अनेक व्यक्ति वकील बनना चाहते हैं और वकील बनने के लिए वह कड़ी मेहनत भी करते हैं। इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक वर्तमान समय में हमारे भारत देश के अंतर्गत लगभग 15 लाख से भी अधिक वकील मौजूद है तथा वह अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं आज इस लेख के अंतर्गत हम जानेंगे कि आखिर में वकील कैसे बने? वकील बनने को लेकर संपूर्ण जानकारी इस लेख के अंतर्गत आपको जानने को मिलेगी।
वकील बनने के लिए योग्यता, एजुकेशन, आयु सीमा, वकील बनने पर सैलरी, कार्य आदि से संबंधित संपूर्ण जानकारी आप आसान शब्दों के माध्यम से विस्तार पूर्वक इस लेख में जान जाएंगे। जानकारी नहीं होने की वजह से अनेक व्यक्ति वकील बनने में असमर्थ रहते हैं लेकिन अब आपको जानकारी हासिल हो जाएगी जिसके बाद आप वकील बनने के लिए अपने प्रयास कर सकेंगे।
वकील क्या होता है?
अगर आप नहीं जानते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की वकील अदालत में मुद्दों को सार्वजनिक रूप से सबके सामने रखता है तथा उन्हें नियंत्रित करता है इसी के साथ में उन मुद्दों को सुलझाने का कार्य करता है वकील को अनेक नाम से जाना जाता है जैसे की लॉयर या अधिवक्ता जो व्यक्ति वकील होता है वह लॉयर कानून की पढ़ाई करता है तथा लोगों को न्याय दिलवाने में मदद करता है।
आसान शब्दों में अगर हम वकील को जाने तो न्यायालय के अंतर्गत वकील एक ऐसा अधिकारी होता है जो कि पीड़ित व्यक्ति के केस को लड़ता है। तथा उसे इंसाफ दिलाने का कार्य करता है। वकील का मुख्य कार्य यह होता है कि जिसने अपराध नहीं किया है उसे निर्दोष साबित करना तथा वहीं दूसरी तरफ जिसने अपराध किया है उसे दोषी साबित करके सजा दिलवाना वकील द्वारा जितने भी कार्य किए जाते हैं वह सारे के सारे कार्य कानून के भीतर ही किए जाते हैं।
वकील बनने के लिए योग्यता
कुछ महत्वपूर्ण योग्यताएं वकील बनने के लिए रखी गई है जिन्हें पूरी करने पर ही वकील बन जा सकता है योग्यताएं कुछ इस प्रकार है:-
वकील बनने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति भारतीय नागरिक होना चाहिए।
एजुकेशन क्वालीफिकेशन के अंतर्गत ग्रेजुएट डिग्री होनी चाहिए।
12वीं कक्षा के अंतर्गत न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए
न्यूनतम आयु 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
हिंदी तथा इंग्लिश दोनों भाषाओं का अच्छे से ज्ञान होना चाहिए।
वकील कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्य रूप से अगर देखा जाए तो वकील केवल दो प्रकार के होते हैं जिसमें एक तो सरकारी वकील तथा दूसरा प्राइवेट वकील होता है। लेकिन इन वकीलों को अनेक प्रकार से बाटा गया है:-
सुप्रीम कोर्ट वकील
सरकारी वकील
प्राइवेट वकील
हाई कोर्ट वकील
वरिष्ठ वकील
सीनियर वकील
जूनियर वकील
फैमिली वकील
सरकारी वकील कैसे बने?
जैसा कि आप सरकारी वकील बनना चाहते हैं तो आप सरकारी वकील बनना चाहे या फिर आप प्राइवेट दोनों के लिए कानून की पढ़ाई पूरी करनी होती है इसके बाद स्नातक की डिग्री मिल जाती है। जिस व्यक्ति को यह डिग्री मिल जाती है वह व्यक्ति लॉयर कहलाने लगते हैं।
अगर आपको भी लॉ की डिग्री प्राप्त हो जाएगी तो उसके बाद आपको भी लॉयर के नाम से जाना जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कानून की पढ़ाई करने में जो आपको स्नातक की डिग्री प्रदान की जाती है उसे B.A.L.L.B भी कहते हैं। कानून की पढ़ाई करने के बाद आप में अनेक प्रकार के बदलाव आ जाते हैं आपकी सोच दूसरे अन्य व्यक्तियों से अलग हो जाती है। नीचे वकील बनने की निम्नलिखित जानकारी दी गई है-
12 वीं कक्षा पास करें
वकील बनने के पहले स्टेप्स के अंतर्गत सबसे पहले आपको अपनी 12वीं कक्षा को न्यूनतम 50% अंकों से पास कर लेना है। आप किसी भी विषय 12वीं कक्षा को पास कर सकते हैं लेकिन अगर आप आर्ट्स सब्जेक्ट के साथ 12वीं कक्षा को पास करते हैं तो ऐसे में यह आपके लिए अच्छा है क्योंकि जब आप वकील बनने के लिए पढ़ाई करेंगे तो आपको आर्ट्स के सब्जेक्ट में उपलब्ध जानकारियां भी जानने को मिलेगी।
लॉ कॉलेज के अंतर्गत एडमिशन हेतु एंट्रेंस एग्जाम
जब आप अपनी 12वीं कक्षा को पास कर लेंगे तो उसके पश्चात आपका अगला स्टेप्स वकील बनने का रहेगा जिसके लिए आपको किसी कॉलेज में एडमिशन लेना होगा टॉप कॉलेजो में एडमिशन को प्राप्त करने के लिए CLAT EXAM दे सकते हैं।
अनेक व्यक्ति वकील बनने के लिए इसी एग्जाम में शामिल होते हैं तथा एडमिशन को प्राप्त करके वकील बनने की पढ़ाई करते हैं। CLAT EXAM में पास हो जाने पर इंडिया के टॉप लेवल के कॉलेज के अंतर्गत एडमिशन मिल जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे CLAT EXAM एक कठिन एग्जाम है जिसके लिए आपको अत्यधिक मेहनत करने की आवश्यकता रहेगी तत्पश्चात आप इस परीक्षा के अंतर्गत सफलता हासिल कर सकेंगे।
वकील बनने की इच्छा रखने वाले सभी छात्रों को इस परीक्षा को देना जरूरी होता है। यदि आप चाहते हैं कि आप इस एग्जाम में शामिल न हो और डायरेक्ट आप BA LLB कोर्स करें तो इसके लिए वर्तमान समय में अनेक कॉलेज मौजूद है जिनसे आप डायरेक्ट BA LLB कोर्स कर सकते हैं।
BA LLB कोर्स करें
जब आप CLAT एक्जाम क्लियर कर लेंगे उसके बाद आपको कानून की पढ़ाई करने के लिए BA LLB कोर्स करना होगा और यह कोर्स 3 साल का भी होता है तथा 5 साल का भी होता है। जब आप 12वीं कक्षा के अंतर्गत 50% से अधिक अंकों को हासिल कर लेते हैं और कॉलेज के माध्यम से ग्रेजुएशन पूरी करते हैं तो उसके बाद BA LLB कोर्स को करने में लगने वाला समय 3 साल का है।
वहीं यदि आप अपनी 12वीं कक्षा को पास करते हैं और CLAT Exam क्लियर कर लेते है तो अब आपको BA LLB कोर्स करने की आवश्यकता रहती है और आपको 5 वर्षों के अंतर्गत इस कोर्स को पूरा करवा दिया जाता है।
लॉ की पड़ाई के बाद इंटर्नशिप कैसे करें?
जैसा की अनेक स्टूडेंट पूरी मेहनत करने के पश्चात कानून की पढ़ाई को पूरी कर लेते हैं लेकिन इसके बावजूद भी वह एक सफल लॉयर नहीं बन पाते हैं जिसके पीछे अनेक कारण है जिसमें से सबसे बड़ा और मुख्य कारण यह है कि वर्तमान समय में कंपटीशन पढ़ाई को लेकर या फिर किसी भी कम को लेकर बहुत ही अत्यधिक हो गया है।
तो ऐसे में जब आप न्यायालय में वकालत करें उससे पहले आपको इंटर्नशिप करनी सबसे महत्वपूर्ण है। तकरीबन एक या दो साल की इंटर्नशिप आप जरूर करें इससे आप वकालत के बारे में जान जाएंगे और जान जाएंगे कि आखिर में वकील के द्वारा अदालत में किस प्रकार से मुकदमे लड़े जाते हैं।
आप चाहे तो वरिष्ठ वकील के सहायक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं इससे होगा यह की आपको वकालत के बारे में जानकारियां जानने को मिलती रहेगी और आपके कार्य के अनुसार आपको सैलरी भी प्रदान की जाएगी। जब आप वकालत करना सीख जाएंगे तो उसके बाद आप अपनी सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
स्टेट बार काउंसलिंग में एनरोल
वकील की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात तथा अन्य आवश्यक कार्य को पूरा करने के बाद स्टेट बार काउंसलिंग के लिए इनरोल होना सबसे महत्वपूर्ण होता है और वकील बनने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है पूरे भारत देश के अंतर्गत कहीं पर भी स्टेट बार काउंसलिंग क्यों ना हो वहां आप अपना नामांकन करवा सकते हैं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अलग-अलग राज्य की अलग-अलग नामांकन प्रक्रिया हो सकती है।
जब आपको नामांकन मिल जाता है तो उसके पश्चात आपको एक परीक्षा All India Bar Examination देनी होती हैं। इस परीक्षा के अंतर्गत बुद्धि क्षमता कानूनी वकालत एवं भौतिक क्षमता आदि के बारे में जानकारी पूछी जाती है इसके पश्चात आपके यहां से अच्छे अंक प्राप्त हो जाने पर वकालत के लिए प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया जाता है और आप एक सफल वकील बन जाते हैं।
टॉप लॉ यूनिवर्सिटी इन इंडिया
आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ मोहाली
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी
स्कूल आफ लॉ क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
न्यू लॉ कॉलेज भारतीय विद्यापीठ डिम्ड यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
एमिटी लॉ स्कूल दिल्ली
भारत के टॉप 10 वकील
राम जेठमलानी
अभिषेक मनु संघवी
हरीश साल्वे
सोली जहांगीर सोराबजी
गोपाल सुब्रमण्यम
कपिल सिब्बल
उज्जवल निकम
मुकुल रोहतगी
केशव परासरण
नरीमन साम नरीमन
वकील की सैलरी कितनी होती है?
वकील की सैलरी वकालत पर निर्भर करती है कि वह किस प्रकार वकालत करते हैं हमारे भारत देश के अंतर्गत सरकारी वकीलों को प्रदान की जाने वाली सैलरी ₹25000 से लेकर ₹50000 तक है। बड़े-बड़े कैस होने पर वकीलों को मिलने वाली सैलरी ₹100000 तक की होती है। प्राइवेट वकील की अगर बात की जाए की उसे कितनी सैलरी मिलती है तो प्राइवेट वकील अगर हाई लेवल का वकील है तो ऐसी स्थिति में उसे ₹100000 तक की सैलरी मिलती है जो की महीने की सैलरी होती है।
वही शुरुआती दिनों के अंतर्गत एक प्राइवेट वकील को मिलने वाली सैलरी ₹15000 से लेकर ₹30000 तक हो सकती है। ऊपर जो भी सैलरी है वह महीने में मिलने वाली सैलरी है।
FAQ
Q.1 = वकील बनने के लिए कितनी आयु होनी चाहिए?
Ans = वकील बनने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए
Q.2 = मुख्य रूप से वकील कितने प्रकार के होते हैं?
Ans = मुख्य रूप से वकील दो प्रकार के होते हैं सरकारी वकील तथा प्राइवेट वकील।
निष्कर्ष
वकील कैसे बने की जानकारी अब आपने जान ली है अब आप वह संपूर्ण प्रक्रिया जान चुके हैं जिसे अपना कर आप वकील बन सकते हैं। इस प्रकार की जानकारियां आपको इस वेबसाइट पर मिलती रहेगी ऐसे में आप इस वेबसाइट को जरूर ध्यान में रखें वहीं अगर वकील कैसे बने कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी है तो इसे जरूर शेयर करें।
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