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डिजिटल मार्केटिंग क्या है और कैसे करे: Digital Marketing के प्रकार, करियर व फायदे-नुकसान

Digital marketing in hindi : आज बढ़ते हुए Technology में इंटरनेट का यूज कर लाखों- करोड़ों लोग अपनी जरूरत का सामान घर बैठे ही खरीद लेते हैं चाहे यह खरीदारी त्योहारों के लिए हो, शादी के लिए हो या अपनी खुद की इच्छा के लिए हो ,  

अब लोग जिस तरह पहले सामान बाजार जाकर खरीदते थे, लेकिन अब खरीदारी करने का समय बदल गया, क्योंकि लोग ऑनलाइन वेबसाइट पर समान देखते हैं और पसंद आने पर उसे खरीदते हैं|  

इसलिए जिस तरह से टेक्नोलॉजी बढ़ रही है और जो लोग कपड़ों की दुकान, किराने की दुकान, खिलौने की दुकान आदि काम physical रूप से करते हैं, उन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की पूरी संभावना है। 

Online shopping, Ticket booking, Recharge Bill, payment online transaction आदि काम  इंटरनेट के द्वारा किए जा रहे हैं, 

यूजर्स द्वारा इंटरनेट को अपनाए जाने की वजह से लोग  डिजिटल मार्केटिंग बिजनेस को ज्यादा अपना रहे हैं|

क्योंकि आज कोई प्रोडक्ट खरीदने या सर्विस लेने से पहले उस प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में ऑनलाइन रिसर्च किया जाता है इसलिए किसी कंपनी या बिजनेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग क्या है, इसे कैसे करें : Digital Marketing के प्रकार व फायदे (Digital Marketing in Hindi)


इसलिए आज हम डिजिटल मार्केटिंग के बारे में बात करने जा रहे हैं कि डिजिटल मार्केटिंग क्या है?, इसकी जरूरत क्यों है, इसका इस्तेमाल कहां और कैसे किया जाता है? यह कितने प्रकार की है?

डिजिटल मार्केटिंग क्या है?(Digital Marketing kya hai in hind) :-  

डिजिटल मार्केटिंग में 2 शब्द आते है 

1. डिजिटल 

2. मार्केटिंग।

डिजिटल का मतलब होता है कि कोई भी ऐसा माध्यम जहां पर इलेक्ट्रॉनिक का प्रयोग करके किसी सूचना या कम्युनिकेशन किया जाता है तो ये सभी डिजिटल के अन्तर्गत आ जाता है।

इसमें बहुत सारे उपकरण आ जाते हैं, जैसे इन्टरनेट, डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन आदि ये सारा कान्सेप्ट इसी के आस पास रहता है।

वहीं मार्केटिंग को मतलब होता है कि कोई व्यक्ति, बिजनेस, या कम्पनी अपने प्रोडेक्ट या सर्विस को टारगेटेड ओडियंस को पहूचाने के लिये उसका प्रसार प्रचार करती है तो इसको हम कहते है मार्केटिंग करना।

डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए की जाने वाली मार्केटिंग है, 

जिसके द्वारा कोई भी कंपनी अपने Product और Services को आसानी से बहुत कम समय में ग्राहक तक पहुंचा सकती है जिसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जाता है 

यानी डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट के माध्यम से की जाती है और हम इससे इंटरनेट, लैपटॉप, कंप्यूटर, Phone, वेबसाइट Advertisements, किसी एप्लीकेशन के द्वारा जुड़ सकते हैं।

जब कोई कंपनी किसी Product को लॉन्च करती है तो उसे अपने ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए मार्केटिंग की जरूरत होती है यानी मार्केटिंग का मतलब है सही जगह और सही समय पर अपने ग्राहकों से कनेक्ट होना |

इसलिए आज अधिकतर कंपनियां (चाहे छोटी कंपनियां हो या बड़ी कंपनियां) हर कोई डिजिटल मार्केटिंग का use कर कर रही है, 

अपने ग्राहकों से इंटरनेट के द्वारा ही connect होती हैं क्योंकि आज अधिकतर जनसंख्या इंटरनेट का प्रयोग कर रही है हर वर्ग के लोग इंटरनेट का प्रयोग कर रहे हैं एवं इंटरनेट की संख्या लगातार बढ़ने पर है।

जिस तरह कोई कंपनी अपने Product का Advertisement बड़े-बड़े पोस्टर, बैनर या और किसी तरीके से करती है वैसे ही ऑनलाइन मार्केटिंग या digital मार्केटिंग से भी किया जा सकता है|

Offline मार्केटिंग हो या Online मार्केटिंग उन सब का मुख्य उद्देश्य होता है लोगों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचना| 

Digital मार्केटिंग के द्वारा ग्राहकों तक पहुंच के साथ-साथ उनकी गतिविधियों, उनकी आवश्यकताओं पर भी ध्यान दिया जा सकता है जैसे -ग्राहक चाह क्या रहा है, ग्राहक का रुझान किस तरफ है इन सभी पर Analyze किया जा सकता है।

Offline से कंपनी द्वारा एडवर्टाइजमेंट पर ज्यादा खर्च करना पड़ता है जबकि ऑनलाइन मार्केटिंग से बहुत कम लागत में दुनिया भर के लोगों में पहुंच सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग इसलिये भी आज बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि आज छोटे से लेकर बुजुर्ग तक सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर रहे हैं, इसी के चलते इस फिल्ड में जॉब की भी बहुत ज्यादा संभावना बढ़ रही है, इसलिये कॉलेज स्टूडेंट के लिये यह डिजिटल मार्केटिंग को जानना बहुत जरूरी हो जाता है।

आसान भाषा में डिजिटल  मार्केटिंग उसको कहेंगे जो ऑनलाइन मार्केट में एड चला रहे हैं, ब्रांड को प्रमोट कर रहे है, इन्हीं सब चीजों को जो हम अलग अलग तरीकों से सोशल मीडिया पर काम करते हैं उसे ही हम डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं। 

डिजिटल मार्केटिंग की  क्यों आवश्यकता है :- डिजिटल मार्केटिंग में डिजिटल तकनीक द्वारा ग्राहकों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है| 

जब स्मार्टफोन नहीं हुआ करता था तब लोग TV, अखबार, मैगजीन, रेडियो का इस्तेमाल ज्यादा करते थे तो इन जगहों पर कई सारी कंपनियां विज्ञापन देकर प्रचार करती थी एवं लोग इन्हीं विज्ञापनों को देखकर बाजार में प्रोडक्ट खरीदते थे, 

लेकिन वर्तमान के इंटरनेट के दौर में ज्यादातर लोग खासकर युवा वर्ग स्मार्टफोन पर अपना ज्यादातर समय बिताते हैं, 

जैसे TV के स्थान पर यूट्यूब देखना, रेडियो की जगह अलग-अलग एप्लीकेशन के द्वारा गाने वगैरा सुनना, अखबार के स्थान पर गूगल पर Blog पढ़ना यही कारण है कि अब कंपनियां अपने प्रोडक्ट का एडवर्टाइजमेंट इन ही जगह पर कर रही है 

यानी डिजिटल तरीके से कर रहे हैं और उन्हीं जगह पर प्रचार करती हैं जहां पर ज्यादा इंटरनेट यूजर्स पाए जाते हैं।

डिजिटल के माध्यम से कंपनियों को अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिलती है, 

पहले जो लोग शॉपिंग के लिए बाजार जाते थे जिसमें समय काफी लगता था लेकिन अब लोग घर बैठे ही ऑनलाइन वेबसाइट के द्वारा ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीद लेते हैं, जिससे समय कम लगता है ।

डिजिटल मार्केटिंग से ग्राहकों को तो फायदा हुआ है साथ ही व्यापारियों को भी बिजनेस करने में काफी आसानी हुई है,

क्योंकि व्यापारी कम समय में ज्यादा ग्राहकों से जुड़ पा रहे हैं जिसकी वजह से उनके प्रोडक्ट तेजी से के साथ बिक रहे हैं।

आज समाज समय अधिकता से बचना चाहता है इसी को ध्यान में रखते हुए डिजिटल मार्केटिंग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है, 

क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि यदि आप किसी से अपने Product के बारे में मिलने के लिए कहोगे तो वह कहेगा कि मेरे पास समय नहीं है, 

लेकिन ऑनलाइन साइट पर आप से Connect  होने के लिए उसे ज्यादा दिक्कत नहीं होती तथा इंटरनेट का यूज किसी भी स्थान पर आसानी से किया जा सकता है इसलिए डिजिटल मार्केटिंग अपनी जगह बना रहा है।

इंटरनेट के माध्यम से लोग अपनी मनपसंद व आवश्यक सामान आसानी से प्राप्त कर सकते हैं व लोग अब बाजार जाने कैसे बचते हैं तथा ऑनलाइन मार्केटिंग में कम समय में बहुत सारे प्रोडक्ट ओर सर्विस ग्राहकों को दिखाए जाते हैं, 

जिससे ग्राहक प्रोडक्ट जल्दी खरीद लेता है इसी तरह ग्राहक का बाजार आने जाने का समय बच जाता है | 

वर्तमान समय में डिजिटल मार्केटिंग की मांग बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है क्योंकि डिजिटल मार्केटिंग में कम समय लगता है, कम लागत में ज्यादा मुनाफा देखने को मिलता है।

डिजिटल मार्केटिंग का इतिहास :- 

डिजिटल मार्केटिंग की शुरूआत तब से मानी जाती है जब से इंटरनेट की दुनिया में वेबसाइटें बनने लगी, लोगों द्वारा अपने उत्पाद व सेवाओं को बेचने के लिये इंटरनेट पर प्रचार शुरू किया। जैसे- ईमेल, बैनर व सर्च इंजन आदि के द्वारा मार्केटिंग की जाने लगी।

जैसे इंटरनेट की दुनिया में बदलाव आये उसी तरह डिजिटल मार्केटिंग में भी बदलाव देखे गये जैसे मोबाइल मार्केटिंग, एप्लिकेशन मार्केटिंग, ईकॉमर्स मार्केटिंग, गूगल एडवर्ड्स, वीडियो मार्केटिंग आदि वर्तमान में बहुत ज्याद प्रभावित हो रहे हैं। 

वर्तमान में डिजिटल मार्केटिंग लगातार विकसित हो रहा है और नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है तथा व्यपारियों के लिये इसका उपयोग करना जरूरी हो जाता है ताकि वे अपने उत्पाद व सेवाओं को आधुनिक माध्यम से प्रस्तुत कर सकें।

 डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार -

Blogging (ब्लॉगिंग) :-  Blogging डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल करने का सबसे अच्छा तरीका है, इसमें आपके द्वारा अपनी कंपनी के नाम से ब्लॉग बनाना होता है, 

जिसमें आप अपनी द्वारा दी जा रही Services और Product  के बारे में बता सकते हैं, कंपनी के Terms & Conditions, Privacy Policy, Contact Us, About Us आदि के Pages बना सकते हैं, 

जिससे ग्राहकों का विश्वास बढ़े और कंपनी के प्रोडक्ट ओर सर्विस में कोई Change हो या नये लांच हो तो उसे ब्लॉक में अपडेट करते रहे जिससे आप बड़ी संख्या में ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।

Content Marketing :-   इसमें आप अपनी कंपनी की सारी जानकारी कंटेंट के रूप में लिख सकते हैं और इसके लिए आप Content writer की मदद से आकर्षित Sentences बनवा सकते है व कंपनी के ऑफर/डिस्काउंट के बारे में बताना होगा,

जिससे आपकी कंपनी की पहचान बढ़ेगी और ग्राहक भी बढ़ेंगे जिससे आपकी लोकप्रियता भी बढ़ेगी।

Search Engine Optimization(SEO) :-  इसके द्वारा वेबसाइट को ऑप्टिमाइज किया जाता है ताकि काफी ज्यादा ट्रैफिक वेबसाइट पर आए और आपके द्वारा लिखा हुआ सबसे ऊपर गूगल के पहले पेज पर दिखाई दे, 

जिससे आपकी कंपनी के बारे में लोगों को ज्यादा पता चलेगा इसलिए आपको अपनी वेबसाइट गूगल के अनुसार दिए गए गाइडलाइन के अनुसार  बनानी पड़ेगी, 

जिससे ग्राहकों को कुछ भी जानना हो तो वह गूगल का इस्तेमाल करते हैं और गूगल SEO की मदद से जानकारी यूजर्स के सामने रखता है।

Social Media :-  सोशल मीडिया में कई सारी वेबसाइट से आती है, जैसे - फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर, LinkedIn, टेलीग्राम, Snap chat,  Pinterest  आदि आते हैं|  

इसलिए सोशल मीडिया डिजिटल मार्केटिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है तथा सोशल मीडिया के द्वारा व्यापारी ना केवल अपने प्रोडक्ट और सर्विसेस को प्रमोट करते हैं, 

बल्कि वे यह भी जान सकते हैं कि ग्राहक उनके Plan के बारे में क्या सोच रहे हैं।

Google Adwords :- जब आप कोई ब्लॉग या वेबसाइट Open करते हैं और उसे पढ़ते हैं तो आपने बहुत सारे विज्ञापन देखे होंगे जिसमें अधिकतर विज्ञापन गूगल द्वारा दिखाई जाते हैं, 

इसलिए कोई भी व्यापारी गूगल Adwords की मदद से अपनी मार्केटिंग कर सकता है|  यह एक पैड सर्विस है जिनके लिए आपको गूगल को पैसे देने होते हैं|  

Google Adwords द्वारा आप कई तरह के Apps चला सकते हैं जैसे - Test Ads  Images Ads, gifts Ads, Match content Ads, Video ads, pop-up ads, Sponsored search, web banner ads आदि | 

Apps Marketing :-   इंटरनेट के द्वारा बहुत सारी कंपनियां अपना App बनाकर लोगों तक पहुंचती हैं व अपना प्रचार करती हैं यह डिजिटल मार्केटिंग का एक अच्छा तरीका है क्योंकि बहुत सारे लोग अपने मोबाइल पर ऐप्स का प्रयोग करते हैं।  

You tube Channel :-  You tube का बड़ी संख्या में use किया जा रहा है एवं इसलिए इस पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक रहता है आप यूट्यूब चैनल बनाकर अपने प्रोडक्ट को Promote कर सकते हैं, 

जैसे जब आप कोई वीडियो देखते हैं तो वीडियो के बीच में विज्ञापन आता है दरअसल यह विज्ञापन किसी कंपनी की मार्केटिंग होती है, 

यूट्यूब पर भी बड़ी संख्या में ट्रैफिक आने की वजह से मार्केटिंग बड़ी संख्या में होती है और जिससे कंपनियों द्वारा लोगों को आकर्षित करना आसान होता है और कमाई भी बढ़ती है।

Email Marketing :-  इसमें कंपनियां ग्राहकों को ईमेल के द्वारा अपने Product और Services के बारे में जानकारियां देती हैं तथा 

इससे ऑफर और डिस्काउंट के साथ पूरी इंफॉर्मेशन दी जाती है और साथ में इसमें प्रोडक्ट या सर्विस इसका Link लगा दिया जाता है ताकि कस्टमर इस Link के द्वारा उस प्रोडक्ट पर पहुंच जाएं |

ई मेल के द्वारा आप बहुत बड़ी संख्या में ग्राहकों के पास एक क्लिक में पहुंच सकते हैं, इसलिए ईमेल मार्केटिंग प्रत्येक कंपनी के लिए बहुत जरूरी हो जाता है, 

किसी कंपनी द्वारा नए ऑफर और डिस्काउंट को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए ईमेल मार्केटिंग बहुत सरल रास्ता है।

PPC Marketing(Pay Per Click Advertisement) :-  जैसे ही इस के नाम से पता चल रहा है कि किसी विज्ञापन पर क्लिक करने पर पैसे कटते हैं 

यानी जिस विज्ञापन को आप देखते हैं और उसके बदले आपको भुगतान करना पड़ता है उसे Pay Per Click Advertisement कहते हैं।

Affiliate Marketing :- इसमें आप अपना Link बनाते हैं और इस Link में आप अपने Product Ad करते हैं जिससे ग्राहक इस Link पर क्लिक करता है और आपका उत्पाद खरीदना है।


डिजिटल मार्केटिंग का सिलेबस


अगर आप डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं तो आपको डिजिटल मार्केटिंग सिलेबस के सिलेबस से जुड़ी जानकारी जरूर जान लेनी चाहिए लेकिन अलग-अलग इंस्टिट्यूट के अंतर्गत कोर्स लेवल के अनुसार अलग-अलग सिलेबस हो सकते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख सिलेबस को लेकर अगर हम जानकारी को जाने तो वह इस प्रकार हो सकते हैं: -


  • सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन

  • ईमेल मार्केटिंग

  • इंट्रोडक्शन टू डिजिटल मार्केटिंग

  • इंट्रोडक्शन टु सीआरएम

  • सोशल मीडिया

  • मार्केट रिसर्च

  • एफिलिएट मार्केटिंग

  • एड्स ऑप्टिमाइजेशन

  • वेबसाइट डाटा एनालिटीक्स

  • प्रोडक्ट मार्केटिंग

  • डिजिटल मार्केटिंग प्रोजेक्ट मैनेजमेंट


डिजिटल मार्केटिंग क्या है, इसे कैसे करें : Digital Marketing के प्रकार व फायदे (Digital Marketing in Hindi)

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे :- 

इसके द्वारा आप अपने Product या Services को आसानी से कहीं भी Promote कर सकते हो,

कंपनी जिस तरह से पोस्टर, बैनर या अन्य तरीकों से मार्केटिंग करती हैं उसमें बहुत ज्यादा पैसों का खर्चा आता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आप कम समय, कम पैसों में दुनिया भर में Advertisement  कर सकते हो, 

डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा Target  Audience को चुन सकते हैं, ग्राहकों के रुझान व ग्राहक क्या चाह रहा है उसको जान सकते हो, 

इसके द्वारा आप दुनिया में कहीं भी मार्केटिंग कर सकते हैं प्रोडक्ट की आवश्यकता के अनुसार मार्केटिंग कर सकते हैं जैसे :- यदि आपका Product इंडिया में बन रहा है, 

लेकिन आप इसको कनाडा में बेचना चाहते हो तो आप इंडिया में घर बैठे कनाडा में मार्केटिंग कर सकते हो | 

डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आपको कई सारे तरीके मिलते हैं मार्केटिंग करने के जिसकी सहायता से आप आसानी से मार्केटिंग कर सकते हो|  

कंपनी अपने प्रोडक्ट को प्रचार के साथ-साथ ऑनलाइन बेच भी सकती है गूगल एनालिटिक्स का प्रयोग कर डिजिटल मार्केटिंग को मापना आसान है।

डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से आप उन ग्राहकों को target कर सकते हो जो आपकी Services और Product  खरीदने में रुच रखते हैं जिससे आप उनकी पसंद के अनुसार Ads दिखाकर अपना प्रोडक्ट बेच सकते हो

परंपरागत मार्केटिंग की तुलना में डिजिटल मार्केटिंग द्वारा लोगों में विश्वास जीतना आसान है क्योंकि इसके द्वारा कोई कंपनी ऑफर और डिस्काउंट के लिए Personalized ईमेल या मैसेज भेज सकती है|

Competition के दौर में डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आप कई तरीकों का Use कर सकते हो जहां आप का Competition कम हो जैसे - SEO, सोशल मीडिया, एफिलिएट मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, कंटेंट मार्केटिंग आदि| 

छोटे बिजनेस के लिए भी डिजिटल मार्केटिंग फायदेमंद है क्योंकि Traditional मार्केटिंग में Advertisement के लिए पैसा बहुत खर्च होता है, 

लेकिन डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा छोटे बिजनेस भी अपना मार्केटिंग Campaign शुरू कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के नुकसान :- आज छोटी या बड़ी सभी कंपनियां अपने Product और Services को डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से ही प्रमोट कर रही है जिसके कारण डिजिटल मार्केटिंग मैं Competition बहुत ज्यादा बढ़ गया है, 

डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा बिजनेस को ब्रांड बनाने में बहुत समय लगता है |

किसी भी ब्रांड के लिए सिक्योरिटी बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, लोगों की प्राइवेसी का Issue भी रहता है, 

डिजिटल मार्केटिंग पूरी तरह टेक्नोलॉजी पर आधारित है और अक्सर देखा गया है कि कभी-कभी इंटरनेट में errors आ जाते हैं जिसके चलते कभी-कभी Link काम नहीं करता और Landing page load होने में दिक्कत आती है।

डिजिटल मार्केटिंग में करियर :- 

आज जिस तरह से टेक्नॉलॉजी बढ़ रही है व इस डिजिटल मीडिया के युग में डिजिटल मार्केटिंग में Scope की बहुत संभावना है जिस तरह पहले लोग ज्यादातर न्यूज़ को न्यूज़पेपर में ही पढ़ते थे,

लेकिन आज हम न्यूज़ डिजिटल मीडिया- यूट्यूब, टि्वटर, फेसबुक आदि पर पढ़ते हैं जिससे डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में बड़ा उछाल आया है |

आज हम जो कुछ भी देखना होता है उसके लिए हम डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेते हैं, आज ज्यादातर कंपनियां अपने प्रोडक्ट और सर्विसेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सहारा ले रही हैं,

इसलिए डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम करने वाले व डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट की आवश्यकता बढ़ रही है।

जिस तरह इंटरनेट की दुनिया का विस्तार हो रहा है उसी तरह डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में भी भविष्य और मैं और विस्तार होने की संभावना है।

डिजिटल मार्केटिंग कैसे करें?  : - 

आप डिजिटल मार्केटिंग Online या Offline दोनों तरीकों से सीख सकते हैं 

यदि आप Offline डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आप किसी अच्छे डिजिटल संस्था में Admission ले सकते हैं और कोर्स कर सकते हैं, 

यदि आप Online डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं तो इसके लिए यूट्यूब पर बहुत सारे फ्री कोर्स मिल जाएंगे और paid कोर्स भी या गूगल पर भी फ्री कोर्स उपलब्ध है आप अपने अनुसार डिजिटल मार्केटिंग के कोर्स को सीख सकते हैं।  

Network Marketing  और Digital Marketing में अन्तर :- 

  • नेटवर्क मार्केटिंग को शुरू हुए काफी समय हो गया जबकि डिजिटल मार्केटिंग को शुरू हुए कुछ ही साल हुए है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती है जबकि डिजिटल मार्केटिंग निवेश की जरूरत होती है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में लोगों का जुड़ना बहुत जरूरी है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में लोगों का जुड़ना ज्यादा जरूरी नहीं है, बल्कि प्रोडेक्ट बहुत जरूरी है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में ज्यादा पढ़ाई-लिखाई की जरूरत नहीं है यानी इसमें बिना पढ़े-लिखे भी जुड़ सकते हैं जबकि डिजिटल मार्केटिंग जितने पढ़े-लिखे होंगे उतना ही फायदा है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग छोटे, ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा फैला है जबकि डिजिटल मार्केटिंग छोट, बड़े सभी में इसका विस्तार है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग दोनों में आय अपनी स्कील के अनुसार कमा सकते हैं।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में घूमने, मिलना ज्यादा होता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में लैपटाप वगैरा में ज्यादा समय देना होता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग में इनडायरेक्ट ज्यादा कमा सकते है, यानी आप काम करोगे तब भी कमाओगे और जब आपके नीचे वाले लोग काम करेंगे तब भी आप कमाओगे लेकिन डिजिटल मार्केटिंग में खुद के द्वारा ही कमा पाओगे।
  • नेटवर्क मार्केटिंग कोई भी शुरू कर सकता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में स्कील चाहिए, अनुभव चाहिए मतलब हर कोई आसानी से शुरू नहीं कर सकता।
  • नेटवर्क मार्केटिंग को Pull रणनीति कहा जाता है यानी इसमें आपको ग्राहकों को फोन के माध्यम से या खुद जाकर लोगों को जोड़ना या अपने साथ लाना पड़ता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग को Puss रणनीति कहा जाता है यानी इसमें ग्राहक खुद आपके पास आता है। ग्राहक के लिहाज से देखा जाये तो डिजिटल मार्केटिंग को लोग ज्यादा पसंद करते है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग आपका खुद को बिजनेस है जबकि डिजिटल मार्केटिंग आपके खुद के बिजनेस को मदद करता है या आप जॉब कर सकते हो, या एजेंजी के द्वारा काम कर सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में सीमित मात्रा तक ही पहूंच सकते हो जबकि डिजिटल मार्केटिंग में असमिति मात्रा में लोगों तक पहूंच सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग सीमित मात्रा में ही प्रोडेक्ट को बेच सकते हो जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आप कितने भी प्रोडेक्ट बेच सकते हो।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में जिस तरह कम्पनियां भाग गयी हैं या लोगों को दिखावे के साथ जोड़ना पड़ता हएै जिसके कारण समाज में इसे नकारात्मक नजरिये से देखा जाता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आप खुद का काम करते हो जिससे समाज में इसे सकारात्मक नजरिये से देखा जाता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग एमएलएम शब्द को छुपाती है, चैन सिस्टम को बताने से बचती है, इसमें घूमा फिराकर बात की जाती है जबकि डिजिटल मार्केटिंग खुली किताब है जिसे कोई भी देख व जान सकता है। 
  • नेटवर्क मार्केटिंग आप में एक आत्म विश्वास दिखाता है, क्योंकि आपको प्रस्तुत होना पड़ता है, लोगों को समझाना पड़ता है, तथा इसमें आत्म विश्वास की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, जिसके कारण आपको खुद को विकसित करने के लिये सीखना पड़ता है, जबकि डिजिटल मार्केटिंग में आत्म विश्वास की कमी रहती है।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में आपको कोई कर्मचारी नहीं रखना होता है कोई ऑफिस नहीं खोलना होता है जबकि डिजिटल मार्केटिंग में भी कर्मचारी व ऑफिस की जरूरत नहीं होती है, लेकिन जब तक आप अपना एक सेटअप नहीं बना लेते है तब तक आप कमा नहीं सकते ।
  • नेटवर्क मार्केटिंग में आपकी पेसिव आय बनती है जब आप एक बार टीम बना लेते हो तो उसके बाद आप कुछ भी नहीं करते हो तो आपकी इनकम आती रहेगी जबकि डिजिटल मार्केटिंग में जब तक आप काम करोगे तब तक इनकम आयेगी जहां आपने काम छोड़ा फिर आपकी इनकम नहीं आयेगी यानी काम करोगे तो पैसा मिलेगा नहीं करोगे तो पैसा नहीं मिलेगा। 

डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए फ्री Apps कौन से हैं :-  वैसे तो डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए बहुत सारे Apps व वीडियो मिल जाएंगी लेकिन कुछ Best डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए निम्न है ;-

  • TED app, 
  • Google primer, 
  • slide share, 
  • इसके अलावा यूट्यूब वीडियो की मदद से आप सीख सकते हैं।

 डिजिटल मार्केटिंगके लिए कौन सा कोर्स करें? -

यदि आप ऑफलाइन सीख रहे हैं तो यह depend करता है संस्था पर, 

क्योंकि हर संस्था की फीस अलग-अलग होती है इसके लिए आप यूट्यूब या गूगल का सहारा ले सकते हैं, 

लेकिन सामान्यत: डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स 30-40 हजार में हो जाता है यदि गूगल पर सर्च करेंगे तो आपको बहुत से ऐसे संस्थान मिल जाएंगे जो डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स 30-40 हजार में करा रहे हैं ।

डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करने के बाद क्या करें :- डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करने के बाद आप किसी कंपनी में जॉब कर सकते हैं और जब आपको Experience  और  Confidence आ जाए तो आप अपनी एजेंसी खोल सकते हैं, 

क्योंकि जिस तरह से लोग डिजिटल मीडिया का Use कर रहे हैं तो ऐसे में digital Expert की demand  बहुत ज्यादा है उसके बाद इस क्षेत्र में अच्छी तरक्की कर सकते हो।

डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए:-

चलिए अब हम जानते हैं कि आखिर में डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमा सकते हैं दोस्तों डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमाने के अनेक सारे तरीके हैं जिनमें शामिल कुछ तरीके जैसे कि ब्लॉगिंग करके डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं 

  • Affiliate मार्केटिंग करके डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं, 
  • एंड्राइड ऐप बनाकर डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं, 
  • ड्रॉपिंग करके डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं, 
  • यूट्यूब चैनल बनाकर डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं।
  • ऑनलाइन फोटो बेचकर डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं, 
  • वेबसाइट डिजाइनिंग का काम करके डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं 
  • ईमेल मार्केटिंग करके डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं 
  • कॉपीराइटिंग सर्विस देकर डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमा सकते हैं 

इसके अतिरिक्त भी डिजिटल मार्केटिंग के अंदर और भी अनेक सारे कार्य आते हैं जिन्हें करके आप आसानी से डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा पैसे कमा सकते हैं।

जैसा कि हमने आपको अनेक सारे ऊपर कार्य बताए हैं इनमें से अनेक सारे व्यक्ति एक-एक कार्य को पकड़कर भी अच्छा खासा कमा लेते हैं यानी कि उनके ऊपर काम करके क्लाइंट के द्वारा अच्छे खासे पैसे कमा लेते हैं ऐसे में आप भी इन सभी तरीकों में से किसी भी तरीके को अपनाकर आराम से पैसे कमा सकते हैं अगर आप चाहे तो अपना पूरा मैनेजमेंट बैठ कर एक साथ इनमें से अनेक कार्य को करके भी पैसे कमा सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग से पैसा कमाने के लिए सबसे पहले तो आप डिजिटल मार्केटिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी को हासिल करें जिसके बाद में आपको सोशल मीडिया पर एक्टिव होना है तथा वहां से अपने क्लाइंट को ढूंढना है। 

सोशल मीडिया पर आपको अपनी प्रोफाइल बना लेनी है तथा अपनी सर्विसों के बारे में वहां पर बताना है इसके अतिरिक्त भी कैसे भी करके अपने सर्विस को प्रमोट करना है ताकि अधिक से अधिक क्लाइंट आपको मिल सके जिससे आप डिजिटल मार्केटिंग के Through और भी अधिक पैसे कमा सकेंगे।

डिजिटल मार्केटिंग में व्यक्ति कोई एक तरीके से पैसा नहीं कमाता है बल्कि डिजिटल मार्केटिंग सीखने के बाद अनेक ऐसे रास्ते खुल जाते हैं जहां से व्यक्ति पैसा कमा सकता है डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत जितने भी कार्य हैं, 

उन सभी की जरूरत कहीं ना कहीं अनेक व्यक्तियों को है और वह कहीं ना कहीं डिजिटल मार्केटिंग सीखने वाले व्यक्ति से उन कार्यों को करवा रहे हैं तो ऐसे में आप भी डिजिटल मार्केटिंग के बारे में संपूर्ण ज्ञान को हासिल करके आराम से डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा पैसे कमा सकते हैं।

अब जानते हैं कि किस प्रकार से आप डिजिटल मार्केटिंग कर के अपने बिज़नेस को बढ़ा सकते हैं?

डिजिटल मार्केटिंग को करने के माध्यम। 

डिजिटल मार्केटिंग क्या है


किसी भी बिज़नेस को बड़ा बनाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा सेल्स पाने के लिए बिज़नेस के मार्केटिंग करना बहुत ही जयादा जरुरी है। वैसे तो मार्केटिंग के कई सारे तरीके होते हैं, लेकिन आज के समय में मार्केटिंग का एक सबसे अच्छा तरीका डिजिटल मार्केटिंग भी है। 


ट्रेडिशनल प्रिंटिंग माध्यम से मार्केटिंग के साथ - साथ अगर आप अपने बिज़नेस में डिजिटल मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आज के इस लेख में हम आपको डिजिटल मार्केटिंग कैसे करें के बारे में अच्छे से जानकारी को देंगे, ताकि आप अपने बिज़नेस को डिजिटल मार्केटिंग के मदद से भी ग्रोथ कर सके। 

डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है, और डिजिटल मार्केटिंग कैसे की जाती है?

डिजिटल मार्केटिंग, में मार्केटिंग को डिजिटल माध्यम के द्वारा किया जाता है, जिसमे किसी बिज़नेस को इंटरनेट पर प्रमोट किया जाता है। डिजिटल मार्केटिंग में बिज़नेस को ऑनलाइन माध्यम जैसे सोशल मीडिया, वेबसाइट के द्वारा, बैनर एडवरटाइजिंग इत्यादि के माध्यम से किया जाता है। 


आसान शब्दों में समझा जाए तो डिजिटल मार्केटिंग का मतलब होता है, ऑनलाइन इंटरनेट पर डिजिटल मीडियम का इस्तेमाल करके मार्केटिंग करने को डिजिटल मार्केटिंग कहा जाता है। हालाँकि डिजिटल मार्केटिंग एक बहुत ही बड़ा मार्केटिंग का तरीका है और इससे बहुत ज्यादा बिज़नेस को मुनाफा मिल सकता है। 


इसलिए ऐसे में हमे बिज़नेस को समझ कर उस हिसाब से मार्केटिंग की स्ट्रेटेजी बनानी चाहिए और फिर अपने बिज़नेस के लिए मार्केटिंग करना चाहिए। आइये हम आपको डिजिटल मार्केटिंग कैसे करना चाहिए के बारे में बतलाते हैं। 

डिजिटल मार्केटिंग कैसे की जानी चाहिए?

डिजिटल मार्केटिंग करने से पहले आपको अपने बिज़नेस को बहुत अच्छे से समझना होगा की आपका टारगेट ऑडियंस किस प्रकार का है। इसलिए आप सबसे पहले यह सुनुश्चित करे की आपका टारगेट ऑडियंस कौन है और आपका टारगेट ऑडियंस कौन नहीं है। 


डिजिटल मार्केटिंग क्या है


उसके बाद आप यह रिसर्च करें की आप किस तरह से अपने बिज़नेस का फायदा चाहते हैं, उदाहरण के लिए क्या आप अपने कोई कोर्स को बेचना चाहते हैं, या फिर आप अपने ब्रांड का प्रमोशन करना चाहते हैं। या फिर आपका कोई इवेंट है और आप उसका प्रचार करवाना चाहते हैं। 


आइये मैं आपको एक उदाहरण से समझाता हूँ की अगर किसी व्यक्ति को कोर्स बेचना है तो वे कैसे मार्केटिंग कर सकते हैं। मान लेते हैं की एक व्यक्ति ने एक कोर्स को बनाया है जिसमे वे सिखाया है की कैसे कोई व्यक्ति ऑनलाइन फ्रीलांसिंग कर के पैसे कमा सकते हैं। 


तो मेरे लिए बैनर एड्स, वीडियो एड्स दोनों ही किफायती रहेंगे। उसके बाद मैं उन्हें एक लैंडिंग पेज पर लाऊंगा और फिर मैं अपने कोर्स के बारे में डिटेल दूंगा। जहाँ पर वे पहले से लिखे हुए ब्लॉग में सारी जानकारी को पढ़ सकते हैं। और इस तरह से मैं अपने कोर्स को बेच कर कन्वर्शन जेनेरेट करूँगा। 

डिजिटल मार्केटिंग को करने के माध्यम। 

डिजिटल मार्केटिंग कई प्रकार के माध्यम से कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप वीडियो के माध्यम से भी डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। इसके अलावा डिजिटल मार्केटिंग को सोशल मीडिया के माध्यम से भी कर सकते हैं, या फिर वेबसाइट के माध्यम से भी डिजिटल मार्केटिंग की जा सकती है। आइये हम आपको एक - एक करके डिजिटल मार्केटिंग करने के तरीके के बारे में बताते हैं। 

यूट्यूब एड्स की माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग करें। 

अगर आप अपने बिज़नेस में प्रमोशन कर के बहुत फ़ास्ट रिजल्ट पाना चाहते है तो ऐसे में आप यूट्यूब पर एड्स चला कर बहुत तेजी से अपने बिज़नेस को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचा सकते हैं। यूट्यूब पर एड्स चलाने के लिए सबसे बेस्ट तरीका है, यूट्यूब वीडियो एड्स। 


आप अपने बिज़नेस के बारे में बहुत ही अच्छा सा वीडियो बना कर उसका प्रमोशन करवा सकते हैं। यूट्यूब पर एड्स चलाने के लिए आप गूगल वीडियो एड्स का मदद ले सकते हैं। आपको बता दें की गूगल का अपना एक एड्स कैंपेन है, जिसका नाम है गूगल एड्स। 


इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर के आप वीडियो एड्स बना सकते हैं। हालाँकि आपको इसमें प्रमोशन करने के लिए पैसे देने होंगे। और साथ ही आपको गूगल एड्स कैंपेन को सेटअप करना भी आना चाहिए। इसके लिए आप यूट्यूब पर कई वीडियो देख सकते हैं जिसमे आप गूगल एड्स कैंपेन के बारे में सिख सकते हैं। 

फेसबुक एड्स कैंपेन का इस्तेमाल कर के डिजिटल मार्केटिंग करें। 

जिस तरह से गूगल एड्स कैंपेन, मार्केटिंग के लिए बहुत ही बेहतरीन जरिया है, उसी प्रकार से फेसबुक एड्स भी मार्केटिंग करने के लिए एक बहुत ही अच्छा जरिया है। ऐसे में दोस्तों आपको डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए फेसबुक एड्स कैंपेन का भी इस्तेमाल जरूर से करना चाहिए। 


फेसबुक एड्स कैंपेन को रन करने के लिए आपको पहले फेसबुक पेज को बनाना पड़ेगा, उसके बाद आपको फेसबुक पेज के अंदर मेटा एड्स का इस्तेमाल कर के एड्स कैंपेन को रन करना पड़ेगा। आपको बता दें की यह भी पेड प्लेटफार्म है और आपको इसमें भी पैसे देने होंगे। 

कंटेंट क्रिएट कर के डिजिटल मार्केटिंग करें। 

आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग करने का सबसे अच्छा तरीका जो मुझे लगता है, वो है कंटेंट क्रिएशन। जी हाँ दोस्तों, कंटेंट क्रिएशन के जरिये आपको भले ही थोड़ा लेट, रिजल्ट आएगा। लेकिन आपको इसमें टारगेट ऑडियंस बहुत ही आसानी से मिलते हैं और साथ ही आपको इसमें लॉन्ग टर्म मारेक्टिंग में भी बहुत फायदा होता है। 


कंटेंट क्रिएशन के लिए आप कोई भी प्लेटफार्म जैसे की फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ब्लॉग इत्यादि को चुन सकते हैं और फिर उस प्लेटफार्म पर रेगुलर कंटेंट को डालते रहिये और फिर धीरे - धीरे आपके कंटेंट से मार्केटिंग होना चालु हो जायेगा। इस तरह से आप अपने एक प्लेटफार्म को भी बढ़ा सकते हैं और अपने मारेक्टिंग को बेहतर कर सकते हैं। 


डिजिटल मार्केटिंग क्या है


ऐसे में आप 03 महीने से लेकर 06 महीने का वक़्त लीजिये, और फिर आप कोई एक प्लेटफार्म को चुनिए, और फिर आप उस पर हर दिन या फिर हफ्ते में कुछ दिन कंटेंट डालते रहिये। और ये चीज़ को आप कंसिस्टेंसी के साथ में बरकरार रखिये, इस तरह से आप डिजिटल मार्केटिंग को बहुत बेहतर तरीके से कर सकते हैं। 


हालाँकि अगर आप नए है तो आप यूट्यूब रील्स या फिर फेसबुक रील्स, या फिर इंस्टाग्राम रील्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने बिज़नेस के हिसाब से अच्छे रील्स को बनाइये, क्यूंकि रील्स बहुत तेजी से वाइरल होता है, और इससे व्यू बहुत ज्यादा आता है। ऐसे में आप मार्केटिंग करने के लिए रील्स का भी इस्तेमाल जरूर से करें।


डिजिटल मार्केटिंग के बारे में जानकारी (FAQs): 

Q. डिजिटल मार्केटिंग के जनक कौन हैं?

A. डिजिटल मार्केटिंग के जनक Philip Kotler हैं।

Q. डिजिटल मार्केटिंग कौन कर सकता है?

A. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के लिए कोई भी स्टूडेंट 12वीं के बाद एडमिशन ले सकता है वैसे डिजिटल मार्केटिंग में कोई भी अनुभव, skill के साथ blogging, youtube आदि के माध्यम से कर सकता है ।

Q. डिजिटल मार्केटिंग के लिए योग्यता क्या है ?

A. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के लिए कम से कम 12 वीं तो होनी चाहिए, वैसेडिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमाने के लिये कोई सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होती है, इसके लिये आपके पास स्किल होनी चाहिए।

Q. डिजिटल मार्केटिंग में कितनी सैलरी होती है ?

A. डिजिटल मार्केटिंग में कोई सैलरी फिक्स नहीं है, यह आपकी कुशलता पर निर्भर करता है, जितनी आपकी कुशलता होगी, उतनी ही आपकी सैलरी होती है तथा इसमें औसत सैलरी 3 लाख से 9 लाख होती है।

Q. डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाते हैं  ?

A. डिजिटल मार्केटिंग से कई तरीकों से पैसे कमाये जा सकते है, जैसै-ब्लॉगिंग, यूट्यूब, एससीओ, एफिलिएट मार्केटिंग, पीपीसी, एडवर्ड आदि के द्वारा इससे पैसे कमाये जा सकते है।

Q. क्या मैं घर पर डिजिटल मार्केटिंग सीख सकता हूं।?

A. कोई व्यक्ति घर पर गूगल, यूट्यूब आदि के द्वारा आप डिजिटल मार्केटिंग सीख सकते हैं, क्योंकि आप तकनीक की दुनिया में सब कुछ घर पर उपलब्ध है।

Q. डिजिटल मार्केटिंग का दूसरा नाम क्या है ?

A. डिजिटल मार्केटिंग को हम ऑनलाइन मार्केटिंग के रूप में कह सकते हैं, क्योकि इसमें ऑनलाइन तरीके से अपने प्रोडक्ट या सर्विस को बेचा जाता है | 

Q. डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत कब हुई ?

A. डिजिटल मार्केटिंग की शुरूआत वैसे तो कोई फिक्स डेट नहीं है, लेकिन इसकी शुरूआत 1995 से मानी जाती है तथा वास्तविक शुरूआत 2008 से मानी जाती है|  

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