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Import Export बिज़नेस कैसे शुरू करे : भारत में आयात निर्यात कैसे करे

नई व्यापार नीति 2023:- नई व्यापार नीति 2023 1 अप्रैल से हुई लागू जिसमें आयात घटाने और निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया गया है।

केंद्र सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत को दुनिया की फैक्ट्री बनाने के लिए नई विदेश व्यापार नीति 2023 लागू की।

इस नीति में साल 2023 तक देश का निर्यात 2 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।

इस नीति का लक्ष्य कारोबार को प्रोत्साहन वाले नियम से हटाकर योग्यता आधारित नियम पर शिफ्ट करना है।

नई व्यापार नीति 2023 की खास बातें : 

  • प्रत्येक जिले में निर्यात हब बनाने का लक्ष्य, जिससे छोटे मझोले उद्योगों को फायदा मिलेगा। 
  • MSMEs के लिए आवेदन शुल्क को 50 से 60% कम किया।
  • भारतीय रुपए में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना,
  • विशेषकर उन देशों से जो डॉलर की कमी या आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
  • इस नीति में निर्यात दायित्व में चूक के एकमुश्त निपटान के लिए एमनेस्टी योजना प्रस्तुत की गई।
  • कुरियर सेवाओं के माध्यम से निर्यात के लिए मूल्य सीमा 5 लाख प्रति खेप से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई।
  • देयरी सेक्टर को औसत निर्यात दायित्व बनाए रखने से छूट।
  • वेयरहाउसिंग सुविधा के साथ डेजिगनेटेड जोन बनाया जाएगा ताकि ई कॉमर्स को मदद मिले।
  • पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क्स योजना के तहत कई सेक्टर को लाभ देने की तैयारी है।
वैसे कोरोना के कारण नई विदेश व्यापार नीति को लागू करने में 3 साल की देरी हुई, 

लेकिन इसे 5 साल के स्थान पर 15 साल के लिए बनाया गया है तथा बीच-बीच में इसकी समीक्षा भी की जाएगी और आवश्यकता होगी तो सुधार लागू होंगे।

Import Export business in India in Hindi :

आप अपनी daily लाइफ की चीजों में जो भी use करते हो, उनमें कई चीजें बाहर से import होती हैं और कई चीजें अपने देश में से बाहर Export भी होती हैं, 

जैसे :- अनाज, फर्नीचर, तेल, मसाले, गाड़ियां, मोबाइल फोन, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जूते आदि जैसी हजारों चीजें हैं, जिनका import - export बिजनेस होता है और इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस का देश की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है|  

यदि आप इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस करना चाहते हो या इसके बारे में जानना चाहते हो कि इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे करेंगे, इसका क्या प्रोसेस है, किस तरीके से इसकी शुरुआत होगी, 

इसे करने में किस चीज की आवश्यकता है, इसे करने में क्या डॉक्यूमेंट की जरूरत है? इन सभी सवालों का जवाब आज हम इस लेख के द्वारा देंगे।

Import(आयात) क्या है :- इसका मतलब होता है जब हम कोई सामान बाहर से अपने देश में मंगाते हैं| 

Export( निर्यात)  क्या है :- इसका मतलब होता है जब हम कोई सामान अपने देश से बाहर भेजते हैं।

भारतीय इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस अरबो डॉलर्स का कारोबार है, 2020 तक भारतीय एक्सपोर्ट मार्केट 22 ट्रिलियन रुपए का था तथा इंडियन Import मार्केट Financial Year 2020-21 में 388 बिलियन डॉलर का था।

हां कोरोना महामारी के कारण भारत के इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस में बुरा असर पड़ा है वैसे तो इस महामारी से पूरे विश्व के व्यापार पर बुरा असर पड़ा है लेकिन कोरोना के बाद दोबारा चीजें बेहतर होने लगी है।

Import Export बिज़नेस कैसे शुरू करे : भारत में आयात निर्यात कैसे करे : फायदे, documents, pricing : लागत


Import Export बिजनेस कैसे होता है - Import का मतलब बाहर से सामान अपने देश में मंगवाना, Export का मतलब अपने देश से बाहर सामान भेजना 

यानी किसी व्यापारी या  कंपनी द्वारा बाहरी देशों से सामान खरीद कर अपने देश में बेचना या अपने देश से उत्पादित माल को अंतरराष्ट्रीय बाजारों (बाहरी देशों) में बेचना इस प्रक्रिया को इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस कहते हैं।

क्या भारत में Import Export बिजनेस फायदेमंद है :- भारत में इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस फायदेमंद है, लेकिन यह कई सारे factor पर निर्भर करता है, जैसे :  

  • इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस के लिए सही चीजों को चुनना, 
  • मार्केट रिसर्च करना, 
  • बिजनेस Planing और Execution करना, 
  • सही बिजनेस पार्टनर का होना, 

Import Export बिजनेस के फायदे :- 

इसमें जल्दी से मंदी नहीं आती है और यह बिजनेस समय के साथ सथ बढ़ता जाता है| 

इसमें लंबे समय तक काम करने से Contact भी अच्छे हो जाते हैं जिससे आपके काम आसानी से होते रहेंगे |

जब आप इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस लंबे समय तक किसी कंपनी के साथ करते हैं तो इससे अनुभव बढ़ता है और कमीशन भी बढ़ता जाता है।

पूरा विश्व चीन के बाद भारत की ओर देख रहा है, एक्सपोर्ट इंपोर्ट बिजनेस के लिए।

Import Export बिजनेस कैसे शुरू करें :- सबसे पहले आपको इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास प्रोडक्ट होना चाहिए कि आप कौन सा प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करना चाहते हो और कौन सा प्रोडक्ट आप इंपोर्ट करना चाहते हो, 

क्योंकि कई लोग इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन उनके पास प्रोडक्ट ही नहीं है। इस बिजनेस के लिए प्रोडक्ट बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रोडक्ट कैसे चुने : -  SWOT analysis (strength, weakness, opportunity, threat) यानी यहां क्या strength है, क्या कमजोरी है, यहाँ क्या Opportunity है और क्या चुनौतियां है? SWOT analysis के द्वारा आप प्रोडक्ट को चुन सकते हो।

कंपनी Set up करना :- एक Successful Exporter Importer बनने के लिए कंपनी का set up होना बहुत जरूरी है जैसे कंपनी का रजिस्ट्रेशन, IEC, RCMC, GST आदि जो भी आपके प्रोडक्ट के लिए जरूरी हो वह होना चाहिए| 

क्योंकि इससे ही आपके अंदर Confidence आएगा कंपनी जैसे proprietorship, OPC(one person company) partnership, LLP, private limited खुलवाने के लिए आप CA(Charted Accountant) के पास जा सकते हैं।

एक्सपोर्ट Documents क्या हैं  :- आपने जो भी प्रोडक्ट select किए हैं उसके लिए जो भी डॉक्यूमेंट लगेंगे वह लेने पड़ेंगे जैसे : आपको Food एक्सपोर्ट इंपोर्ट करना है तो आपको Central FSSAI Registration करवाना पड़ेगा|

Generally इंपोर्ट एक्सपोर्ट के लिए निम्न documents लगते हैं :- 

  • IEC(Import Export Certificate), 
  • RCMC(Registration cum Membership Certificate), 
  • GST(Goods and Services tax), 
  • Food के बिजनेस के लिए FSSAI, 
  • अमेरिका में एक्सपोर्ट करने के लिए FDA सर्टिफिकेट होना चाहिए, 
  • यूरोप में एक्सपोर्ट के लिए GMP(Good Manufacturing Practice) होना चाहिए, 
  • Gulf में  Export करने के लिए halal सर्टिफिकेट होना चाहिए, 
  • ISO अलग-अलग होते हैं यदि buyer  मांगता है तो यह देना होता है।

Market Research कैसे करें :- जो आपने प्रोडक्ट सिलेक्ट किया है उसकी मांग कहां पर है और ज्यादा मांग कहां पर है, यह रिसर्च करना पड़ता है, 

क्योंकि एक प्रोडक्ट कहीं कम पैसों में तो कहीं बहुत ज्यादा पैसों में बिक सकता है| जहां आप इंपोर्ट एक्सपोर्ट करना चाहते हैं वहां मेरे प्रोडक्ट की मांग कितनी है, वहां पर उस प्रोडक्ट का future क्या होगा| 

आप ऑनलाइन मार्केटिंग रिसर्च कर सकते हो, डाटा का रिसर्च कर सकते हो, Expert की राय दे सकते हो, delegation में जा सकते हो यानी विदेश पर जाकर रिसर्च कर सकते हो, मार्केटिंग रिसर्च के बाद आपको पता लगेगा कि आपके प्रोडक्ट की डिमांड कौन से देश में है।

buyer कैसे ढूंढे :- यदि इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस करने वाले के पास buyer ही नहीं होगा तो बिजनेस ही नहीं होगा, इसलिए आपको अच्छी तरह से buyer find करना है|  

buyer ढूंढ़ने के बहुत से तरीके हैं :  Exhibition में participate करके buyer ढूंढ़ सकते हो, ऑनलाइन buyer find कर सकते हो (गूगल, फेसबुक,LinkedIn, इंस्टाग्राम का यूज करके) |

अपने buyer को सोशल मीडिया या ईमेल के द्वारा मैसेज भेज सकते हो और बात शुरू कर सकते हो, buyer find के लिए Indian embassy का सहारा ले सकते हो, 

EPC(Export Promotion Council) जैसे  एग्रीकल्चर के लिए APEDA(एपीडा), Spices के लिए (Spices board India), मशीनरी के लिए EEPC India(Engineering export promotion Council) का सहारा लेकर buyer find कर सकते हो।

Import Export करने में गवर्नमेंट Rule और रेगुलेशन क्या है :-  लॉजिस्टिक बगैरा तो CHA(Custom house Agent) कर देते हैं हमारा सामान तो दूसरी कंट्री में भेजने का काम लॉजिस्टिक वाला कर देता है, लेकिन हमको buyer को प्रोडक्ट बेचने के लिए pricing करना पड़ता है, 

क्योंकि pricing बहुत महत्वपूर्ण होता है इसलिए आपको Competitive pricing करना होगा क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि नए Exporters उनका competitive pricing नहीं होता है जिसके कारण buyer उनके सामान को महंगा बता कर, लेने से मना कर देता है।

Pricing कैसे करें :- आपको कंप्यूटर प्राइसिंग के लिए government benefit add करने होते हैं।

Government benefit क्या है :- DBK(duty drawback), RoDTEP Scheme( remission of duties or taxes on export product), TMA(transport and marketing assistant) जो agriculture product  पर मिलता है, RoSCTL(rebate of state and Central taxes and levies) जो specially garments product को मिलता है | 
 
for example जब आप अपने प्रोडक्ट को 20% के लाभ से buyer को बेचते हो और आपका Competitor 15% के लाभ से बेचता है तो buyer आपके प्रोडक्ट को महंगा बताकर नहीं लेता है, तो ऐसे में आपको गवर्नमेंट benefit add करके अपने प्रोडक्ट को 15 %  के लाभ पर बेचना होगा ताकि आपको Competitive Pricing मिल सके।


Import Export बिज़नेस कैसे शुरू करे : भारत में आयात निर्यात कैसे करे : फायदे, documents, pricing : लागत


Genuine Supplier का होना :- सबसे पहले आपको प्रोडक्ट सिलेक्ट करना है और उसके हिसाब से सप्लायर ढूंढना है जैसे आपको handicraft का कोई प्रोडक्ट चाहिए तो आप राजस्थान Visit करके ढूंढ सकते, 

एग्रीकल्चर प्रोडक्ट के लिए एग्रीकल्चर राज्यों में visit कर सकते हैं, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट के लिए दिल्ली मार्केट में जा सकते हो, गारमेंट्स प्रोडक्ट के लिए सूरत, लुधियाना जैसे शहरों में सप्लायर ढूंढ सकते हो।

इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आता है :-  इस बिजनेस को शुरू करने में 1 लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक पैसे लगाकर इसको शुरू कर सकते हो।

आयात निर्यात बिजनेस शुरू करने में कठिनाइयां क्या आती है :- परिवहन व्यवस्था में बाढ़ आना, बारिश होना, वाहन के खराब होने के कारण माल पहुंचने में देरी हो सकती है, 

कोई छोटी-मोटी गलतियों के कारण Custom Clearance में दिक्कत उत्पन्न हो सकती है, 
ऐसी वस्तुएं जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में न पहुंच पाने की वजह से यह वस्तु खराब हो जाती है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनका कोई मोल नहीं होता, 
शुरुआत में 12 find करने में दिक्कत आती है, क्योंकि शुरुआत में Competitive buyer find करना सीखना पड़ता है, 
कुछ कारणों से सरकार की नीतियां बदलती रहती हैं जिसका असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीधा दिखाई देता है, 
मुद्रा का मूल्य दिन प्रतिदिन बदलता रहता है।

Import Export के बारे में जानकारी (FAQs ) :- 
Q. भारत का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन सा है ?
A.  भारत का सबसे बड़ा निर्यातक देश अमेरिका है | 

Q. भारत सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट क्या करता है  ?
A.  भारत सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट इंजीनियरिंग से सम्बंधित सामान एक्सपोर्ट करता है  | 

Q. भारत का कौन सा राज्य सबसे ज्यादा निर्यात करता है ?
A.  भारत का सबसे ज्यादा निर्यात करने वाला राज्य गुजरात है उसके बाद महाराष्ट्र है  | 

Q. भारत अमेरिका को क्या product export करता है ?
A.  भारत अमेरिका को मुख्य Items निर्यात(Export) करता है वे हैं- पेट्रोलियम Products, फार्मा Products, पोलिश diamonds, Jewallery, हल्के तेल और पेट्रोलियम, Frozen Shrimp(जमे हुए झिंगे) आदि।

Q. फूड का निर्यात करने के लिये कौन सा डाक्यूमेंट लेना अनिवार्य है।?
A.  फूड का निर्यात करने के लिये  Fssai का  document लेना अनिवार्य है। | 

Q. RCMC full form?
A.  RCMC- Registration cum membership Certificate |
 
Q. HS Code क्या होता है ?
A.  Harmonized System Code यह WTO और IOC- International Chamber of Commerce बनाती है |  इसमें प्रोडक्ट की पहचान का पता चलता है, जैसे Onion का HS code 07031010  है 


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