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DNA और RNA में अंतर : Difference Between dna and rna

DNA क्या है - DNA जीवो की कोशिका के केंद्रक में उपस्थित एक जैविक अनुवांशिक पदार्थ है जो वंशानुगत गुणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ले जाने के लिए जिम्मेदार है|

जैसा कि हम जानते हैं कि हमारा शरीर Cells से मिलकर बना होता है यानी कोशिकाओं से मिलकर और हमारे शरीर की हर कोशिका में DNA पाया जाता है लेकिन RBC में डीएनए नहीं पाया जाता| 

इस DNA द्वारा ही हमारी पहचान होती है और यह हमारे लिए इतना महत्वपूर्ण इसलिए होता है क्योंकि इसमें हमारे विकास, Reproduction व कार्य के लिए निर्देश होते हैं।

अधिकांश DNA Nuclear में पाए जाते हैं जिसे Nuclear DNA कहा जाता है और डीएनए का एक छोटा भाग माइटोकांड्रिया में भी पाया जाता है |

केंद्रक, कोशिका के केंद्र में पाया जाता है इसलिए इसे केंद्रक कहते हैं और इसमें 2 चीजें पाई जाती है -

1. DNA 

2. RNA

DNA - Adenine(A), Guanine(G), Cytosine(C), Thymine(T) से मिलकर बना होता है।

हमारी लंबाई कितनी होगी, हमारी आंखों का कलर कैसे होगा, हमारे बाल कैसे होंगे आदि यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे Cell के अंदर मौजूद जीन है, 

जो हमने अपने माता-पिता से आनुवांशिक रूप से पाए हैं वह कौन से Sequence में है|

यदि DNA Transcription के द्वारा RNA को बनाता है और यही RNA Translation के द्वारा अमीनो एसिड प्रोटीन को बनाता है, 

यही प्रोटीन पूरे शरीर में घूम-घूम कर हमारे कार्य को करते हैं, यही इम्यूनिटी में काम करते हैं, यही एंजाइम होते हैं इसलिए हमारे शरीर के लिए डीएनए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है|


DNA और RNA में अंतर : Difference Between dna and rna


DNA की खोज कब हुई :- DNA को सबसे पहले Friendrich Miescher ने 1869 में Observe किया, 

लेकिन काफी लंबे समय तक खोजकर्ताओं ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तथा जब 1953 में 

James Watson, 

Francis Crick, 

Maurice Wilkins 

और Rosalind Franklin ने डीएनए को डबल helix संरचना में खोजा, तो फिर यह समझा जाने लगा कि यह DNA बायोलॉजिकल सूचना ला सकता है| 

इसलिए 1962 में James Watson, Francis Crick, Maurice Wilkins को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला|

DNA के मॉडल को Watson, Crick मॉडल के नाम से भी जाना जाता है


RNA क्या है - RNA (Ribonucleic Acid) एक आवश्यक बायोमोलेक्यूल है जो आनुवंशिक जानकारी लाने में मदद करता है और प्रोटीन संश्लेषण में भी महत्तवपूर्ण भूमिका निभाता है। 


RNA, DNA(डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) के साथ मिलकर कोशिका में आनुवंशिक जानकारी संग्रहीत और संचारित करता है।


दोस्तों, RNA ka full form राइबोन्यूक्लिक एसिड (Ribonucleic Acid) है जो केवल तीन अक्षर से पहचाना जाता है, इसके साथ ही RNA को जीवन के तमाम रहस्य के बारे में जानने का एक आधार माना गया है। 


RNA एक आवश्यक अणु है जो सभी जीवित जीवों में पाया जाता है, सबसे छोटे सूक्ष्म जीव से लेकर सबसे जटिल आसान भाषा में कहें तो बड़े इंसानों तक में RNA होता है। इस आर्टिकल में, हम RNA  के बारे में संपूर्ण जानकारी बताएं, इसकी संरचना, कार्यों और हमारे अस्तित्व पर इसके गहरे प्रभाव को जानेंगे।


डीएनए (DNA) के विपरीत, जो आनुवंशिक जानकारी संग्रहीत करता है, RNA एक बहुमुखी संदेशवाहक के रूप में कार्य करता है, जो कोशिकाओं के भीतर महत्वपूर्ण कार्य करता है।


RNA कोशिका में विविध भूमिकाओं वाला एक आकर्षक अणु है। यह डीएनए और प्रोटीन के बीच एक पुल के रूप में कार्य करता है, जो नाभिक से साइटोप्लाज्म में प्रोटीन-निर्माण मशीनरी तक आनुवंशिक जानकारी के हस्तांतरण में मध्यस्थता करता है। 


सरल शब्दों में, RNA एक संदेशवाहक के रूप में कार्य करता है जो डीएनए में मौजूद आनुवंशिक कोड को कार्यात्मक प्रोटीन में परिवर्तित करता है। 


RNA कार्य - RNA मॉलिकिल बायोलॉजी में कोई वैज्ञानिक कार्य मदद करता है। ये कोशिका के उचित कामकाज, प्रोटीन संश्लेषण, और जीन विनियमन में मुख्य भूमिका निभाती है। RNA के प्रमुख कार्य निम्न है -

 

प्रोटीन संश्लेषण, जीन विनियमन, वायरल रक्षा, कैटेलिसिस| 



DNA और RNA में अंतर : Difference Between dna and rna

गुणसूत्र(Cromosome) -

गुणसूत्र मानव में 28 जोड़े और कुल 46 गुणसूत्र पाये जाते हैं। गुणसूत्र की खोजकर्ता वाल्डेयर हैं और गुणसूत्र के उपरी भाग को सेटेलाइट कहते हैं तथा मध्य भाग को सेंट्रोमर कहते हैं।

गुणसूत्र के नीचे के भाग को टेलोमर कहा जाता है और इसके मध्य में धागे की तरह संरचना पायी जाती है जिसे Aran कहा जाता है।

Cromsome केन्द्रक के अंदर पाए जाते हैं और cromsome के अंदर DNA पाया जाता है व DNA के अंदर Gene पाया जाता है तथा GENE में माता पिता के गुण पाए जाते है जिसके आधार पर अनुवांशिकता का पता लगता है | 

केन्द्रक अम्ल दो प्रकार के होते हैं- DNA  और RNA 

Q. DNA and RNA in Hindi -

  • DNA की फुल फॉर्म Dioxyribo Nucleic Acid ( डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल ) जबकि RNA की फुल फॉर्म राइबोन्यूक्लिक एसिड (Ribonucleic Acid) होती है | 
  • DNA एक अनुवांशिक पदार्थ है व RNA में कुछ विषाणुओं का आनुवांशिक पदार्थ होता है।
  • DNA में डी-आक्सी राइबोस शर्करा पायी जाती है जबकि RNA में राइबोस शर्करा पायी जाती है। 
  • DNA से RNA का निर्माण होता है जबकि कुछ विषाणुओं में ही RNA से डीएनए का निर्माण होता है।
  • DNA में थायमीन क्षार पाया जाता है जबकि RNA में यूरेसिल क्षार पाया जाता है।
  • DNA केन्द्रक में पाया जाता है जबकि RNA कोशिका द्रव्य में पाया जाता है। 
  • डीएनए द्विसूत्री होता है जबकि आरएनए एकसूत्री होता है।
  • डीएनए एक आनुवांशिक पदार्थ है अनुवांशिक मतलब- यह अनुवांशिक सूचनाओं को ले जाता है जैसे-मानव का बच्चा मानव पैदा होता है, जिस तरह मानव का ढांचा होता है उसी तरह उसके बच्चे का भी ढांचा होता है। जबकि आरएनए अनंवाशिक पदार्थ नहीं है, बल्कि इसका काम होता है कि डीएनए से दिये गये आदेश से प्रोटीन बनाना। 
  • डीएनए की सबसे छोटी इकाई को जीन कहते है जबकि आरएनए में नहीं बोलते हैं।
  • DNA Nucleus, Mitochondria, Chloroplast में पाया जाता है जबकि RNA ज्यादातर Cytoplasm में पाया जाता है, बहुत कम Nucleus में पाया जाता है | 
  • DNA में Cytosine और Thymine होता है व RNA में Cytosine & Uracil पाया जाता है | 
  • डीएनए एक लम्बा बहुलक है जबकि आरएनए डीएनए से कम लम्बा बहुलक है।
  • डीएनए में असामान्य क्षार नहीं पाया जाता है जबकि आरएनए में असामान्य क्षार(जैसे इनोसिन) पाये जा सकते हैं।
  • डीएनए की समय अवधि लम्बी होती है जबकि आरएनए की समय अवधि कम होती है।
  • DNA उत्प्रेरक(Catalytic) का काम नहीं करता है जबकि RNA उत्प्रेरक(Catalytic) का काम करता है| 
  • DNA का Structure Double Helix में होता है जबकि RNA का Structure Hairs Pins & Loops की तरह होता है | 
  • DNA को DNase से Hydrolysed कर सकते है जबकि RNA  को RNase से Hydrolysed कर सकते है
  • डीएनए को परबैंगनी किरणों से ज्याद नुकसान पहूंचता है जबकि आरएनए को परबैंगनी किरणों से कम नुकसान पहूंचता है
  • डीएनए की मात्रा कोशिका में फिक्स होती है जबकि आरएनए की मात्रा कोशिका में फिक्स नहीं होती है। 
  • DNA 2 तरह के होते है- Extracellular & Extracellular जबकि RNA 3 तरह के होते है- 
      1. m-RNA- Amino Acid यह जरूरत की पहचान करता है व उनको एक क्रम में सजाता है। 
      2.  r-RNA -  यह प्रोटीन का निर्माण करता है
      3. t-RNA - यह Amino Acid का परिवहन कर Ribosome तक लाता है | 

DNA, RNA का निर्माण करता है इस प्रक्रिया को Transcription कहते हैं फिर RNA प्रोटीन का निर्माण करता है, जब RNA प्रोटीन का निर्माण करता है तो इस प्रक्रिया को Translation कहते है | 

DNA - डीएनए कोशिका के अंदर केन्द्रक, माइटोकॉण्ड्रिया तथा क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है इस श्रृखला को पॉली न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है।

डीएनए के एक फेरा की लंबाई 3.4A होता है तथा इसके एक फेरा में 10 न्यूक्लियोटाइड होते हैं तथा हर एक न्यूक्लियोटाइड के मध्य की दूरी 3.4A होती है।

DNA की संरचना Double Standered की होती है जिसकी खोज वाटसन एंड क्रिक ने की थी | 

RNA - RNA की संरचना Single Standered की होती है, जब DNA से RNA बनता है इसे Transcription  कहते है  तथा जब RNA प्रोटीन बनाता है उसे Translation कहते हैं और जब DNA से DNA बनता है तो इसे Replication कहते है | 

कोशिका विभाजन- एक कोशिका का टूटकर दो या अधिक कोशिका का निर्माण कर देना कोशिका विभाजन कहलाता है। जिस कोशिका का विभाजन होता है उसे Mother Cell कहते है तथा विभाजन के बाद बनने वाली नई कोशिका को Daughter Cell  कहते है।

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