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आधार डाटा की सुरक्षा कैसे करे : आधार कार्ड से KYC कैसे करें

आधार कार्ड पीडीएफ संस्करण में बताया गया है कि आधार कार्ड सिर्फ ‘पहचान का प्रमाण‘ का है नागरिकता या जन्म का प्रमाण नहीं। आधार नागरिकता का प्रमाण इसलिये नहीं हो सकता, क्योंकि कोई विदेशी व्यक्ति 180 दिनों तक भारत में रहने के बाद इसे प्राप्त कर सकता है।

इसलिये सरकारी विभागों व अन्य संगठनों को इसका प्रयोग न करने का संकेत दिया गया है साथ ही आधार का ऑफलाइन प्रमाणीकरण के लिये क्युआर कोड को स्कैन करना या यूआईडीएआई द्वारा जारी एक्सएमएल फाइल का उपयोग करना आवश्यक है।

और ईपीएफओ द्वारा आधार को जन्मतिथि के प्रमाण के रूप में अपनाये जाने को लेकर दस्तावेजों की सूची से आधार को पहले ही हटा दिया है। 

आधार कार्ड क्या है : - आधार UIDAI द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से दिया जाने वाला एक दस्तावेज होता है, जिसमें 12 अंकों का एक रेंडम नंबर होता है इसी रेंडम नंबर को आधार नंबर कहां जाता है।

आधार का नामांकन कराना एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है इसके लिए कोई दबाव नहीं बना सकता।

आधार के द्वारा जाति, धर्म, आय, स्वास्थ्य और भूगोल के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है।

आधार हमारी पहचान का सबूत नहीं होता है और आधार नागरिकता का आधार भी नहीं है।

कैसे रखें आधार को सुरक्षित :- लोगों की निजता(Privacy) से जुड़े मुद्दों को लेकर सुप्रीम कोर्ट और सरकार की ओर से कई तरह के दिशा-निर्देश आते रहते हैं जैसे- सरकार द्वारा Virtual(वर्चुअल) ID को लाना, सुप्रीम कोर्ट द्वारा निजता को मौलिक अधिकार में शामिल करना आदि।

जिस तरह भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण(Unique Identification Authority of India-UIDAI) ने जनता को किसी संगठन के साथ आधार की फोटो कॉपी ना देने की चेतावनी दी है, लेकिन बाद में इस चेतावनी को वापस ले लिया ।

आधार के बारे में कानून क्या है : 

इसके लिए आधार अधिनियम, 2016 बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

सरकारी सब्सिडी या सेवा का लाभ उठाने के लिए आधार जरूरी है, लेकिन इन सेवाओं के लिए आधार ना होने पर वंचित नहीं किया जाएगा बल्कि वैकल्पिक सेवाओं का प्रयोग किया जाएगा।

आधार को KYC दस्तावेज के रूप में आधार का उपयोग किया जा सकता है लेकिन बैंक खाता खोलने, नई सिम लेने या स्कूल में दाखिला लेने के लिए अनिवार्य नहीं किया गया है।

जो प्राधिकरण आधार की सूचना इकट्ठा करेगा तो इसमें जिसका आधार है उसकी सहमति अनिवार्य है।

इस डाटा को केंद्रीय पहचान डाटा रिपोजिटरी(CIDR) में  एकत्र किया जाएगा। CIDR का जो कंट्रोल होता है वह UIDAI के पास होता है।

इस डेटा का उपयोग उस व्यक्ति के प्रमाणीकरण के लिए किया जाएगा।

कोर बायोमेट्रिक का प्रयोग केवल हमारी प्रमाणीकरण के लिए किया जाएगा।

आधार संख्या या संलग्न व्यक्तिगत सूचना को सार्वजनिक रूप से प्रकाशित या पोस्ट नहीं किया जा सकता।

यदि आधार संख्या या संलग्न व्यक्तिगत सूचना को सार्वजनिक रूप से प्रकाशित या पोस्ट करने के लिए सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट या सेक्रेटरी रैंक के अधिकारी का आदेश की जरूरत होगी।

आधार डाटा(Aadhar Data) को लेकर चिन्ताएं-

  • डेटा का Misuse- कई निजी संस्थाएं आधार डाटा को लेकर जोर देती हैं, ताकि उपयोगकर्ता विवरण(details) साझा(Share) करें।
  • यह काई Clear नहीं है कि ये संस्थाएं आधार डाटा का misuse नहीं करेंगी या सुरक्षित रखेंगी।
  • आधार एक Single point database है जहां पर हर चीज link होती जा रही है यानी सभी डाटा एक जगह है जिसका गलत इस्तेमाल करने के लिये ज्यादा जोर दिया जाता है।
  • यदि हम किसी काम के लिये जाते हैं जहा पहचान सत्यापन(Verification) की बात आती है तो वहां सबसे ज्यादा जोर आधार पर दिया जाता है 
  • जैसे हाल ही में कोविड-19 के testing(इसके लिये आधार अनिवार्य नहीं है) के लिये ज्यादातर प्रयोगशालाएं आधार कार्ड को पहचान सत्यापन के रूप में जोर दे रही हैं।
  • सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में निर्णय सुनाया कि आधार प्रमाणीकरण(Certification) को केवल भारत के समेकित कोष(Consolidated Fund) से भुगतान किये गये लाभों के लिये Mandatory बनाया जा सकता है और आधार ना होने पर  पहचान सत्यापन के लिये दूसरी ID के विकल्प प्रदान किये जाने चाहिए।
  • बच्चों को आधार से छूट दी गयी थी, लेकिन स्कूली नामांकन व आंगनवाड़ी सेवाएं जो कि बुनियादी अधिकार के रूप में है उनके लिये भी लगातार आधार की मांग की जा रही है।
  • केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा Welfare लाभ के Link को लागू करने के लिये ‘अल्टीमेटम पद्वति‘ का लगातार उपयोग किया गया है 
  • जैसे- यदि कोई इन लाभों को प्राप्त करने वाला आधार से सपदा करने में विफल रहता है तो जैसे जॉब कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाते को आधार से लिंक करने में विफल रहता है तो उसके लाभ को वापस ले लिया जाता है या निलंबित कर दिया जाता है।
  • मिनी ATM- AePS(Aadhar enabled payment system) की सुविधा से जिसके पास आधार से Link खाता है वह भारत में किसी भी जगह से ‘‘बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट‘‘ के साथ बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से पैसे निकाल सकता है जो कि बड़े पैमाने पर दुरूपोग किया जा रहा है।


आधार डाटा की सुरक्षा कैसे करे : Aadhaar Security Tips in hindi : आधार कार्ड  से KYC कैसे करें

आधार डाटा(Aadhar Data) को सुरक्षित कैसे करे-

UIDAI के पास आधार का विशेष Version होता है जिसे मास्क्ड आधार(Masked Aadhar) कहा जाता है। इसमें(मास्क्ड आधार)  आधार की 12 Digit की पूरी संख्या नहीं दिखाई देती है बल्कि इसमें आधार के last 4 digit ही दिखाई देते हैं।

क्योंकि मास्क्ड आधार(Masked Aadhar) का Use इसलिये किया जाता है ताकि इसके दुरूपयोग से बचा जा सके। 

इसलिये कई Experts का मानना है कि हर किसी को आधार की जानकारी नहीं देनी चाहिए जहां पर लगता है कि यहां आधार की जानकारी देनी चाहिए तो वहां दी जा सकती है।

क्योंकि आधार की जानकारी को कई जगह रखा जाता है जिसके कारण इसके गलत Use की आशंका बनी रहती है एवं इसी तरह आधार से जुड़े मोबाइल नम्बर पर आने वाला OTP(One Time Password) भी किसी को नहीं देना चाहिए।

हमें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आधार कार्ड पर सुप्रीम कोर्ट के क्या निर्णय हैं और सरकार की क्या चेतावनी है एवं 

किसी को भी बिना जरूरी आधार कार्ड नहीं चाहिए जहां जहां सुप्रीम कोर्ट और सरकार द्वारा दिशा-निर्देशों में आधार प्रतिबंधित है वहां तो बिल्कुल नहीं देना है।

Unique Identification Authority of India-UIDAI क्या है :- यह भारत सरकार द्वारा नियंत्रित Authority है जो आधार से जुड़े सभी मामलों के लिये जिम्मेदार है। 

जिसको 12 जुलाई, 2016 में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है 

जो कि एक वैधानिक प्राधिकरण है। वैसे उसकी स्थापना 2009 में योजना आयोग में एक संलग्न कार्यालय(Attached Office) के रूप में की गयी थी।

UIDAI को भारत के सभी निवासियों के लिये 12 digit का अंकीय विशिष्ट पहचान(UID) प्रदान करने का काम दिया गया है तथा इसने 31 अक्टूबर, 2021 तक 131.68 करोड़ आधार कार्ड जारी किये।

आधार का महत्व 

  • यह Duplicate और नकली पहचान को समाप्त करने के लिये बहुत महत्वपूर्ण है।
  • इससे सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने तथा सुशासन(Good Governance) को बढ़ावा मिलता है।
  • आधार द्वारा ऐसे लोगों को भी पहचान दी है जिनकी पहले कोई पहचान नहीं थी।
  • इसका प्रयोग कई प्रकार की सुविधाओं में किया जाता है जैसे नागरिकों के खाते में Direct benefit transfer, वित्तीय समावेशन(Financial Inclusion) आदि।
  • आधार किसी की जाति, धर्म, आया आदि की मांग नहीं करता है। आधार पहचान का सबूत है लेकिन यह नागरिकता का सबूत नहीं है।
  • यह समाज के कमजोर, वंचित वर्गों(Disadvantaged sections) के वित्तीय समावेशन(Financial Inclusion) की सुविधा प्रदान करता है।

आधार केवाईसी कैसे किया जाता है?: -केवाईसी मनी लॉन्ड्रिंग/अवैध जैसी गतिविधियों को लगाम लगाने में मदद करता है। 

भारत में केवाईसी 2002 में अस्तित्व में आया, 

आरबीआई द्वारा सभी बैंकों के लिए केवाईसी अपने ग्राहकों के लिए दिसंबर 2005 तक अनिवार्य कर दिया गया।

ऑनलाइन केवाईसी फॉर्म कैसे भरे(केवाईसी फॉर्म कैसे भरें): -

  • किसी केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी(KRA) या फंड हाउस को on करें,
  • जो उसमें ऑप्शन open हो उन्हें भरें, 
  • बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करें, 
  • जो आपने पता लिखा है उसका सत्यापन होता है केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी द्वारा,
  • उसे अपने डाक्यूमेंट्स दें और अपने बायोमेट्रिक प्रदान करें,
  • जिसके बाद आपका केवाईसी हो जाएगा।

KYC offline कैसे करे?:- केवाईसी online के अलावा ऑफलाइन भी किया जाता है, ऑफलाइन केवाईसी की मंजूरी के लिए 7 दिन तक का समय लग सकता है।

  • Offline केवाईसी के लिए निम्न Steps का पालन करें:
  • सबसे पहले केवाईसी फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरें,
  • उसमें पैन/आधार की जानकारी भरें,
  • KRA(केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी) कार्यालय पर जाएं और आवेदन जमा करें, 
  • आवेदन के साथ पहचान और पते का सर्टिफिकेट जमा करें, 
  • कुछ मामलों के संबंध में बायोमेट्रिक भी करना पड़ सकता है, 
  • उसके बाद आप आवेदन नंबर ले सकें जिसका use केवाईसी का Status जानने के लिए कर सकते हैं

आधार कार्ड अपडेट हुआ या नहीं कैसे पता करें? :( Aadhaar Card Status) : -

  • सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं, 
  • उसके बाद होम पेज ओपन करें, 
  • होम पेज पर Aadhar update में check Aadhar update status पर जाएं, 
  • इसके बाद नया पेज ओपन होगा,
  • जिसमें एनरोलमेंट आईडी / SRN नंबर और फिर कैप्चा कोड भरें,
  • फिर Submit पर क्लिक करें,
  • जिसके बाद स्क्रीन पर आधार की पूरी जानकारी आ जाएगी जिससे आप देख सकते हैं कि आधार update हुआ या नहीं।

बिना OTP के आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करें :

सबसे पहले आपको गूगल पर जाना है और सर्च करना है uidai लिखना है और आपके सामने www.uidai.gov.in official वेबसाइट open हो जाएगी, इस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने language का ऑप्शन खुल जायेगा, फिर आपको language सेलेक्ट करनी है| 

फिर उसके बाद आपको get aadhaar का option पर क्लिक करना है, इसके बाद scroll करने पर 1 option तो download Aadhaar का मिल जायेगा, जहाँ पर आप OTP से Aadhaar card को डाउनलोड कर सकते हो, 

यदि आप बिना OTP के Aadhaar download करना चाहते हो तो Order Aadhaar PVC Card पर क्लिक करना होगा | 

उसके बाद अगली slide में scroll करने के बाद फिर Order Aadhaar PVC Card का option देखने को मिल जायेगा, इस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने 2 options मिलेंगे 1 Aadhaar Number 2  Enrolment ID | 

फिर आपको Aadhaar या Enrolment Number और Captcha fill करना है व यदि आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं है तो My mobile number is not register पर क्लिक करना है, तो आपके सामने Enter mobile number का option मिल जायेगा, फिर आपको अपना मोबाइल नंबर भरना है, Send OTP पर क्लिक करना है, 

फिर इस नंबर पर OTP आएगा, उस OTP को दिए गए option पर क्लिक करना है, फिर आपको submit पर click करना है, तो आपके सामने okey का option आ जायेगा, उस पर क्लिक करना है,

अंत में आपके सामने Aadhaar download वाला ऑप्शन आ जायेगा, यदि आप Aadhaar Card download करना चाहते हो तो आपको 50 रुपए का charge देना होगा, 50 रुपए का charge देने के बाद आप Aadhaar Card Download हो जायेगा | 

Aadhaar Card download PDF :-  uidai की official वेबसाइट पर जाकर www.uidai.gov.in pdf डाउनलोड कर सकते हो | 

आधार कार्ड से फ्रॉड कैसे होता है ? - 

सेवा देने वाली संस्थाएं और संगठनों द्वारा आधार को अपने डेटाबेस से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है। 

DBT(प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के लिए आधार को लिंक करना अनिवार्य बना दिया है 

NPCI द्वारा आधार सक्षम भुगतान प्रणाली(AEPS) जारी की गई है इस प्रणाली के जरिए आप आधार के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं, इसके लिए आपको बैंक खाते को आधार से लिंक करना होगा।

कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस प्रणाली व आधार को डेटाबेस  से जोड़ना दोनों ही हैकर्स के माध्यम से काफी वल्नरेबल है।

2017 में एक आरटीआई से पता चला कि 200 सरकारी वेबसाइट पर आधार लाभार्थियों की सूचनाएं सार्वजनिक रूप से मौजूद हैं।

आधार कार्ड शिकायत कैसे करें :- 

जब आप अपने आधार कार्ड में कुछ बदलवाना चाहते हो या उसमें कुछ गलती है और आपने इसके लिए अप्लाई कर दिया है, 

लेकिन यह काम सही समय पर नहीं होता है या रिजेक्ट हो जाता है तो आप इसके लिए इसके खिलाफ शिकायत कर सकते हैं।

Complain कैसे करें :-

सबसे पहले आपको Google Open करना है और myaadhaar.uidai.gov.in सर्च करना, इसमें आपको File a complaint का Option दिखाई देगा, 

इस पर क्लिक करने पर आपको एक फॉर्म मिलेगा फिर इस फॉर्म को भरना है और सबमिट करना है, जिसके बाद आपकी Complaint रजिस्टर हो जाएगी | 

File a complaint ऑप्शन के नीचे ही Complaint का स्टेटस चेक करने का ऑप्शन मिलेगा इस पर जाकर आप अपनी  Complaint का स्टेटस चेक कर सकते हैं।

आगे की राह :- 

यदि किसी व्यक्ति के आधार में फिंगरप्रिंट नहीं मिल रहे हैं तो उसे वंचित ना किया जाए, बल्कि उसके लिए वैकल्पिक प्रावधान होने चाहिए।

डि-डुप्लीकेशन की प्रक्रिया के दौरान सुनवाई का अवसर मिलना चाहिए ।

AEPS(आधार सक्षम भुगतान प्रणाली) को और मजबूत किया जाना चाहिए|  

डेटा सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाना चाहिए।



आधार से संबंधित Questions and answers :

Q.केवाईसी करने से क्या फायदा होता है?:- 
A. आधार केवाईसी से आपको बैंकिंग, मोबाइल फोन कनेक्शन, सरकारी व गैर सरकारी की सेवाओं की सुविधा प्राप्त करने में आसानी होगी।

केवाईसी मनी लॉन्ड्रिंग/अवैध जैसी गतिविधियों को लगाम लगाने में मदद करता है। 

Q.आधार कार्ड कितनी बार बनता है?:- 

A. आधार कार्ड किसी भी व्यक्ति का लाइफ में 1 बार बनता है,  भारत के सभी निवासियों के लिये 12 digit का अंकीय विशिष्ट पहचान(UID) प्रदान किया जाता है।

Q.आधार कार्ड को कितनी बार चेंज कर सकते हैं ?:- 

A. UIDAI की दिशा निर्देश के अनुसार आधार कार्ड life में address को 2 बार और जन्मतिथि को 1 बार चेंज कर सकते है, लेकिन फोटो को कितनी बार भी चेंज कर सकते हैं।

Q. बैंक में आधार लिंक कितने दिन में होता है ?:- 

A. बैंक में आधार की फोटोकॉपी देने के बाद, वेरिफाई के लिए मूल दस्तावेज submit करने के बाद, बैंक में आधार लिंक करने में कुछ समय लग सकता है, update के लिए आपके mobile पर sms आ जाता है।

Q. क्या आधार नंबर देना safe है?(क्या हम किसी को आधार कार्ड नंबर दे सकते हैं) :- 

A. कई Experts का मानना है कि हर किसी को आधार की जानकारी नहीं देनी चाहिए जहां पर लगता है कि यहां आधार की जानकारी देनी चाहिए तो वहां दी जा सकती है।

क्योंकि आधार की जानकारी को कई जगह रखा जाता है जिसके कारण इसके गलत Use की आशंका बनी रहती है एवं इसी तरह आधार से जुड़े मोबाइल नम्बर पर आने वाला OTP(One Time Password) भी किसी को नहीं देना चाहिए।

हमें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आधार कार्ड पर सुप्रीम कोर्ट के क्या निर्णय हैं और सरकार की क्या चेतावनी है एवं 

किसी को भी बिना जरूरी आधार कार्ड नहीं चाहिए जहां जहां सुप्रीम कोर्ट और सरकार द्वारा दिशा-निर्देशों में आधार प्रतिबंधित है वहां तो बिल्कुल नहीं देना है।

Q. क्या आधार कार्ड फोटो शेयर करना सेफ है?

A. आधार संख्या या संलग्न व्यक्तिगत सूचना को सार्वजनिक रूप से प्रकाशित या पोस्ट नहीं किया जा सकता।

यदि आधार संख्या या संलग्न व्यक्तिगत सूचना को सार्वजनिक रूप से प्रकाशित या पोस्ट करने के लिए सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट या सेक्रेटरी रैंक के अधिकारी का आदेश की जरूरत होगी।

Q. क्या होटलों में आधार कार्ड देना सेफ है?

A. निजी संस्थान आधार नहीं मांग सकते यदि कोई आधार मांगता है तो उसे आधार अधिनियम 2016 के तहत दंड दिया जा सकता है।

Q. UIDAI full form 

A. UIDAI full form - Unique Identification Authority of India

Q. आधार कार्ड से फ्रॉड कैसे होता है

आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट और आयरिश स्कैन डिटेल होती है, इसी के द्वारा आधार से फ्रॉड किया जाता है।

Q. एक आधार कार्ड से कितने सिम लिये जा सकते है

एक आधार कार्ड से अधिकतम 9 सिम लिये जा सकते है।

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