना है और हमने एमबीबीएस कोर्स करने में एडमिशन से लेकर एमबीबीएस कोर्स करने में कितने साल लगते हैं और एमबीबीएस कोर्स के बाद रोजगार के तथा सैलरी के बारे में भी पूरी जानकारी आप लोगों के साथ साझा किया है हमें उम्मीद है कि यह शानदार जानकारियां आप लोगों को बहुत ही अच्छा लगा होगा ।
आप लोग इस पोस्ट को www.geomorallife.com पर पढ़ रहे हैं अगर आपके मन में एमबीबीएस कोर्स को लेकर कोई सवाल अधूरा रह गया है तो आप कमेंट करके जरूर पूछे हम उसका जवाब आपको जरूर देंगे और इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ।
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