किसी Business को उसके उत्पादों या सेवाओं को अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए योजनापूर्ण तरीके से काम करना। इसका उद्देश्य होता है Product या सेवा की बिक्री बढ़ाना और ग्राहकों की संतुष्टि प्राप्त करना।
मार्केटिंग मैनेजमेंट के फायदे हैं कि यह Business को बाजार में मज़बूती प्राप्त करने में मदद करता है, ग्राहकों के बीच बातचीत को बढ़ाता है, उत्पादों या सेवाओं की बिक्री को बढ़ाता है, और नई Marketing अवसरों को खोजने में सहायक होता है।
इस आर्टिकल में हम मार्केटिंग मैनेजमेंट Strategy के बारे में भी चर्चा करेंगे। अगर आप व्यापार कर रहे हैं, Business शुरू करने की सोच रहे हैं, या किसी प्रोजेक्ट के लिए नोट्स बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है। इस लेख में हम उदाहरणों के साथ समझाने का प्रयास करेंगे ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें।
मार्केटिंग मैनेजमेंट हिंदी में समझे बड़ी आसानी से
Marketing Management का मतलब है Business के लिए बेहतर अवसरों की तलाश करना, सही दिशा में प्लानिंग करना, Strategy तैयार करना। इसमें Product, Location, Price और प्रचार को बढ़ावा देना शामिल है ताकि उपभोक्ताओं को आकर्षित किया जा सके।
अगर आपने एक अच्छे स्कूल से पढ़ाई की है, तो आपने देखा होगा कि आपके शिक्षक या स्कूल लगातार आपके दिखावा पर ध्यान देते हैं। वे चाहते हैं कि आपका Class में प्रदर्शन खराब न हो, इसलिए वे लगातार उन रणनीतियों पर काम करते हैं जिनसे आप बेहतर ढंग से सिख सकें।
वे आपको सिखाने के लिए बेहतर शिक्षण सामग्री तैयार करते हैं, उसे सही ढंग से Presented करते हैं ताकि आप तक सभी जानकारी सही ढंग से पहुंच सके और फिर आपके प्रदर्शन को Track करते हैं।
ठीक इसी प्रकार किसी भी बिजनेस को सफल बनाने के लिए भी Brand Management, Marketing Strategy तैयार करने, सीमित संसाधनों का बेहतर उपयोग करने पर ध्यान दिया जाता है। इसके बाद बिजनेस के प्रदर्शन को Track किया जाता है।
मार्केटिंग मैनेजमेंट क्या है (Marketing Management in hindi) :
मार्केटिंग मैनेजमेंट को हिंदी में विपणन प्रबंधन कहा जाता है। इसका मतलब है कि Business करने के लिए बेहतर अवसर ढूंढना, सही योजना बनाना, सही Strategy तैयार करना आदि।
मार्केटिंग मैनेजमेंट का मतलब है कि Product, Location, Price और प्रचार को बढ़ावा देना ताकि उपभोक्ताओं को आकर्षित किया जा सके। इसके जरिए उपभोक्ताओं की रुचि पैदा की जाती है और उन्हें Product या सेवा की ओर आकर्षित किया जाता है।
एक उदाहरण के रूप में, एक बड़ी चॉकलेट कंपनी अपने Product को विभिन्न बाजारों में प्रचारित करके उपभोक्ताओं की ध्यान आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रमोशनल अभियान चलाती है।
अगर आपने किसी स्कूल या कॉलेज से पढ़ाई की है, तो आप जानते हैं कि आपके शिक्षक या स्कूल की नजर आपके प्रदर्शन पर होती है। वे लगातार उन रणनीतियों पर काम करते रहते हैं जो आपको बेहतर ढंग से सिखाने में मदद करती हैं, ताकि आप Class में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
आपके शिक्षक और स्कूल आपको सिखाने के लिए सबसे अच्छी शिक्षा सामग्री प्रदान करते हैं। वे उसे सही ढंग से पेश करते हैं और फिर आपके प्रदर्शन को ट्रैक करते हैं।
बिजनेस को सफल बनाने के लिए brand management, Marketing रणनीतियों का निर्माण किया जाता है, साथ ही resources का सही तरीके से उपयोग किया जाता है। इसके बाद उस बिजनेस के प्रदर्शन को ट्रैक किया जाता है।
Marketing Management के उद्देश्य
हम उम्मीद करते हैं कि आप यहाँ तक बहुत अच्छी तरह से मार्केटिंग मैनेजमेंट के बारे में समझ गए होंगे। अब हमारे लिए मार्केटिंग मैनेजमेंट के उद्देश्य समझना बेहद जरूरी है। वैसे तो इसके बहुत से उद्देश्य हैं, लेकिन नीचे हमने संक्षेप में सभी के बारे में जानकारी दी है।
1. संभावित Consumers को Customers में बदलना
किसी भी व्यापारिक संगठन का मुख्य उद्देश्य संभावित उपभोक्ताओं को ग्राहकों में बदलना होता है। Marketing Management का पहला उद्देश्य भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा संभावित ग्राहकों को आकर्षित किया जाए ताकि बिक्री बढ़े। नए ग्राहकों की Destitution कंपनी के लिए Durability को कठिन बना सकती है।
समस्या उत्पन्न होती है कि कंपनी को Potential ग्राहकों को अपनी दिशा में कैसे आकर्षित किया जाए, इसके लिए Social Media Marketing, Advertising Campaigns, SEO, Email Marketing आदि का सहारा लिया जाता है। इनके माध्यम से अच्छे offers, good products, low prices आदि के द्वारा नए ग्राहकों को Attract किया जाता है।
2. कंपनी के Profit में बढ़ोतरी करना
किसी भी Business को बाजार में बने रहने के लिए लाभ की आवश्यकता होती है। किसी भी Business की सफलता या असफलता उसके कमाए गए लाभ के आधार पर मापी जाती है। जब आप अधिक लाभ कमाते हैं,
तो आप अपने Business को बढ़ाने के लिए तैयार होते हैं, कर्मचारियों को भुगतान करते हैं, और लंबे समय तक बाजार में बने रहने में सक्षम होते हैं।
मार्केटिंग Management के तरीके आपके Business को Profitable बनाने में मदद करते हैं। यह पहले से मौजूद ग्राहकों और Loyal ग्राहकों का ध्यान रखते हैं और Potential ग्राहकों को आकर्षित करते हैं। इससे आपके व्यापार की बिक्री तेजी से बढ़ती है और लाभ भी बढ़ता है।
3. Public Image बनाना
आज के समय में, public Image यानी कि सार्वजनिक Image बनाना काफी कठिन हो गया है। वर्तमान में Social Media का जमाना है,
जहां किसी भी कंपनी की एक छोटी सी गलती उसके Against बड़ा Boycott का कारण बन सकती है। इससे कंपनी को भारी नुकसान होता है और उसकी सार्वजनिक Image पर भी असर पड़ता है।
ऐसे में कंपनी कई विवादों में फंस जाती है। इस तरह की स्थिति में, मार्केटिंग Management के पेशेवरों का काम कंपनी की Image को सुधारना होता है। इससे कंपनी की बिक्री में वृद्धि होती है और उसे लाभ होता है। कंपनी की Image को सुधारने के लिए sales, promotion, advertising, Product की Quality, उपयुक्त मूल्य आदि पर ध्यान दिया जाता है।
4. बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाना
यह बात आसानी से समझाते हैं। मान लीजिए आपकी कंपनी Health से जुड़े Product बनाती है। और इस Product को 1 साल में 10000 बार बेचा जाता है। आपकी कंपनी एक साल में लगभग 2000 यूनिट बेच सकती है।
इस तरह, आपकी कंपनी का बाजार में हिस्सा लगभग 20% है। इस तरह के बाजार में अपने हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए मार्केटिंग Management की मदद ली जाती है।
किसी भी कंपनी के मार्केटिंग Management Professional उन बिंदुओं पर विचार करते हैं जो कंपनी के बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
Product की Price कम करना।
अच्छी Advertisement Strategy तैयार करना।
ग्राहक के साथ बहुत अच्छे संबंध स्थापित करना।
वस्तु या सेवा की Quality में सुधार करना।
इसके अलावा, कंपनी की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण कदम भी उठाए जाते हैं। कंपनी की बेहतर बाजार हिस्सेदारी का मतलब है अधिक बिक्री और अधिक लाभ।
5. Customers की जरूरतों का ख्याल रखना
मार्केटिंग Management का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि वह तेजी से बदलती हुई तकनीक और लोगों की पसंद व नापसंद को ध्यान में रखते हुए Strategy तैयार करे। कंपनी अपने आसपास मौजूद ग्राहकों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए उन्हें एक सामान्य ग्राहक से वफादार ग्राहक के रूप में बदल सकती है। मार्केटिंग Management पूरी तरीके से ग्राहक के ऊपर ध्यान Concentrated होता है। कंपनी को किसी भी वस्तु या सेवा को पेश करने के लिए ग्राहकों की मांग का ध्यान पूर्वक अध्ययन करना चाहिए।
मार्केटिंग मैनेजमेंट कार्य
उपभोक्ता की जरूरतों को पहचानें – सबसे पहले मार्केटिंग में बाजार को अच्छी तरह से समझ लें कि ग्राहक क्या चाहता है और क्या नहीं, सरल भाषा में इसे बाजार अनुसंधान कहते हैं। कंपनियों को उस डेटा पर डेटा Analysis करना चाहिए जो उन्होंने अनुसंधान के माध्यम से निकाला है और उसके अनुसार कार्य करना चाहिए।
प्लानिंग – मार्केटिंग Function के इस चरण में हम प्लानिंग की बात करते हैं। Planning Marketing Management का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब यह Effective ढंग से किया जाता है,
तो यह कंपनी को अपने Targeted परिणाम प्राप्त करने में मदद करता है। कंपनी के उद्देश्यों और बनाई गई प्लानिंग से क्या हासिल किया जाना है। Management को इसके बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहिए। एक बार ये स्थापित हो जाने के पश्चात , अगला कदम Strategy व रणनीति विकसित करना है जो उन्हें प्राप्त करने में सहायता करती है।
Product विकास – ग्राहक से शोध करने के बाद सभी विवरण प्राप्त करने के बाद, Product को ग्राहक द्वारा उपयोग के लिए विकसित किया जाता है। किसी Product को ग्राहक द्वारा स्वीकार किए जाने के लिए कई Parameters की आवश्यकता होती है।
उनमें से कुछ Product डिजाइन हैं, Product कितने समय तक चलेगा और Product बनाने की लागत क्या है। एक कंपनी के सफल होने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने उत्पादों का निरंतर विकास और सुधार करें। यह Marketing के क्षेत्र में विशेष रूप से सच है। जहां कंपनियों को Competitor बने रहने के लिए, कंपनियों के लिए Product विकास के लिए एक संगठित और Efficient System का होना बहुत जरूरी है।
मानकीकरण और ग्रेडिंग – मानकीकरण और Grading से आप अपने ग्राहकों को अच्छे ढंग से समझ सकते हैं कि उन्हें क्या पसंद है और क्या नहीं, और क्या नहीं। इसका Analysis करके आप AKE Campaign बना सकते हैं जिनके सफल होने की अधिक संभावना है। इसके अतिरिक्त, वक्त के साथ ग्राहक व्यवहार को ट्रैक करके, रुझानों का Analysis करके, आप अपनी Marketing Strategy को Accordingly समायोजित कर सकते हैं।
मानकीकरण Manufacturers द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला नियम है कि उनका Product Quality, उपस्थिति और विशेषताओं के अनुरूप है।
ग्रेडिंग उत्पादों को उनकी Quality और मूल्य के अनुसार organized करने की प्रक्रिया है। मानकीकरण और ग्रेडिंग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि उपभोक्ता भरोसा कर सकें कि Product खरीदते समय उन्हें वह मिल रहा है जिसकी उन्हें उम्मीद थी और वे इसके लिए उचित मूल्य चुका रहे हैं।
मार्केटिंग मैनेजमेंट के लाभ
अगर आप अपने Business के लिए सही तरीके से मार्केटिंग मैनेजमेंट करते हैं, तो इससे आपको कई प्रकार के Benefit मिलते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
किसी भी नए Product या सेवा के Publicity में सहायता मिलती है।
नए विचारों का company में Flow होता है।
ग्राहकों के साथ बेहतर संबंध बनाने में आसानी होती है।
किसी वस्तु या सेवा की Quality बनाने में सहायता मिलती है।
कंपनी या बिजनेस की सार्वजनिक Image सुधारने में सहायता मिलती है।
मार्केटिंग मैनेजर कैसे बने
यह हाई प्रोफाइल जॉब है जिसमें मैनेजर द्वारा कम्पनी की गतिविधियों को देखा परखा जाता है, मार्केटिंग मैनेजर अपनी कंपनी के लिये ग्राहक को खोजने व विकसित करता है, इसलिये आज मार्केटिंग मैनेजर की डिमांड बहुत ज्यादा है।
सबसे पहले आपको मार्केटिंग मैनेजर बनने के लिये बिजनेस, मार्केटिंग आदि एक डिग्री की आवश्यकता होती है या आप ऑनलाइन डिग्री भी पा सकते हैं,
इंटरशिप के दौरान आप अनुभव प्राप्त करे, जुनियर स्तर पर काम करके अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
स्किल सीखे जैसे क्रिएटिविटी, प्लानिंग, सोशल मीडिया, टाइम मैनेजमेंट आदि इसके बाद मार्केटिंग मैनेजर बन सकते हैं।
FAQ Marketing Management Kya Hai In Hindi
Q1. मार्केटिंग मैनेजमेंट का मतलब क्या होता है?
Ans : लाभ कमाने के लिए, ग्राहकों की मांग को पूरा करने, बिजनेस के लिए Strategy बनाने, योजना बनाने और उन्हें लागू करना ही मार्केटिंग मैनेजमेंट होता है।
Q2. मार्केटिंग मैनेजमेंट कैसे सीखें?
Ans : मार्केटिंग मैनेजमेंट सीखने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इस विषय पर लिखी गई पुस्तकें पढ़ें। इसके साथ आप कोर्स ले सकते हैं या फिर YouTube, Blogs आदि की मदद ले सकते हैं।
Q3. मार्केटिंग कितने प्रकार की होती है?
Ans : मुख्य रूप से मार्केटिंग दो प्रकार की होती है जिसमें Business To Business और Business To Consumer प्रकार की मार्केटिंग होती है।
Q4. मार्केटिंग मैनेजर का क्या काम होता है?
Ans : किसी भी कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर को उपभोक्ता की पहचान से लेकर अपने Product के वितरण तक का काम करना पड़ता है।
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