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नेटवर्क मार्केटिंग क्या है, और कैसे शुरू करें : नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे और नुकसान

आज हम Network Marketing के बारे में बात करने जा रहे हैं वैसे आपने भी नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में खूब सुना होगा, 

क्योंकि हर जगह Network Marketing के बारे में बातें की जा रही हैं तथा यह मार्केटिंग का एक अलग सा मॉडल है और इसे बहुत सी कंपनियां अपना भी रही है व यदि आप इससे जुड़ना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में जानना चाहिए।

नेटवर्क मार्केटिंग कितने प्रकार की होती है ?:-

वैसे नेटवर्क मार्केटिंग के अलग-अलग प्रकार के नाम हैं  जैसे: 

  • chain system marketing, 
  • direct selling marketing, 
  • MLM (Multi Level Marketing) आदि 

नेटवर्क मार्केटिंग का भविष्य क्या है ? :- नेटवर्क मार्केटिंग तेजी से बढ़ते हुए एक बिजनेस है जिसमें करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं और यह बिजनेस लगातार बढ़ रहा है तथा यह बिजनेस लोगों को अतिरिक्त आमदनी का मौका देता है।

जब इसके बारे में किसी से पूछते है तो कोई भी जल्दी में कह देता है कि इसका भविष्य अच्छा होने वाला है, लेकिन आज हम तथ्यों के आधार पर जानेंगे कि नेटवर्किंग मार्केंटिंग का विस्तार भारत में बढ़ेगा या नहीं।

1 भारत दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी जीडीपी अर्थव्यवस्था है और अनुमान लगाया जा रहा है कि 2025-26 तक भारत चौथे नंबर पर पहूंच जायेगा। क्योंकि भारत की जीडीपी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है।

2. भारत में यंग जनसंख्या बहुत ज्यादा है जो कि दुनिया की सबसे बड़ी पोपुलेशन है।

3. फिक्की की रिपोर्ट के अनुसार भारत डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दे रहा है। 

4. आज जिस तरह से लोग अपने अनुसार काम करने की इच्छा रख रहे हैं, जो कि नेटवर्किंग मार्केटिंग उपलब्ध कराता है। 

5. नेटवर्क मार्केटिंग व्यक्तियों को वर्ल्ड में व्यापार करने का मौका देता है इसके द्वारा आप अपने व्यापार ग्लोबल स्तर पर ले जा सकते हैं और अन्य देशों से संबंध बना सकते हैं।

इन तथ्यों के आधार हम कह सकते हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग का फ्यूचर भारतीय बाजार में बढ़ने की संभावना है।

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत 1995 से मानी जाती है जो आज बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है इसको बढ़ते हुए देख भारत सरकार ने 2016 में इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी की है |

जब 1995 में पहली बार भारत में पिरामिड स्कीम आयी थी, जिसमें बिना कोई सर्विस या सामान दिये पैसे मिलते थे, 

लेकिन इसमें यह करना था कि आपको अपने नीचे व्यक्तियों को जोड़ना है, इसमें सबसे उपर एक आदमी होता है और उसके नीचे 2 आदमी यानी यह पिरामिड की तरह बनता है।

तथा इसमें यह दिक्कत होती है कि इस पिरामिड में पहले 2 स्तर तक तो लोग पैसा बना लेते हैं लेकिन जहां बहुत ज्यादा लोग होते हैं यानी नीचे के स्तर पर वे पैसा नहीं बना पाते हैं।

इस पिरामिड के हिसाब से देखा जाये तो यह स्कीम फैल हो सकती है, क्योंकि उपर के जो 2 स्तर है वे पैसा कमा लेते हैं, 

लेकिन नीचे के स्तर का पैसा डूब जाता है और ऐसे में आप समझ ही नहीं पाते के इसमें गलती एमएलएम की, आप खुद अपने उपर ही Blame लगाते हो, जबकि यह ढांचा ही इस तरह बनाया गया है कि लोगों लालच देकर इसमें शामिल किया जाये।

भारत के अन्दर पिरमिड स्कीम ban है ग्राहक नियम के अनुसार कि यदि आप मनी सर्कुलेशन, MLM या पिरामिड स्कीम के लिये पैसा लेते हो तो यह गैर कानूनी गतिविधि है, जिसके लिये आपको सजा का भी प्रावधान है।

लेकिन भारत में MLM कंपनियों ने इस पूरे मॉडल को डायरेक्ट सेलिंग से जोड़ दिया। यानी डायरेक्ट सेलिंग का मतलब हुआ कि कंपनी Distributors और मार्केटिंग के जरिये अपने प्रोडेक्ट को लोगों तक पहूंचाती है 

मतलब लोगों के द्वारा Direct Selling से मार्केटिंग कराना, और लोग उस प्रोडेक्ट को अपने दोस्तों, परिवार आदि में बेचते हैं।

यहां ध्यान देने वाली बात है कि यहां बात प्रोडेक्ट बेचने की बात की जा रही है लेकिन यहां कंपनी लोगों को जोड़ती है पिरामिड स्कीम के द्वारा।

कम्पनी ऐसा इसलिये करती हैं क्योंकि Direct Selling के जरिये लोगों को जोड़ती है, नहीं पिरामिड स्कीम के द्वारा लोगों को जोड़े तो यह भारत में यह गैर कानूनी है। 

इस लिये सरकार को लगता है कि यह कंपनियां डायरेक्ट सेलिंग का बिजनेस चला रही है।

MLM का जो प्रोडेक्ट है वह नॉमर्ल प्रोडेक्ट से 20 से 25 गुना मंहगा होता है और यह कंपनी इस एक्स्ट्रा पैसे से अपना पिरामिड वाला मॉडल चलाते हैं। 

और यह ध्यान देने वाली बात है कि ये कम्पनियां अपने प्रोडेक्ट से ज्यादा अपने आदमियों को जोड़ने पर कोशिश करती हैं। इसलिये ये ज्यादा पैसा अपने सेमिनार बगैरा में खर्च करते हैं।

लोग इसमें इसलिये जुडते हैं ताकि वे अपनी करेंट स्थिति से निकल जाये। 

कभी आपने सोचा है कि जो हमारे देश के सबसे अमीर व्यक्ति हैं जैसे- अंबानी, टाटा, बिड़ला आदि ने ऐसे स्कीम क्यों नहीं चलायी, क्योंकि इन्हें पता है कि प्रोडेक्ट अच्छा है तो मुनाफा होना ही है। 

2025 में नेटवर्क मार्केटिंग का भविष्य क्या है? :- FICCI और KPMG जैसी संस्थाओं ने रिपोर्ट जारी की है कि 2025 तक Direct Selling लगभग 62,500 करोड़ की इंडस्ट्री हो जाएगी

इसी बीच कई कंपनियों ने नेटवर्क मार्केटिंग के क्षेत्र में बहुत तरक्की की है लेकिन कई कंपनियां Fraud भी निकली है जो लोगों का पैसा लेकर भाग गई, जिसके कारण नेटवर्क मार्केटिंग का नाम बदनाम हुआ है।

इसलिए आपको नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि आप सही कंपनी के साथ जुड़ सकें और नेटवर्क मार्केटिंग के क्षेत्र में नाम कर सकें।



नेटवर्क मार्केटिंग क्या है (Networking marketing in hindi):- 

नेटवर्क मार्केटिंग एक चैन की तरह होता है जिसमें लोग जुड़े होते हैं, फिर इन लोगों द्वारा कंपनी के Product  को मार्केट में पहुंचाया जाता है 

यानी इसमें लोग एक - दूसरे से Chain की तरह जुड़े होते हैं क्योंकि नेटवर्क मार्केटिंग में अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता इसलिए पूरी टीम के साथ काम करना होता है।

नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जिसमें लोग एक पिरामिड के Structure  नेटवर्क के रूप में शामिल होते हैं और किसी कंपनी के प्रोडक्ट को बेचते हैं |

इस नेटवर्क का हर सदस्य एक Individual Sell Representative होता है यानी कस्टमर ही उस कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर होता है, 

इस नेटवर्क से जुड़ने वाले लोगों को Product बेचने पर एक Fixed कमीशन मिलता है। यानी जितना नेटवर्क बढ़ता जाएगा उतना ही उनका कमीशन भी बढ़ता जाएगा |

जब इनके द्वारा Product खुद बेचा गया या इनके द्वारा कोई जोड़ा गया नया सदस्य Product बेचता है तो इसका उसे fixed  कमीशन मिलता है| 

इस बिज़नेस में हर Participant को IBO(Independent Business Owners ) कहा जाता है क्योंकि यह अपने बिजनेस को खुद प्रमोट करते हैं और Product को Direct ग्राहक तक पहुंचाया जाता है यानी Product Direct बेचा जाता है।

Network marketing को multi level marketing भी कहा जाता है इसके अलावा नेटवर्क मार्केटिंग के और भी नाम है जैसे :- 

  • Cellular marketing, 
  • Affiliate marketing, 
  • Consumer direct marketing,
  • Referral marketing, 
  • Home based business franchising |

Amway & Tupperware जैसी कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग का ही सहारा लेती हैं आमतौर पर कंपनियां दो तरह के तरीकों द्वारा अपना Product बेचती हैं :- 

  1. Traditional Marketing
  2. Network Marketing

Traditional Marketing क्या है  :- इसमें कंपनी अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर, रिटेलर, एजेंट, Advertisements आदि का सहारा लेती हैं|

Network Marketing क्या होता है ? :-  इसमें कंपनी अपने Products और Services को Direct ग्राहक तक पहुंचाती हैं इसमें ग्राहक ही कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर, होलसेलर, रिटेलर, एजेंट होता है जो कंपनी के Products और Services को प्रमोट करता है, 

जिससे कंपनी अपने टर्नओवर का एक बड़ा हिस्सा अपने ग्राहक में बांट देती है जिसके कारण ग्राहक होने के बावजूद भी पैसा कमाने का मौका मिलता है|

For Example :-  मान लेते हैं कि आप एक कंपनी से जुड़े हुए हैं और इस उस कंपनी का Product आपने अपने अपने दोस्त को बेचा, 

जिससे आपको कमीशन मिल जाएगा और यदि आपके दोस्त ने इस प्रोडक्ट को किसी दूसरे को बेचा तो इससे आपको भी कमीशन मिलेगा और आपके दोस्त को भी | 

क्योंकि आपके नेटवर्क में जितने भी लोग हैं उनका सब का कमीशन आपको मिलता है इसी तरह यदि आप नए- नए सदस्यों को जोड़ते जाएंगे तो यह पिरामिड बनता जाएगा।

नेटवर्क मार्केटिंग के क्या फायदे हैं :- 

इसमें कंपनियां अपने Product को Direct बेचती हैं जिसके लिए वह किसी Distribution चैनल की मदद नहीं लेती हैं, 

बल्कि Non Employee Participant  के द्वारा प्रोडक्ट को बेचा और प्रमोट किया जा सकता है जिससे इन्हें भी हर बार प्रोडक्ट बेचने पर कमीशन मिलता है।

इस नेटवर्क से जुड़ने के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे भी Invest नहीं करना होते हैं और इस मार्केटिंग के जरिए बिजनेस को अधिक ऊंचाई पर पहुंचाया जा सकता है | 

अतिरिक्त कमाई का मौका :- नेटवर्क मार्केटिंग में लोग अपने काम के अलावा भी इसको कर सकते हैं और एक्स्ट्रा इनकम कमा सकते हैं|  यदि सही से काम किया जाए तो इससे बहुत ज्यादा भी पैसा कमाया जा सकता है | 

समय का सही तरह Use करना :- अक्सर देखा जाता है कि लोग ज्यादातर समय अपने मोबाइल में, फिल्म देखने में, टीवी देखने में,  जिसका कोई यूज़ ना हो ऐसी बातें करने में आदि गुजारते हैं, 

जिससे लोगों को कुछ लाभ नहीं होता है यदि लोग नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ जाते हैं तो उन्हें समय का सही तरह यूज करना सिखाया जाता है जिससे वे समय का सदुपयोग करना सीख जाते हैं।

बोलने की कला विकसित होना :- यह ऐसा क्षेत्र है जहां पर आपको अपनी बात को प्रभावपूर्ण तरीके से लोगों में पहुँचानी होती है ताकि अपना नेटवर्क बड़े और जिसके लिए आप बोलने की कोशिश करते रहते हैं जिसकी वजह से आपके अंदर बोलने की कला विकसित हो जाती है।

कोई Time Bound नहीं होता :-  यह एक ऐसा बिजनेस है जो आपको समय का पाबंद नहीं बनाता इसमें एक बार आप नेटवर्क बढ़ाने के बाद यदि कुछ दिन काम नहीं करते हैं या किसी काम से दूसरी जगह जाते हैं या किसी इमरजेंसी में फंसते हैं तो फिर भी आपको इनकम होती रहेगी।

नई नई बातें सीखने को मिलती हैं :- इसमें आप रोज नए नए लोगों से मिलते हैं, जिससे आपको कुछ सीखने को मिलता है और नए नए लोगों से दोस्ती होती रहती है, जिससे आपको नए नए अवसर मिलते रहते हैं | 

Passive  Income :(नेटवर्क मार्केटिंग की ताकत  है ?) :-   इसमें आपके नेटवर्क में काफी लोग जुड़े होते हैं अब यदि आप काम भी नहीं करते हैं तो आप के नीचे जो है वे काम करते रहते हैं यानी आपकी टीम Indirectly  काम करती रहती है जिससे आपको Passive इनकम होती रहती है

जबकि Active  इनकम में यह होता है कि यदि आप काम करना बंद कर देते हैं तो आपकी इनकम भी बंद हो जाती है।

कई तरह की स्किल विकसित होनाजब आप इसमें आते हो तो इससे आपकी पर्सेनेलिटी डेवलप हो जाती है, जो कि आपको इसको सीखने के लिये पैसे खर्च करने पड़ते हैं, क्योंकि आपने यह नोट किया होगा कि जो भी नेटवर्क मार्केटिंग करते हैं उनकी पर्सेनेलिटी अच्छी हो जाती है।

Communication Skill - क्योंकि इस बिजनेस में शुरूआत से ही बात चीत करना शुरू हो जाता है, जिसके कारण इसमें बातचीत करने की कला विकसित हो जाती है, क्योंकि इसमें नये व हर व्यक्ति से बात करनी पड़ती है। हम कह सकते हैं, कि इससे कम्युनिकेशन स्किल बहुत महत्वपूर्ण होता है।

पब्लिक स्पीकिंग- पब्लिक स्पींकंग सीखने के लिये लोग पैसा खर्च करते हैं, लेकिन इसमें एक फ्री में एक प्लेटफॉर्म मिलता है, जहां पर आप मीटिंग में भाग लेते है, पब्लिक में प्रोडेक्ट सेल करते हैं इस तरह आप फ्री में सीख सकते हैं।

लीडरशीप स्किल- इसमें आप लीडरशीप की कला सीखते हो, क्योंकि जितने लोग आप जोड़ते हो उनको गाइड करना पड़ता है, उनको गाइड करना पड़ता है, जिससे आप मैनेज करना सीख जाते हो, और लीडरशीप स्किल विकसित होने लगती है।

इसमें ग्राहक को ज्यादा डिस्काउंट व Attraction  ऑफर मिलते हैं इसमें और बिजनेस मॉडल की तरह ज्यादा Advertisements  करने की आवश्यकता नहीं होती है, 

क्योंकि इसमें Person To Person  मार्केटिंग ज्यादा Effective रहती है जिससे नेटवर्क मार्केटिंग का पिरामिड  बड़ा हो जाता है जिससे इसके Participant  का कमीशन भी बढ़ता जाता है।

इसमें Participant को एक Fixed सैलेरी ना देकर बल्कि उनके Performance के आधार पर उनको कमीशन मिलता जाता है।

सोचने में सकारात्मकता आना :- जब हम इसमें काम करते हैं और एक दूसरे के साथ मिलते हैं व सीनियर द्वारा हमें Motivate किया जाता है, 

जिससे हमारी सोच में सकारात्मक वृद्धि होती है तथा जब आप आपस में एक दूसरे का सहयोग करने की भावना उत्पन्न होती है तो इससे नकारात्मकता धीरे-धीरे समाप्त होने लगती है।

नेटवर्क मार्केटिंग में लोग फेल क्यों होते हैं? :- हम इतने सारे फायदे जानने  के बाद हमें इसे परफेक्ट मॉडल नहीं मान लेना चाहिए बल्कि हमें इनके दूसरे Aspect  को भी जान लेना चाहिए अच्छी तरह से जानकारी ले लेनी चाहिए, 

क्योंकि कई बार देखा गया है कि कई कंपनियां ऐसी भी आती है जो Fraud प्लान लोगों को दिखा कर अपना उल्लू सीधा करती  हैं और फिर उनके पैसे लेकर भाग जाती है|  

इसलिए हमें इन कंपनियों से बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है और किसी भी कंपनी से जुड़ने से पहले पूरी तरह Enquiry  भी कर लेनी चाहिए,  चाहे वह आपके Relative हो या आपका दोस्त ही क्यों ना हो। 

नेटवर्क मार्केटिंग के नुकसान :-  

  • नेटवर्क मार्केटिंग का  सबसे बड़ा नुकसान कंपनी का  fraud होना होता है क्योंकि अक्सर देखा गया है कि कंपनियां लोगो का पैसे लेकर भाग जाती है|  
  • इसमें कंपनी के products  traditional बाजार से काफी महंगे होते हैं | जिससे इनको sell करने में काफी परेशानी आती है | 
  • इसमें आय fix नहीं होती है यह आपके performance के आधार आय मिलती है| 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में रिश्ते ख़राब होने की संभावना रहती है क्योंकि लोग अपना नेटवर्क बढ़ाने के चक्कर में रिश्तेदारों को भी जोड़ लेते है और फिर वे सफल नहीं होते हैं  तो रिश्ते ख़राब होने लगते हैं | 
  • कुछ  लोग जब fraud  कंपनी के चक्कर में जाते हैं जिससे लोग सही कंपनी को भी गलत समझते हैं और समाज में इसके प्रति नकारात्मकता है 



किसी भी कंपनी को कैसे पहचाने कि यह सही है गलत :-  किसी भी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़ने से पहले उस कंपनी के बारे में पूरी Enquiry  कर ले, 

जिस तरह नेटवर्क मार्केटिंग का Scope  बढ़ रहा है एवं इस क्षेत्र में बहुत सी कंपनियां आई और चली गई जिनमें कई सारी कंपनियों ने Fraud भी किया है जिसके कारण लोगों का बहुत भारी नुकसान भी हुआ है, 

आज भी बहुत सारी कंपनियां ऐसी हैं जो Fraud है जो लोगों का समय और पैसे दोनों का नुकसान करती हैं इसलिए इन कंपनियों से जुड़ने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है :- 

  • उस कंपनी के Principle को जानें, की उसके Principle  क्या है? उस कंपनी का Founder कौन है? और  क्या करता है,  

  • कंपनी की स्थापना कब हुई व कंपनी कितने दिनों से  इस क्षेत्र में काम कर रही है यानी उस फाउंडर का Track  रिकॉर्ड निकालें।
  • उस कंपनी के बारे में गूगल पर जाकर पता करें और हो सके तो कंपनी के हेड ऑफिस में जाएं, वहां जाकर जानकारी ले, 
  • कंपनी जिस प्रोडक्ट को मार्केट में बेच रही है तो उस प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट कंपनी के पास है या नहीं,
  • कंपनी सरकार द्वारा Compliances पूरा करती है या नहीं एवं सरकार द्वारा जारी लाइसेंस कंपनी के पास हैं या नहीं|  
  • कंपनी की Privacy Policy, Disclaimer, Terms Conditions  क्या है व कंपनी के काम करने का तरीका क्या है।
  • उस कंपनी में ट्रेनिंग कैसे दी जाती है, 
  • उस कंपनी के प्रोडक्ट की Quality  क्या है,  उसके प्राइस ज्यादा महंगे तो नहीं, 
  • क्या लोग इस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए उत्साहित हैं।
  • इन सब बातों का आपको पता होना चाहिए यह सब बातें आपको बताएंगी कि  आपको इस कंपनी में जुड़ना  चाहिए या नहीं।

नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत कैसे करें :- इसको शुरू करने में  शुरुआत में थोड़ी दिक्कत आ सकती है नेटवर्क मार्केटिंग के लिए आपको पहले एक कंपनी की एक वेबसाइट बनानी चाहिए और उसकी Advertisements  करवानी चाहिए, 

क्योंकि जितना एडवर्टाइजमेंट करोगे उतनी ही तेजी से इस क्षेत्र में सफलता मिलेगी व लोगों को भी कंपनी के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताना चाहिए, 

क्योंकि जितने ज्यादा लोग आपकी कंपनी के बारे में जानेंगे उतनी आपकी कंपनी growth  करेगी क्योंकि यह एक Chain  की तरह काम करता है जो एक direct Selling  बिजनेस है ।

नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता कैसे मिलती है : 

  • इसमें Hard Work करना होता है, 
  • Dedication के साथ काम करना, 
  • इसको बीच में नहीं छोड़ना, 
  • सीखते रहना, 
  • Patience रखना, 
  • Leadership Develop करना, 
  • पॉजिटिव रखना, 
  • Committed रहना, 
  • खुद को Submit करना, 
  • Confidence होना, 
  • टीम बनानी होती है, 
  • People Management, 
  • Follow up लेना, 
  • Edification करना, 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह होता है कि नेटवर्क मार्केटिंग करने लायक बनना पड़ता है।

नेटवर्क मार्केटिंग में बेसिक ट्रेनिंग क्या होती है :   बेसिक ट्रेनिंग वह होती है जो आपके जॉइनिंग के जस्ट बाद दी जाती है जो यह सीखता है वह सेल्फ की भूमिका में होता है इस सेल्फ को Leader में कैसे बदलें यह महत्वपूर्ण होता है |

इस बेसिक ट्रेनिंग का यह उद्देश्य होता है कि जो व्यक्ति इसमें Enter करता है उसको Mentally Prepare करना ताकि इसमें जो परेशानियां और Challenges आते हैं इनको किस तरह face किया जाए, 

बेसिक ट्रेनिंग में जो जॉइनिंग करता है उसको कंपनी के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है जैसे कंपनी का फाउंडर कौन है, कंपनी का purpose क्या है कंपनी के लाइसेंस आदि ।

बेसिक ट्रेनिंग कैसे दें :-  शुरुआत में कंपनी के बारे में बताना, Rejection के बारे में बताना क्योंकि इसमें जब आप किसी को इसके बारे में बताओगे तो आपको  रिजेक्शन मिलेगा, 

क्योंकि लोग आप को रिजेक्ट करते हैं तो आप लीडर बन सकते हो क्योंकि लीडर के लिए रिजेक्शन बहुत जरूरी है वह इसे क्यों करना चाहता है, उसका ड्रीम क्या है

फिर उसको Short Term Dream, Mid Term Dream, Long Term Dream के बारे में बताएं उसे यह बताएं कि आपको कोई भी Training  नहीं करना है।

नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास: 

इसका इतिहास बहुत पुराना है इसको अलग-अलग देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है लेकिन इसकी शुरुआत 1886 में Avon नाम की कंपनी द्वारा की गई थी।

डॉक्टर Carl Rehnborg को नेटवर्क मार्केटिंग का जनक माना जाता है ये लगभग 1927 तक चीन में रहे, उन्होंने वहां हेल्थ सप्लीमेंट के लाभ के बारे में जाना।

और फिर जब rehnborg अमेरिका वापस आए तो इन्होंने कैलिफोर्निया विटामिन कंपनी 1929 की स्थापना की।

फिल्मों ने 1945 के आसपास MLM (मल्टी लेवल मार्केटिंग) की स्थापना की, 

जिसमें ग्राहकों को ही डिस्ट्रीब्यूटर बनाया गया और यहीं से नेटवर्क मार्केटिंग और डायरेक्ट सेलिंग का आविष्कार हुआ जिसे नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस कहा जाता है।

नेटवर्क मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग में अन्तर :- 

  • नेटवर्क मार्केटिंग को शुरू हुए काफी समय हो गया जबकि डिजिटल मार्केटिंग को शुरू हुए कुछ ही साल हुए है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती है जबकि डिजिटल मार्केटिंग निवेश की जरूरत होती है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में लोगों का जुड़ना बहुत जरूरी है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में लोगों का जुड़ना ज्यादा जरूरी नहीं है, बल्कि प्रोडेक्ट बहुत जरूरी है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में ज्यादा पढ़ाई-लिखाई की जरूरत नहीं है यानी इसमें बिना पढ़े-लिखे भी जुड़ सकते हैं जबकि डिजिटल मार्केटिंग जितने पढ़े-लिखे होंगे उतना ही फायदा है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग छोटे, ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा फैला है जबकि डिजिटल मार्केटिंग छोट, बड़े सभी में इसका विस्तार है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग दोनों में आय अपनी स्कील के अनुसार कमा सकते हैं।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में घूमने, मिलना ज्यादा होता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में लैपटाप वगैरा में ज्यादा समय देना होता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में इनडायरेक्ट ज्यादा कमा सकते है, यानी आप काम करोगे तब भी कमाओगे और जब आपके नीचे वाले लोग काम करेंगे तब भी आप कमाओगे लेकिन डिजिटल मार्केटिंग में खुद के द्वारा ही कमा पाओगे।
  • नेटवर्क मार्केटिंग कोई भी शुरू कर सकता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में स्कील चाहिए, अनुभव चाहिए मतलब हर कोई आसानी से शुरू नहीं कर सकता।
  • नेटवर्क मार्केटिंग को पुल रणनीति कहा जाता है यानी इसमें आपको ग्राहकों को फोन के माध्यम से या खुद जाकर लोगों को जोड़ना या अपने साथ लाना पड़ता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग को पुस रणनीति कहा जाता है यानी इसमें ग्राहक खुद आपके पास आता है। ग्राहक के लिहाज से देखा जाये तो डिजिटल मार्केटिंग को लोग ज्यादा पसंद करते है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग आपका खुद को बिजनेस है जबकि डिजिटल मार्केटिंग आपके खुद के बिजनेस को मदद करता है या आप जॉब कर सकते हो, या एजेंजी के द्वारा काम कर सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में सीमित मात्रा तक ही पहूंच सकते हो जबकि डिजिटल मार्केटिंग में असमिति मात्रा में लोगों तक पहूंच सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग सीमित मात्रा में ही प्रोडेक्ट को बेच सकते हो जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आप कितने भी प्रोडेक्ट बेच सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में जिस तरह कम्पनियां भाग गयी हैं या लोगों को दिखावे के साथ जोड़ना पड़ता हएै जिसके कारण समाज में इसे नकारात्मक नजरिये से देखा जाता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आप खुद का काम करते हो जिससे समाज में इसे सकारात्मक नजरिये से देखा जाता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग एमएलएम शब्द को छुपाती है, चैन सिस्टम को बताने से बचती है, इसमें घूमा फिराकर बात की जाती है जबकि डिजिटल मार्केटिंग खुली किताब है जिसे कोई भी देख व जान सकता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग आप में एक आत्म विश्वास दिखाता है, क्योंकि आपको प्रस्तुत होना पड़ता है, लोगों को समझाना पड़ता है, तथा इसमें आत्म विश्वास की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, जिसके कारण आपको खुद को विकसित करने के लिये सीखना पड़ता है, जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आत्म विश्वास की कमी रहती है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में आपको कोई कर्मचारी नहीं रखना होता है कोई ऑफिस नहीं खोलना होता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में भी कर्मचारी व ऑफिस की जरूरत नहीं होती है, लेकिन जब तक आप अपना एक सेटअप नहीं बना लेते है तब तक आप कमा नहीं सकते ।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में आपकी पेसिव आय बनती है जब आप एक बार टीम बना लेते हो तो उसके बाद आप कुछ भी नहीं करते हो तो आपकी इनकम आती रहेगी जबकि डिजिटल मार्केटिंग में जब तक आप काम करोगे तब तक इनकम आयेगी जहां आपने काम छोड़ा फिर आपकी इनकम नहीं आयेगी यानी काम करोगे तो पैसा मिलेगा नहीं करोगे तो पैसा नहीं मिलेगा।

नेटवर्क मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए?

जी हां आप नेटवर्क मार्केटिंग के द्वारा पैसे भी कमा सकते हैं नेटवर्क मार्केटिंग से पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आपके नेटवर्क मार्केटिंग को सीखने की आवश्यकता है। 

आज विभिन्न तरीके मौजूद है जिनके माध्यम से आप नेटवर्क मार्केटिंग को सीख सकते हैं तो नेटवर्क मार्केटिंग से पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आप नेटवर्क मार्केटिंग को सीखे की आखिर में नेटवर्क मार्केटिंग क्या होती है कैसे काम करती है इस प्रकार की बेसिक जानकारी को हासिल करें।

संपूर्ण जानकारी को हासिल करने के बाद अब आपको किसी भी कंपनी का चुनाव करना होता है तथा वहां से अपना लक्ष्य निर्धारित करके अपने कार्य को शुरू करना होता है। वर्तमान समय में अनेक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी है जो कि उनके प्रोडक्ट को सेल करने के आपको नेटवर्क के आधार पर पैसे देती है 

यानी कि जितना बड़ा आपका नेटवर्क रहेगा उतना ही अधिक आपको पैसा मिलेगा जितनी सेल आपके नेटवर्क के द्वारा होगी उतने ही अधिक पैसे आपको हासिल होंगे। नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के अंतर्गत बिक्री के आधार पर पैसे मिलते हैं। जो कि लेवल के आधार पर डायरेक्ट ही बैंक खाते में भेज दिए जाते हैं।

अलग-अलग कंपनियों में अपना नेटवर्क बनाने पर अलग-अलग राशि प्रदान की जाती है पैसे कमाने से संबंधित अधिक जानकारी के लिए सबसे पहले आप किसी भी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का चुनाव करें जिसके बाद में उसके प्लान को समझे जब आप उसके प्लान को समझेंगे तो आपको वहां कैसे कितने पैसे मिलेंगे उसकी संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी जिसके बाद में आप उस कंपनी में काम करके आसानी से नेटवर्क मार्केटिंग के द्वारा पैसे कमा सकेंगे।

क्या नेटवर्क मार्केटिंग सही है :-  आज ज्यादा Competition का जमाना है अक्सर लोग ज्यादा पाने के चक्कर में बहुत गलत कर जाते हैं, 

इसलिए गलत और सही की जांच पड़ताल आप ही को करनी होगी इसलिए किसी Short Time  के मोटिवेशन में ना आकर, आराम से कंपनी की जांच पड़ताल करें, सारी रिसर्च करें और फिर आगे बढ़े, 
क्योंकि इसमें आपका पैसा और समय दोनों लगा होता है इसलिए यदि कड़ी मेहनत के साथ काम किया जाए तो आप नेटवर्क मार्केटिंग के क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग में पूछे जाने वाले सवाल (FAQ) :- 

Q . क्या भारत में नेटवर्क मार्केटिंग बैन है?
A .  भारत के अन्दर पिरमिड स्कीम ban है ग्राहक नियम के अनुसार कि यदि आप मनी सर्कुलेशन, MLM या पिरामिड स्कीम के लिये पैसा लेते हो तो यह गैर कानूनी गतिविधि है, जिसके लिये आपको सजा का भी प्रावधान है।

लेकिन भारत में MLM कंपनियों ने इस पूरे मॉडल को डायरेक्ट सेलिंग से जोड़ दिया। यानी डायरेक्ट सेलिंग का मतलब हुआ कि कंपनी Distributors और मार्केटिंग के जरिये अपने प्रोडेक्ट को लोगों तक पहूंचाती है 

मतलब लोगों के द्वारा Direct Selling से मार्केटिंग कराना, और लोग उस प्रोडेक्ट को अपने दोस्तों, परिवार आदि में बेचते हैं।

यहां ध्यान देने वाली बात है कि यहां बात प्रोडेक्ट बेचने की बात की जा रही है लेकिन यहां कंपनी लोगों को जोड़ती है पिरामिड स्कीम के द्वारा।

कम्पनी ऐसा इसलिये करती हैं क्योंकि Direct Selling के जरिये लोगों को जोड़ती है, नहीं पिरामिड स्कीम के द्वारा लोगों को जोड़े तो यह भारत में यह गैर कानूनी है। 

इस लिये सरकार को लगता है कि यह कंपनियां डायरेक्ट सेलिंग का बिजनेस चला रही है।

Q . मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं ?
.  वैसे तो मार्केटिंग कई प्रकार की होती है लेकिन हम 2 प्रकार की मार्केटिंग की बात कर रहे हैं            1 .  Network Marketing 
          2 .  Digital Marketing   | 

Q . भारत की नंबर वन नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी कौन सी है?
.  भारत की नंबर वन नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी Vestige है?

Q .भारत में नेटवर्क मार्केटिंग में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला कौन है?
.  भारत में नेटवर्क मार्केटिंग में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला व्यक्ति सोनू शर्मा है| 

Q . भारत की सबसे अच्छी नेटवर्क कंपनी कौन सी है?
.    भारत की सबसे अच्छी नेटवर्क कंपनी Vestige है | 

कुछ most Popular नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां :- ..
  • एमआई लाइफस्टाइल मार्केटिंग ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड (Mi Lifestyle Marketing Global Private Limited) 
  • फ्यूचर मेकर (Future Maker) ...
  • हर्बालाइफ (Herbalife) ...
  • आरसीएम लिमिटेड (RCM limited) ...
  • एवन प्रोडक्ट (Avon Products) ...
  • ओरिफ्लेम (Oriflame) ...
  • मोदीकेयर (Modicare)

Q .  नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत कब हुई थी?

नेटवर्क मार्केटिंग की शरुआत साल 1886 में AVON नाम की कंपनी द्वारा की गयी थी | 

  • Q .  नेटवर्क मार्केटिंग में टीम कैसे बनाये ?

  • जो व्यक्ति इसमें Enter करता है उसको Mentally Prepare करना ताकि इसमें जो परेशानियां और Challenges आते हैं इनको किस तरह face किया जाए, 

    बेसिक ट्रेनिंग में जो जॉइनिंग करता है उसको कंपनी के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है जैसे कंपनी का फाउंडर कौन है, कंपनी का purpose क्या है कंपनी के लाइसेंस आदि ।

  • नेटवर्क मार्केटिंग में टीम बनाने के लिए निम्न step के साथ आगे बढ़े, 

  • जैसे  - इसमें Hard Work करना होता है, Dedication के साथ काम करना, इसको बीच में नहीं छोड़ना, सीखते रहना, Patience रखना, Leadership Develop करना, पॉजिटिव रखना, Committed रहना, खुद को Submit करना, Confidence होना, टीम बनानी होती है, People Management, Follow up लेना, Edification करना, नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह होता है कि नेटवर्क मार्केटिंग करने लायक बनना पड़ता है।

Q .  नेटवर्क मार्केटिंग के जन्मदाता कौन है ?
.    नेटवर्क मार्केटिंग के जन्मदाता डॉक्टर Carl Rehnborg को माना जाता है जिन्होंने चीन से हेल्थ सप्लीमेंट के बारे में सीख कर अमेरिका में कैलिफोर्निया विटामिन कंपनी open की

Q. नेटवर्क मार्केटिंक में सफलता प्राप्त करने के लिये क्या आवश्यक है

नेटवर्क मार्केटिंक में सफलता प्राप्त करने के लिये पॉजेटिव माइंडसेट रखना, कम्युनिकेशन अच्छी करना, कठिन मेहनत करना, लर्निंग एटिट्यूट के साथ उपस्थित होना आदि चीजों के साथ इसमें सफलता पायी जा सकती है।

Q. नेटवर्क मार्केटिंक के लिये सही कंपनी कैसे चुनें

सही नेटवर्क मार्केटिंग चुनने के लिये उसके प्रोडेक्ट, उसके काम करने की गतिविधियों का सही से मूल्यांकन करे। इस कंपनी के दस्तावेज, सर्टिफिकेट आदि के लिये सरकार की वेबसाइट की मदद ले सकते हैं और जान सकते हैं कि यह कंपनी रजिस्टर है या नहीं व जान सकते है कि सरकार द्वारा इस कंपनी को प्रतिबंधित तो नहीं किया गया है। साथ ही लोग के रिव्युज भी देख सकते हो सोशल मीडिया पर।

Q. नेटवर्क मार्केटिंग के लिये शिक्षा क्यों महत्वपूर्ण है

यदि आपकी शिक्षा अच्छी होगी तो आप इसके माध्यम से किसी भी कंपनी के प्रोडेक्ट और उसके बिजनेस के बारे में अच्छी तरह से जान सकते हो। लेकिन यहां देने वाली बात है कि इस बिजनेस के लिये शिक्षा अनिवार्य नहीं है। 

Q. क्या नेटवर्क मार्केटिंग घर से की जा सकती है

नेटवर्क मार्केटिंग घर से की जा सकती है क्योंकि इसमें व्यक्ति अपनी टीम को कहीं से भी कंट्रोल कर सकता है।

Q. नेटवर्क मार्केटिंग में लीडरशिप का महत्व क्या है

इसमें लीडरशिप की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि एक अच्छा लीडर अपनी टीम को आगे बढ़ाने में बहुत मदद करता है।

Q. नेटवर्क मार्केटिंग के असफलता के क्या कारण हो सकते हैं।

इसमें असफल होने के लिये कई कारण हो सकते है, जिनमें से कुछ निम्न है, सही से प्रबंधन ना करना, योजना सही से नहीं बनाना, उस व्यवसाय को सही से ना समझ पाना, लीडरशिप की क्वालिटी ना डेवलप करना आदि

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