जिस तरह से लोग बहुत तेजी के साथ रोजमर्रा के कामों के लिये digital payment mode का use कर रहे हैं उसी तरह neo banks पूरी दुनिया में बहुत तेजी के साथ Famous हो रहे हैं।
(Neo bank) नियोबैंक क्या है :- ये बैंक Completely digital रूप में होती हैं यानी ये बैंक HDFC, PNB, SBI आदि बैंकों की तरह Physically रूप में नहीं होती हैं, इन बैंकों में HDFC,PNB, SBI आदि बैंकों की तरह आना-जाना नहीं किया जा सकता है।
इन बैंकों की कोई branch नहीं है इन बैंकों में हर काम Online किया जाता है। ये बैंक पारम्परिक बैंकों(Traditional banks) से ज्यादा सस्ता विकल्प देते हैं, जिससे नियोबैंक(neo bank) ने इन बैंकों के जटिल बुनियादी ढांचे को चुनौती दी।
भारत में नियोबैंक के नियम क्या हैं :- Neo banks(नियोबैंक) दो प्रकार की होती हैं-
1. ऐसी neo bank(नियोबैंक) जो RBI से लाइसेंस लेती हैं।
2 ऐसी neo bank(नियोबैंक) जो किसी पारम्परिक बैंक के साथ मिलकर काम कर सकती हैं, लेकिन RBI की Guideline के अनुसार लाइसेंस लेने के लिये Physical Presence होना जरूरी है
इसलिये RBI ने 100% digital bank को अनुमति नहीं दी, लेकिन नियोबैंक किसी पारम्परिक बैंक के साथ मिलकर काम कर सकते हैं जैसे ICICI बैंक Instant pay व Yelo बैंक को Service देने में मदद कर रहा है।
RBI बैंकों की Physically रूप को Priority देने के प्रति दृढ़(Firm) है। यानी (Fintech)फिनटेक कम्पनियां पारम्परिक बैंकों के साथ मिलकर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराती हैं जो कि एक technology पर based बैंकिंग सिस्टम को चलाती है जिनकी सुविधाएं तेज, कस्टमर फ्रेंडली व सस्ती होती हैं।
- भारत में फिनटेक कम्पनियां AI(Artificial Intelligence)) व अन्य technology का use करके पारम्परिक बैंकों के साथ मिलकर बेहतर बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं जिनके उदाहरण हैं-
- RazorpayX,
- Open,
- Yelo,
- Niyo,
- Epifi,
- Pazello,
- Jupiter,
- Fi money,
- Fam pay,
- Instant pay /
Fintech कम्पनियां क्या होती हैं- Fin का मतलब Financial, Tech का मतलब Technology यानी Fintech ऐसी कम्पनी को कहते हैं जो technology की सहायता से वित्तीय सहायता देते हैं जैसे भारत की बात की जाये तो यहां बहुत सारी कम्पनियां हैं जो technology की मदद से Financial Service देती हैं जैसे-
- Paytm,
- Phone pay,
- Google pay,
- Amazon pay आदि।
नियोबैंक व पारम्परिक बैंकों की बीच क्या अन्तर है-
- Neo bank(नियोबैंक) के पास नवाचार है क्योंकि इनके पास पारम्परिक बैंकों की तुलना में ज्यादा तेज व सस्ती सुविधा दी जा सकती है।
- जबकि पारम्परिक बैंकों के पास नियोबैंक की तुलना में funding और ग्राहकों का भरोसा है।
- नियोबैंक द्वारा पारम्परिक बैंकों की तुलना में खुदरा व छोटे व्यवसायों की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है, क्योंकि इनके द्वारा बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने के लिये मोबाइल फर्स्ट मॉडल का लाभ उठाया जाता है।
- नियोबैंक 100% digital रूप में हैं जबकि पारम्परिक बैंक physical रूप में मौजूद है।
- भारत में नियोबैंक के पास लाइसेंस नहीं है। भले ही भारत की एक बड़ी आबादी के पास कम से कम एक बैंक खाता है, लेकिन अभी भी भारत में वित्तीय समावेशन के स्तर पर सुधार की जरूरत है।
नियो बैंकिंग प्रणाली कैसे काम करती है? :
जैसा कि आप सभी देख ही रहे हैं कि पिछले कुछ सालों से डिजिटाइजेशन बहुत ही तेजी से बढ़ चुका है जिसके चलते जो कार्य 5 दिन में हुआ करते थे वह कार्य 5 से 6 मिनट में होने लगे हैं। उदाहरण के लिए जैसा कि हम जब भी पहले अपना सेविंग अकाउंट खुलवाते थे तो उसके लिए हमें बैंक सेविंग अकाउंट को खुलवाने के लिए लाइनों में खड़ा रहना पड़ता था।
लेकिन वर्तमान समय में कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी के चलते आप घर बैठे ही ऑनलाइन तरीके से आसानी से पैन कार्ड तथा आधार कार्ड का उपयोग करके 5 मिनट से भी कम समय में खाता खोल सकते हैं।
वर्तमान समय में अनेक बैंक एडवांस सुविधा प्रदान करती है जिनके अंतर्गत Neo Bank का नाम भी आता है। भारतीय रिजर्व बैंक इंडिया की तरफ से इन बैंकों को किसी भी प्रकार की मान्यता नहीं दी गई होती हैं लेकिन फिर भी इन्हें सुरक्षित माना जाता है और यह सुरक्षित होते भी है ऐसा इसलिए है क्योंकि अनेक बैंकों के साथ इनकी पार्टनरशिप होती है। जिन्हें के कारण यूजर सेविंग अकाउंट को आसानी से ओपन कर पाते हैं।
हमारे भारत देश में मौजूद अनेक Neo Bank को आरबीआई के द्वारा मान्यता भी दी गई है जैसे कि पेटीएम बैंक फिनो बैंक इसके अतिरिक्त अन्य और भी बैंकें है। PCi Dss Company, Visa आदि कंपनियों के द्वारा नियो बैंक को अप्रूवल भी दिया गया है।
वर्तमान समय में अनेक ऐसे बैंक है जो की Neo Bank के साथ मिलकर अपनी फाइनेंस सेवाओं को ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। Neo Bank एक प्रकार से बैंकिंग सिस्टम को बेहतर बनाने का कार्य कर रहा है। Neo Bank की सुविधाओं के कारण ही आप 5 मिनट में अपना खाता खोल पाते हैं और आप कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
नियो बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?
जो भी व्यक्ति नियो बैंक में अपना जीरो बैलेंस का खाता खोलना चाहते हैं उन्हें जीरो बैलेंस का खाता खोलने के लिए मात्र केवल 3 दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी जिसमें आधार कार्ड पैन कार्ड तथा आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर शामिल है अगर यह तीन डॉक्यूमेंट आपके पास मौजूद है तो आप आसानी से नियो बैंक में सेविंग अकाउंट खोल सकेंगे। और सबसे बढ़िया बात यह है कि इन दस्तावेजों का उपयोग करके आप घर बैठे ही अकाउंट खोल सकेंगे आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
(Neo bank)नियोबैंक से समस्याएं क्या हैं- अभी Neo bank(नियोबैंक) को Control करने का कोई नियम नहीं है इसलिये ग्राहकों के पास आधिकारिक तौर पर किसी समस्या के मामले में कोई कानूनी सहायता मिलने की परेशानी है।
neo bank(नियोबैंक) के पास कोई Physical branch नहीं है एवं भारत के लोग पैसों की सुरक्षा के लिये Physical माध्यमों पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
ये बैंक पारम्परिक बैंक(Traditional Banks) की तरह अपने दम पर ना तो Deposit कर सकते हैं, ना ही lending कर सकते हैं इसलिये इनको पारम्परिक बैंकों के साथ मिलकर काम करना उनकी मजबूरी हो जाती है तथा RBI द्वारा इनको मान्यता नहीं दी गयी है।
भारत में ग्रामीण आबादी बहुत ज्यादा है इसलिये Neo bank(नियोबैंक) को इन ग्राहकों पर भरोसार देना या इन ग्राहकों को जोड़ना एक बहुत बड़ी चुनौती हैं, क्योंकि इन जनता को Physical Presence बहुत पसंद व विश्वसनीय है।
Neo bank(नियोबैंक) Low Cost पर सुविधाएं देते हैं इसलिये इनके सामने Revenue जमा भी एक चुनौती है जिसके कारण इनको लम्बे समय तक टिके रहना एक संदेह है।
नियोबैंक के फायदे:-
- Neo bank(नियोबैंक) की Service Cost पारम्परिक बैंकों से कम है, क्योंकि ये 100% डिजिटल होते हैं जिसके कारण इनको शाखाएं(Branches) खोलने के लिये खर्च नहीं करना पड़ता है।
- ये ग्राहकों को एक App के द्वारा बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते है यानी आपको शाखा में जाने की जरूरत नही है।
- इसमें ग्राहकों को जल्दी खाता खोलने की सुविधा मिलती है
- Neo bank(नियोबैंक) पारदर्शी(transparent) है, क्योंकि ये किसी शुल्क और किसी मुददे को हल करने के लिये Real-time सूचनाएं प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
- इनके द्वारा ज्यादा विकसित इंटरफेस के साथ डैशबोर्ड समधान प्रदान करते हैं तथा भुगतान, बैंक Statement जैसी सेवाओं के लिये ज्यादा सरल तरीके दिये जाते है तथा डैशबोर्ड पर आंकड़े हर कुछ मिनटों में update किये जाते है।
- ग्राहक ऋण के लिये पहले ही उसकी योग्यता प्राप्त कर अपने मोबाइल से उसकी ब्याज दरों की जांच कर सकते हैं।
- नियोबैंक में अन्तर्राष्ट्रीय बैंकिंग के लिये कुछ भी अपडेट किये बिना बड़ी संख्या में लेन-देन किये जा सकते हैं जबकि पारम्परिक बैंकों में अपग्रेड करना होता है।
नियोबैंक में Future : - नियोबैंक वित्तीय समावेशन(Financial Inclusion) की समस्याओं को सुलझाने के लिये मदद कर सकते हैं जैसे- यह अप्रवासियों(Immigrants) के लिये बैंक खाते खोलने के लिये पहचान की पारम्परिक process के स्थान पर नई ऑनबोर्डिंग process के माध्यम से सुविधा प्रदान करने में मदद करेगा।
Neo bank(नियोबैंक) में अधिक कार्यक्षमताओं और सेवाओं को जोड़कर इसका विस्तार किया जा सकता है तथा जिस तरह से डिजिटलीकरण बढ़ रहा है उससे इसका महत्व और बढ़ जायेगा
इसलिये इसका use करना काफी हद तक लाभदायक होगा भले ही शुरूआत छोटे लेन-देन से करें।
क्या नियोबैंक में खाता खोलना चाहिए?- यदि आप technology की अच्छी समझ रखते हैं तो यह आपके लिये सही रहेगा इसके लिये आप कम लेन-देन के साथ शुरू कर सकते है।
क्या नियोबैंक सुरक्षित हैं ? :- हमें ध्यान रखना है कि भारत में Neo bank(नियोबैंक) को मान्यता प्राप्त नहीं है ये पारम्परिक बैंक के साथ साझेदारी करके काम करते हैं जो RBI की निगरानी में होते हैं। जिससे पैसे की सुरक्षा बढ़ जाती है।
यदि आप रोज जरूरत पड़ने वाली बैंकिंग सर्विस के लिये ऑनलाइन का option चुनना चाहते हैं तो Neo bank(नियोबैंक) के Option को चुन सकते हैं।
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