यह त्रेमासिक(तीन माह) में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय(National Statistical Office- NSO) द्वारा प्रकाशित किया जाता है। यह एक निश्चित समय में औद्योगिक उत्पादों के उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन को मापता है। यानी सरकार द्वारा उद्योगों पर जो नीतियां हैं वह सही से काम कर रही है।
इसका आधार वर्ष 2011-12 है।
इसमें वर्तमान में वस्तुओं की संख्या 407 है जिसमें : -
प्राथमिक वस्तुएं 15 34.05
पूंजीगत वस्तुएं 67 08.22
अवसंरचनात्मक वस्तुएं 29 12.34
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं 86 12.84
उपभोक्ता गैर- टिकाऊ वस्तुएं 100 15.33
मध्यवर्ती वस्तुएं 110 17.22
IIP के आंकड़े मासिक स्तर पर जारी किये जाते हैं इसलिये ये आंकड़े ऊपर-नीचे जाते रहते हैं, इसे ‘‘त्वरित अनुमान‘‘ कहा जाता है, क्योंकि आंकड़ों को एक या दो महिने के बाद संशोधित किया जाता है।
इसमें 8 प्रमुख क्षेत्र(Core Sectors) शामिल है जो निम्न हैं-
- रिफाइनरी उत्पाद(Refinery Products)
- विद्युत(Electricity)
- इस्पात(Steel)
- कोयला(Coal)
- कच्चा माल(Crude Oil)
- प्राकृतिक गैस(Natural Gas)
- सीमेन्ट(Cement)
- उर्वरक(Fertilizers)
इन 8 वस्तुओं का भारांश 40 प्रतिशत है। 8 Core IIP को प्रत्येक माह NSO द्वारा Compiled और प्रकाशित किया जाता है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय(National Statistical Office):-
- गठन- 2019 में
- राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय(NSO) को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय(Central Statistics Office- CSO) और राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय(National Sample Survey Office-NSSO) के विलय के द्वारा NSO बनाया गया जो मंत्रालय का अभिन्न अंग होगा।
- इसका उद्देश्य है मंत्रालय के कार्यां को सुव्यवस्थित करने तथा मंत्रालय के आंतरिक कार्यां को तालमेल बिठाना है।
- इसमें 1 अध्यक्ष और 4 सदस्य, 1 पदेन सदस्य होते हैं।
- सचिव- भारत का मुख्य सांख्यिकीविद् (Chief Statistician)।
सांख्यिकी तथा कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव को भारत का मुख्य सांख्यिकीविद्(Chief Statistician Of India-CSI) कहा जाता है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग(National Statistical Commission- NSC) -
- एक स्वायत्त संस्था है जिसकी स्थापना 2006 में हुई।
- भारत सरकार ने सी रंगराजन की अध्यक्षता वाली आर्थिक सलाहकार समिति की सिफारिश के आधार पर नीति आयोग का CEO NSC का पदेन सदस्य होता है
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