वर्तमान समय में अनेक ऐसे व्यक्ति मौजूद है जो की रेलवे में नौकरी को प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। रेलवे में अनेक प्रकार के पद है पदों के अनुसार सैलरी भी कम ज्यादा है। एक बड़े पद के लिए आपको अच्छी सैलरी प्रदान की जाएगी वही छोटे पद के लिए आपको कम सैलरी प्रदान की जाती है। ऐसे में अगर आप रेलवे में Loco pilot जैसे पद के ऊपर कार्य करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको मिलने वाली सैलरी दूसरे पदों की तुलना में अधिक होती है।
आज के समय में अनेक व्यक्तियों के द्वारा खोजा जाता है कि आखिर में "Loco pilot Kaise bane" ऐसे में क्या आप भी ऐसे सवाल को इंटरनेट पर खोज रहे हैं। अगर हां तो आज हम आपको इसी विषय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे।
जिसे जानने के बाद आप लोको पायलट कैसे बने की जानकारी को तो जानेंगे ही इस जानकारी को जानने की साथ ही लोको पायलट के लिए एजुकेशन क्वालिफिकेशन वेतन तथा आदि अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को भी जान जाएंगे इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
लोको पायलट कौन होता है?
सबसे पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि आखिर में Loco pilot Kaun hota hai. तो दोस्तों जैसे बस चलाने वाला व्यक्ति ड्राइवर होता है। ऐसे ही ट्रेन चलाने वाले व्यक्ति को "Loco pilot" कहा जाता है। अब आप जान चुके हैं कि ट्रेन चलाने वाले व्यक्ति को ही "Loco pilot" कहा जाता है। जो भी व्यक्ति अच्छी शिक्षा ग्रहण करके तैयारी करके लोको पायलट के पद को प्राप्त करता है। उसे समाज एक अच्छी नजरों से देखता है क्योंकि लोको पायलट की नौकरी एक हाई लेवल की नौकरी होती है।
एक लोको पायलट को कम से कम 8 घंटे तथा अधिक से अधिक 12 घंटे काम करना होता है। इनका काम केवल ट्रेन को चलाना ही होता है। एक अच्छी नौकरी होने के साथ ही यहां मिलने वाली सैलरी भी बढ़िया होती है इसी के साथ में अनेक प्रकार की सुविधाएं भी लोको पायलट को प्रदान की जाती है।
लोको पायलट कैसे बने
लोको पायलट बनने के लिए पहले अपनी दसवीं कक्षा को पास करें. फिर आईआईटी या डिप्लोमा कोर्स करें. फिर आपको लोको पायलट बनने के लिए भर्ती के समय आवेदन करना है. अब असिस्टेंट लोको पायलट की लिखित परीक्षा के लिए उपस्थित होना है. अब आपको इंटरव्यू में शामिल होना पड़ेगा जिसके बाद में मेडिकल टेस्ट करवाना है फिर आपको असिस्टेंट लोको पायलट की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी और आप एक असिस्टेंट लोको पायलट बन जाएंगे।
जैसा कि आपने ऊपर शॉट इंफॉर्मेशन में जान लिया है कि आखिर में आप Loco pilot Kaise bane तो चलिए अब हम इस जानकारी को विस्तार पूर्वक जानते हैं ताकि आप इसे और भी आसानी से समझ सके।
कोई भी युवा जो कि लोको पायलट का सपना देख रहा है उसे लोको पायलट बनने के लिए सबसे पहले किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से अपनी दसवीं कक्षा की पढ़ाई को पूरा करना है। इस कोर्स को करने के बाद अब आपका दूसरा कदम आईआईटीएफ डिप्लोमा की तरफ होना चाहिए। क्योंकि लोको पायलट पद के लिए आईआईटी या फिर डिप्लोमा सर्टिफिकेट की भी मांग की जाती है। और आईआईटी या डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत भी रेलवे रिक्वायरमेंट बोर्ड के द्वारा कुछ ट्रेड को स्वीकार किया जाता है।
परीक्षा में भाग लेने के लिए आपको इन्हीं महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट की आवश्यकता है जिसके बाद में आपका अगला कदम भर्ती के लिए आवेदन करने का रहेगा। तो जब भी असिस्टेंट लोको पायलट के लिए फॉर्म भरे जाएं उस समय आप अपना फॉर्म जरूर भरें। और समय अनुसार परीक्षा में जरूर उपस्थित होने तथा अच्छे से अच्छे अंक हासिल करें।
जब आप असिस्टेंट लोको पायलट बन जाएंगे तो उसके बाद मैं आपको प्रमोशन के द्वारा 2 या 3 सालों के अंतर्गत ही लोको पायलट बना दिया जाएगा। लिखित परीक्षा पूरी होने के बाद आपका इंटरव्यू लिया जाएगा इंटरव्यू में आपसे सवाल पूछे जाएंगे जिन्हें आपको अपने दिमाग से हल करना होगा। अब सबसे लास्ट में आपका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा जिसमें आंखों की क्षमता ऊपर का जाएगा। इसके बाद में डायरेक्ट ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाएगा
ट्रेनिंग के अंतर्गत रेल कैसे चलाएं, इमरजेंसी ब्रेक का उपयोग कैसे किया जाता है तथा रेल से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान कर दी जाएगी। इसके बाद में आप असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर अपनी सेवाएं प्रदान कर सकेंगे यानी कि आप एक असिस्टेंट लोको पायलट बन जाएंगे। और इसके बाद में आपको दो-तीन वर्षों के बाद में असिस्टेंट लोको पायलट से लोको पायलट बना दिया जाएगा।
लोको पायलट एग्जाम पैटर्न
आपको लोको पायलट का एग्जाम पैटर्न समझना चाहिए क्योंकि यह आवश्यक है तो लोको पायलट के लिए रहने वाले सब्जेक्ट Math, Reasoning, Generel Awareness, Technical Ability, General Science, Common sense और इन सभी सब्जेक्ट से प्रश्न पूछे जाते हैं। टोटल 120 प्रश्न पूछे जाता है प्रत्येक पृष्ठ एक नंबर का होता है यानी की 120 प्रश्नों के द्वारा मिलने वाले नंबर भी 120 होते हैं। पेपर को पूरा करने के लिए 90 मिनट का समय दिया जाता है। और माइनस मार्किंग भी रहती है।
लिखित परीक्षा में सफल होने के लिए आपको कटऑफ अंकों से अधिक अंकों को हासिल करना होगा तत्पश्चात ही आप इंटरव्यू के दूसरे पड़ाव में शामिल हो सकेंगे।
Loco pilot के लिए IIT Trend
Electrician
Fitter
Instrument Mechanic
Wireman
Millwright Maintenance Mechanic
Heat Engine
Turner
Mechanic Diesel
Tractor Mechanic
Mechanic Radio & TV
Armature and Coil Winder
Electronics Mechanic
Mechanic Motor Vehicle
Electrician
लोको पायलट की शुरुआती सैलरी कितनी होती है? :
लोको पायलट की शुरुआती सैलरी ₹20000 से ₹35000 प्रतिमाह तक होती है। इस सैलरी के साथ ही अनेक प्रकार की सुविधाएं भी लोको पायलट को प्रदान की जाती है। अनुभवी लोको पायलट को तथा उच्च स्तर ट्रेन के लोको पायलट को मिलने वाली सैलरी ₹100000 प्रति माह तक होती है। यह शहर पर निर्भर करता है कि आप किस शहर में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाएं
Loco pilot Kaise bane की जानकारी के साथ ही अब हम जानते हैं कि आखिर में लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाएं क्या है? तो लोको पायलट को ट्रेन में यात्रा करने की सुविधा दी जाती है जो कि फ्री है, फ्री में मेडिकल सुविधा दी जाती है, सप्ताहिक छुट्टी, फ्री सरकारी मकान जॉब लोकेशन पर, पेंशन सुविधा आदि।
लोको पायलट कितने प्रकार के होते हैं?
अधिकतम व्यक्तियों को लोको पायलट के बारे में पता नहीं होता है कि आखिर में लोको पायलट कितने प्रकार के होते हैं तो यह कुछ इस प्रकार है:-
चालक दल नियंत्रण
लोको फायरमैन
पावर कंट्रोलर
लोको सुपरवाइजर
वरिष्ठ सहायक लोको पायलट
सहायक लोको पायलट
12वीं के बाद लोको पायलट कैसे बने?
अनेक विद्यार्थियों के द्वारा अपनी 12वीं कक्षा पास की जाती है तो आप 12वीं के बाद भी लोको पायलट बन सकते हैं। बस आपके पास आईआईटी या फिर डिप्लोमा सर्टिफिकेट मौजूद होना चाहिए। जिसके बाद में आप समय-समय पर आने वाली भर्तियों के लिए आवेदन करके वहां सफल होकर आसानी से 12वीं के बाद लोको पायलट बन सकते हैं।
ट्रेन ड्राइवर बनना कितना मुश्किल है?
ट्रेन ड्राइवर की जिम्मेदारी एक बड़ी जिम्मेदारी होती है जिसके चलते ट्रेन ड्राइवर को शारीरिक रूप से तथा मानसिक रूप से मजबूत बनना पड़ता है जिसके लिए प्रशिक्षण को प्राप्त करना होता है तथा कड़ी मेहनत करनी होती है। जैसा भी हो लेकिन अगर आप मेहनत करने को तैयार है तो आप जरूर एक ट्रेन ड्राइवर बन सकते हैं।
लोको पायलट का चयन कैसे किया जाता है?
लोको पायलट का चयन लिखित परीक्षा, इंटरव्यू ,मेडिकल जांच के आधार पर किया जाता है। इन तीनों स्टेप्स में सफल होकर कोई भी असिस्टेंट लोको पायलट बनकर आसानी से प्रमोशन मिलने पर लोको पायलट बन सकता है।
लोको पायलट का क्या काम होता है-
जैसा कि आपको मालूम है कि ट्रेन को चलाने का कार्य लोको पायलट का होता है, यह जॉब बहुत ही जिम्मेदारी वाली होती है, क्योंकि जब वे ट्रेन को चलाते हैं तो इसमें लाखों यात्री सफर करते है, ऐसे में उनको सावधानी व सतर्कता बहुत जरूरी हो जाती है, हम कह सकते हैं, कि यात्रियों सही मंजिल पर पहूंचाना उनकी जिम्मेदारी होती है।
इनकी ड्यूटी कोई फिक्स नहीं होती है, आपातकालीन स्थिति में इनको सर्विस देनी होती है। आज वैसे तकनीक बहुत ज्यादा एडवांस हो चुकी है, लेकिन आज भी लोको पायलट को मेनुअली चेकिंग करनी पड़ती है, सबसे लोको पायलट को एक बुक दी जाती है,
जिसमें सारी तकनीक व सर्कुलर को पढ़ना पड़ता है, स्किल वर्क को समझना पड़ता है, फिर उसपर साइन करना होता है। लोको पायलट को यह भी चैक करना पड़ता है, कि कहां पर स्पीड कम करनी है, कहा बढ़ानी है, लोको को चैक करना पड़ता है, कि कहीं आगे चलकर कोई परेशानी तो नहीं आयेगी,
लोको पायलट की ड्यूटी-
लोको पायलट की ड्यूटी का कोई फिक्स समय नहीं होता है, गाडियों के अनुसार इनकी ड्यूटी लगती है, ड्यूटी के कुछ समय पहले वार्निंग कॉल दिया जाता है कि आपका ड्यूटी आना वाला है, जो रेलवे द्वारा नंबर दिया जाता है उसी पर कॉल आता है, लोको पायलट को एक टेस्ट भी होता है जिसमें यह देखा जाता है कि कोई शराब वगैरा तो पीये हुए नहीं है।
लोको पायलट की भूमिका (Role of Loco Pilot)
लोको पायलट सहायक के कर्तव्य में लोको पायलट की मदद करना शामिल है। लोको पायलट का काम लोकोमोटिव इंजन के उचित क्षमता को बनाए रखना, ट्रेन में मरम्मत और रखरखाव का काम करना, सिग्नल परिवर्तन के जांच करना और अन्य रेलवे प्राधिकरण के साथ संवाद करना शामिल होता है।लोको पायलट को अपने कर्तव्यों को सतर्कता से निभाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
क्योंकि हजारों यात्रियों की सुरक्षा इस पर निर्भर करती है। लोको पायलट की नौकरी में वह ट्रेन प्रबंधक के पर्यवेक्षण में एक विशेष ट्रेन पर कार्य करते हैं। जिनमें ट्रेनमार्ग, ट्रेन की गति, सिगनलिंग की त्रुटि का अनुमान, पर्याप्त ब्रेक पावर और सुरक्षा शामिल होती है। पिछले भाग में ट्रेन प्रबंधक चल रही ट्रेन के प्रमुख के पीछे ट्रेन होती है।
Monitoring:
मॉनिटरिंग एक गतिविधि या परियोजना में घटित घटनाओं की नियमित निगरानी और प्रलेखन है। ऑन बोर्ड मॉनिटरिंग सिस्टम जिसे एक प्रदर्शन प्रणाली के रूप में पहचाना जाता है।
यात्री और यात्रियों के ट्रेन के मैकेनिक घटकों को नियंत्रित और मॉनिटर करने के लिए एक एकीकृत विविधता के साथ उपकरण और विद्युत मोटर का समावेश करता है।
Maintenance Work:
मेंटेनेंस कार्य मशीनरी के सुचारू चल चलना सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसमें निरीक्षन, मूल्यांकन, विश्लेषण, प्रतिस्थापन और समायोजन जैसे कार्य शामिल होते हैं। यह सभी क्षेत्र और उद्योगों में किया जाता है।
Piloting the Train:
लोको पायलट इंजन चलाने ट्रेन के यात्रियों को सुरक्षित रखने ट्रेन की गति और उन सभी कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनका मुख्य कार्य होता है ट्रेन चलाना।
Prepare Report:
रिपोर्ट तैयार करना विभिन्न मूल्यांकन के परिणाम स्वरुप एकत्रित जानकारी प्रदान करता है। रिपोर्ट में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जा सकती है, लेकिन सामान्यत यह डाटा को एक संबंधित दर्शक तक संचारित करने पर केंद्रित होती है। कई अन्य रिपोर्ट समाधान ढूंढने के लिए ढांचित होती है। सामान्यत वह समस्या का मूल्यांकन करते हैं और निश्चित कार्यवाही या विकल्पों की सुझाव करते हैं।
FAQ
Q.1 = क्या लोको पायलट एक अच्छी नौकरी है?
Ans = जी हां लोको पायलट एक अच्छी नौकरी है जहां पर सैलरी मिलने के साथ ही अनेक प्रकार के लाभ भी प्रदान किए जाते हैं। लेकिन हां लोको पायलट का काम एक अत्यधिक जिम्मेदारी वाला काम है।
Q.2 = क्या लोको पायलट का इंटरव्यू होता है?
Ans = जी हां लोको पायलट का भी इंटरव्यू होता है।
Q.3 = क्या मैं एक लोको पायलट बन सकता हूं?
Ans = जी हां बस आपको मेहनत करने की जरूरत है आप जरूर लोको पायलट बन सकते हैं।
Q. 4 लोको पायलट का मुख्य काम क्या होता है
इनका मुख्य कार्य होता है ट्रेन को सही तरह से चलाना, जिसमें गति को बनाये रखने, सिग्नल और ट्रेक नियमों का पालन करना ताकि यात्रियों की सुरक्षा और माल की सुरक्षा हो सके।
Q. 5 क्या लोको पायलट केवल ट्रेन चलाते हैं
नहीं ऐसा नहीं है कि लोको पायलट केवल ट्रेन को चलाते है, बल्कि ट्रेन के उपकरणों की जांच व रखरखाव भी करते है व जिस यात्रा से ट्रेन जा रही है उससे परिचित रहते हैं।
Q. 6 क्या महिलाएं भी लोको पायलट बन सकती है
लोको पायलट में महिलाएं भी भर्ती होती है, इसलिये लोको पायलट महिलाएं भी बन सकती है।
निष्कर्ष
Loco pilot की जानकारी को आपने विस्तारपूर्वक हासिल कर लिया है। इस जानकारी को जानने के साथ ही आपने लोको पायलट से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को भी जाना है। अगर लोको पायलट के विषय की तरह ही आप किसी अन्य विषय के ऊपर विस्तार पूर्वक जानकारी को जानना चाहते हैं उसके लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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