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प्रधानमंत्री का चुनाव कैसे होता है : भारत का प्रधानमंत्री : योग्यता, त्यागपत्र, नियुक्ति, कार्य एवं शक्तियां

प्रधानमंत्री कौन होता हैं ? :- भारतीय संस्कृति व्यवस्था में राष्ट्रपति केवल नाममात्र का कार्यकारी प्रमुख होता है जबकि वास्तविक कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री में शामिल होती है यानी राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है जबकि प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है।  

वैसे हमारे संविधान में प्रधानमंत्री के निर्वाचन और नियुक्ति के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं दी गई है, 

बल्कि संविधान के अनुच्छेद 75 में इतना कहा गया है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की नियुक्ति करेगा इसका मतलब यह नहीं हुआ कि राष्ट्रपति किसी भी व्यक्ति को प्रधानमंत्री बना सकता है 

बल्कि सरकार की संसदीय व्यवस्था के अनुसार राष्ट्रपति लोकसभा में बहुमत प्राप्त दल के नेता को प्रधानमंत्री नियुक्त करता है, 

लेकिन यदि लोकसभा में किसी दल को बहुमत नहीं मिलता है तो ऐसे में राष्ट्रपति अपने विवेक का इस्तेमाल कर सकता है।

लेकिन ऐसी स्थिति में होता यह है कि राष्ट्रपति सामान्यतः सबसे बड़े दल या गठबंधन के नेताओं को नियुक्त करता है और उससे एक माह के अंदर सदन में विश्वास मत हासिल करने के लिए कहता है।


प्रधानमंत्री का चुनाव कैसे होता है : भारत का प्रधानमंत्री  : प्रधानमंत्री की योग्यता, त्यागपत्र, नियुक्ति, कार्य एवं शक्तियां

बहुमत क्या होता है:-  जब किसी दल को कुल सीटों का 50% + 1 सीट मिल जाती है तो उसे बहुमत कहते हैं ।

एक स्थिति ऐसी भी आती है जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के चुनाव पर नियुक्ति के लिए अपना व्यक्तिगत निर्णय लेता है जैसे - प्रधानमंत्री की अचानक मृत्यु हो जाए, और कोई स्पष्ट उत्तराधिकारी ना हो।

1984 में ऐसा हुआ जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई, तो उस वक्त राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने राजीव गांधी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था, 

लेकिन किसी निवर्तमान प्रधानमंत्री की मृत्यु पर यदि सत्ताधारी दल एक नया नेता चुनता है तो राष्ट्रपति के पास उसे प्रधानमंत्री नियुक्त करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं होता है।

नियुक्ति और निर्वाचन में अंतर :-

जब जनता द्वारा या लोगों में से किसी एक को चुना जाता है तो उसे निर्वाचन कहते हैं, 

जबकि किसी एक समूह द्वारा किसी पद के लिए चुना जाता है तो उसकी नियुक्ति होती है, जैसे- MP का निर्वाचन होता है, जबकि प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाते हैं।

प्रधानमंत्री, लोकसभा या राज्यसभा किसी का भी सदस्य हो सकता है जैसे - नरेंद्र मोदी लोकसभा के सदस्य हैं जबकि डॉ मनमोहन सिंह और इंदिरा गांधी राज्यसभा के सदस्य थे।

यदि प्रधानमंत्री किसी भी सदन का सदस्य नहीं है तो उसे 6 माह का समय दिया जाता है कि वह 6 माह के अंदर किसी भी सदन की सदस्यता ग्रहण कर सकता है, 

वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को निम्न सदन (हाउस ऑफ कॉमंस) का सदस्य होना ही चाहिए।

प्रधानमंत्री बनने के लिए कितनी आयु होनी चाहिए:- प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में से किसी भी सदन का सदस्य हो सकता है।

लोकसभा के लिए कम से कम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए व राज्यसभा के लिए कम से कम 30 वर्ष होनी चाहिए, 

इसलिए हम कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री बनने के लिए कम से कम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए तथा प्रधानमंत्री बनने के लिए अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है, यानी किसी भी उम्र में प्रधानमंत्री बना जा सकता है।

प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितना होता है :- 

प्रधानमंत्री का कार्यकाल सामान्यता 5 वर्ष का होता है प्रधानमंत्री का कार्यकाल निश्चित नहीं है बल्कि वास्तव में प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत पद पर बने रहते हैं, 

इसका मतलब यह नहीं हुआ कि राष्ट्रपति अपनी इच्छा से प्रधानमंत्री को पद से हटा देंगे बल्कि इसकी एक सीमा होती है, 

जैसे : - प्रधानमंत्री बहुमत साबित ना कर पाए या वह अपने दल के विरोधी हो जाते हैं और उस दल द्वारा उन्हें पद से हटाने की सिफारिश की जाती है यानी जब तक प्रधानमंत्री के पास लोकसभा में बहुमत है तो राष्ट्रपति उसे बर्खास्त नहीं कर सकता।

प्रधानमंत्री के प्रधानमंत्री को शपथ कौन दिलाता है ? :- 

प्रधानमंत्री को अपना पद ग्रहण करने से पहले राष्ट्रपति द्वारा उसे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाती है और प्रधानमंत्री शपथ लेते वक्त कहते हैं :- 

  •  मैं भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा|
  •  मैं भारत की प्रभुता एवं अखंडता अक्षुण्ण रखूंगा।
  • मैं श्रद्धा पूर्वक एवं शुद्ध अंतरण से अपने पद के दायित्व का निर्वहन करुंगा
  • मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा।

प्रधानमंत्री के प्रधानमंत्री को कौन हटा सकता है? : - जब प्रधानमंत्री लोकसभा में अपना विश्वास मत खो देते हैं तो उन्हें अपना त्यागपत्र देना होता है या त्यागपत्र ना देने पर राष्ट्रपति उसे बर्खास्त कर सकता है।

प्रधानमंत्री का वेतन :-   प्रधानमंत्री का अलग से वेतन नहीं होता है, बल्कि जो संसद सदस्यों को वेतन भत्ते प्राप्त होते हैं वही वेतन भत्ते प्रधानमंत्री प्राप्त करता है, 

लेकिन प्रधानमंत्री को कुछ अतिरिक्त व्यय भत्ते मिलते हैं जैसे - मुफ्त आवास, यात्रा भत्ते, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि प्रधानमंत्री के वेतन को संसद द्वारा तय किया जाता है।



प्रधानमंत्री का चुनाव कैसे होता है : भारत का प्रधानमंत्री  : प्रधानमंत्री की योग्यता, त्यागपत्र, नियुक्ति, कार्य एवं शक्तियां


प्रधानमंत्री के कार्य व शक्तियां :-  

वैसे प्रधानमंत्री की शक्तियां काफी है, लेकिन संविधान में इनका जिक्र स्पष्ट रूप से नहीं लिखा गया है।

प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के सहयोगी हैं इसलिए राष्ट्रपति की ज्यादातर शक्तियों का प्रयोग अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है।

प्रधानमंत्री की शक्तियां निम्न है :- 

मंत्रीपरिषद के संबंध में :- 

राष्ट्रपति उन्हीं व्यक्तियों को मंत्री नियुक्त करता है जिन की सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है 
मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाना व इसकी अध्यक्षता करना।

मंत्रियों को प्रधानमंत्री के सुझाव पर ही मंत्रालय मिलते हैं व प्रधानमंत्री उन में फेरबदल करता है ।

किसी मंत्री को बर्खास्त करने के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को सिफारिश दे सकता है।

मंत्रियों की सभी गतिविधियों को कंट्रोल व निर्देशित प्रधानमंत्री द्वारा ही किया जाता है ।

प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र देकर मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर सकता है।

राष्ट्रपति के संबंध में :-

प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और मंत्रियों के बीच संवाद की मुख्य कड़ी है और उसका यह दायित्व होता है कि वह संघ के कार्य (प्रशासन और विधान संबंधी मंत्री परिषद के सभी निश्चय) राष्ट्रपति को बताएं 

जैसे - जो योजनाएं चल रही है उनको बताना और इससे संबंधित जो भी जानकारी राष्ट्रपति मांगे उसे दे।

प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति को सलाह देता है जैसे कि CAG, भारत का महान्यायवादी, संघ लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष उसके सदस्य, चुनाव आयुक्तों, वित्त आयोग का अध्यक्ष व अन्य की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को सलाह देता है।

संसद के संबंध में :-

मंत्रीपरिषद लोकसभा के प्रति उत्तरदाई होती हैं, 

प्रधानमंत्री लोकसभा के विघटन की सिफारिश राष्ट्रपति को किसी भी समय कर सकता है।

प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को संसद का सत्र आहूत करने व सत्रावसान करने संबंधी सलाह देता है|  

वह सभा पटल पर सरकार की नीतियों की घोषणा करता है।

अन्य कार्य व शक्तियां :- 

प्रधानमंत्री नीति आयोग, राष्ट्रीय विकास परिषद, राष्ट्रीय एकता परिषद, अंतर राज्य परिषद का अध्यक्ष होता है।

प्रधानमत्री केंद्र सरकार का मुख्य प्रवक्ता है।

वह सत्ताधारी पार्टी का नेता होता है 

प्रधानमंत्री आपातकाल के समय राजनीतिक स्तर पर आपदा प्रबंधन का प्रमुख है।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • राष्ट्रपति भारत का पहला नागरिक होता है तो प्रधानमंत्री के पास देश की वास्तविक शक्ति होती है।
  • प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा दोनों में से किसी के भी सदस्य हो सकते हैं।
  • प्रधानमंत्री बहुमत के आधार पर बनते हैं यदि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं  मिलता है तो ऐसे में गठनबंधन बनाकर प्रधानमंत्री बनता है।
  • मंत्रिपरिषद का चुनाव राष्ट्रपति करता है, प्रधानमंत्री की सिफारिश पर।
  • प्रधानमंत्री का कार्यकाल सामान्यतः 5 साल का होता है, लेकिन सरकार कभी भी गिर सकती है।
  • अनुच्छेद-74 में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की सहायता के लिये एक मंत्रिपरिषद का गठन होगा।
  • प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत होते हैं।
  • प्रधानमंत्री नीति आयोग का अध्यक्ष होता है।

प्रधानमंत्री के बारे में जानकारी(FAQs)(People also ask ) :- 

Q. प्रधानमंत्री का चुनाव कौन करता हैं ?

A. भारतीय संविधान में प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं दी गई है, 

बल्कि संविधान के अनुच्छेद 75 में इतना कहा गया है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की नियुक्ति करेगा इसका मतलब यह नहीं हुआ कि राष्ट्रपति किसी भी व्यक्ति को प्रधानमंत्री बना सकता है 

बल्कि सरकार की संसदीय व्यवस्था के अनुसार राष्ट्रपति लोकसभा में बहुमत प्राप्त दल के नेता को प्रधानमंत्री नियुक्त करता है, 

लेकिन यदि लोकसभा में किसी दल को बहुमत नहीं मिलता है तो ऐसे में राष्ट्रपति अपने विवेक का इस्तेमाल कर सकता है।

लेकिन ऐसी स्थिति में होता यह है कि राष्ट्रपति सामान्यतः सबसे बड़े दल या गठबंधन के नेताओं को नियुक्त करता है और उससे एक माह के अंदर सदन में विश्वास मत हासिल करने के लिए कहता है।

Q. मंत्रियो की नियुक्ति कैसे की जाती है ?

A. राष्ट्रपति उन्हीं मंत्रियो को नियुक्त करता है जिन की सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है, 

मंत्रियों को प्रधानमंत्री के सुझाव पर ही मंत्रालय मिलते हैं व प्रधानमंत्री उन में फेरबदल करता है ।

Q. भारत में पीएम कितनी बार चुना जाता है?

A. भारत में पीएम बनने की कोई सीमा नहीं है एक व्यक्ति कितनी बार भी प्रधानमंत्री बन सकता है जबकि अमेरिका में एक व्यक्ति केवल 2 बार बन सकता है | 

Q. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री में बड़ा कौन हैं ?

A. भारतीय संस्कृति व्यवस्था में राष्ट्रपति केवल नाममात्र का कार्यकारी प्रमुख होता है जबकि वास्तविक कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री में शामिल होती है यानी राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है जबकि प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है।

Q. सबसे अधिक उम्र के प्रधानमंत्री कौन थे?

A. भारत में सबसे अधिक उम्र प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैं | 

Q. दुनिया में नंबर 1 प्रधानमंत्री कौन हैं ?

A. भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय बनकर उभरे हैं |  

Q. नरेंद्र मोदी भारत के कौन से नंबर के प्रधानमंत्री है?

A. नरेंद्र मोदी भारत के 15 वे नंबर के प्रधानमंत्री है| 

Q. भारत की पहली प्रधानमंत्री कौन थी ?

A. भारत की पहली और  एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी है| 

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