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mutual fund sahi hai : म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा या बुरा

आप लोगों ने म्यूचुअल फंड सही है के विज्ञापन जरूर देखे होंगे, और आपके मन में भी यह जानने की उत्सुकता भी जरूर हुई होगी. कि क्या म्यूचुअल फंड सही है म्यूच्यूअल फंड के फायदे और नुकसान आप इस पोस्ट में जानेंगे।

चाहे आप म्यूच्यूअल फंड के अनुभवी है या पहली बार के निवेशक. लेकिन म्यूच्यूअल फंड को हमेशा गंभीरता से लेना चाहिएं. और अच्छे निवेश अपने पोर्टफोलियो में जोड़ने चाहिए.

म्यूचुअल फंड के निवेश में फायदे भी हैं और नुकसान भी इसके बारे में भी हर एक निवेशक को जरूर जानना चाहिए. जिससे आप सही निवेश कर पाए।

mutual fund sahi hai : म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा या बुरा

म्यूचुअल फंड क्या है ? 

म्यूच्यूअल फंड शेयर बाजार में निवेश करने का एक सरल माध्यम है. खासकर उन लोगों के लिए जिनको स्टॉक मार्केट में कोई जानकारी नहीं होती है. ऐसे में पेशेवर फंड निवेशक कंपनी अलग-अलग सेक्टर की ग्रोथ देखकर  निवेश करते हैं. लेकिन निवेश करने के बाद निवेशक बाजार के जोखिमों के आधार पर अपना रिटर्न पाते हैं।

म्यूचुअल फंड सही है ?

नए लोग म्यूचुअल फंड में पैसा लगा देते हैं. लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं है. क्योंकि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने का भी एक सही समय होता है. मतलब यह है कि आपको पता होना चाहिए कि म्यूचुअल फंड में निवेश कब करना है और कब नहीं करना है.

जब शेयर मार्केट में अच्छी ग्रोथ होती है तब आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. लेकिन वही जब शेयर मार्केट डाउन हो तो उस टाइम अगर आप इन्वेस्ट करेंगे तो आपका नुकसान जरूर होगा. क्योंकि आप जो पैसे फंडिंग हाउस के जरिए म्यूचुअल फंड में लगाएंगे तो फंडिंग हाउस कंपनी उस पैसे को शेयर में लगाएगी. अब आप समझ ही गए होंगे कि कब लगाना है पैसे कब नहीं लगाना है।

म्यूचुअल फंड के फायदे

जब कोई अपना फंड कहीं निवेश करता हैं. तो फायदे के लिए ही करता है. आप इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें, क्योंकि इसमें हमने बहुत ही रिसर्च करके आप लोगों के लिए बिल्कुल साफ और सही जानकारी लेकर आए हैं।

हमेशा छोटी पूंजी से शुरुआत करें.

अगर आपको सीधे शेयर मार्केट में निवेश करने आता है तो आपको ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरूरत पड़ेगी. लेकिन वही जब आप mutual फंड में  निवेश करते हैं. तो आप स्टॉक मार्केट के रिटर्न का फायदा उठा सकते हैं।

म्यूच्यूअल फंड की सबसे खास बात यह है. कि आप ₹500 से हजार रुपए तक में कोई भी sip शुरू कर सकते हैं. म्यूच्यूअल फंड फायदे के लिए बहुत ही असरदार माना गया है. आप अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर अगर इन्वेस्ट करते हैं. तो आप अपने निश्चित गोल को हासिल कर सकते हैं।

प्रोफेशनल मैनेजमेंट की सुविधा

जब भी कोई म्यूचल फंड में निवेश करता है. तो आपके कुछ पैसे Expense Ratio के लिए में काटा जाता है. इसी रकम से कुछ हिस्सा प्रोफेशनल फंड मैनेजर को दिया जाता है. और मैनेजर अपने skill और अनुभव के हिसाब से कम जोखिम और ज्यादा रिटर्न दिलाने के लिए आपको वर्क करता है।

आपको नहीं पता तो आपको बता दें की Expanse बहुत कम होता है. इस बहुत ही कम खर्च में आप एक प्रोफेशनल फंड मैनेजर की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. क्योंकि आपके जैसे ही कई व्यक्ति म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. और उनके थोड़े थोड़े पैसे से फंड मैनेजर का खर्च सभी लोगों में बट जाता है।

बेहतरीन रिटर्न और पावर ऑफ कंपाउंडिंग की सुविधा

म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा है कि म्यूचुअल फंड में दूसरे निवेश के मुकाबले आकर्षक रिटर्न  प्राप्त होता है. यहां पर आपको पावर आफ कंपाउंडिंग भी देखने को मिलेगा. यहां आप जितने लंबे समय तक इन्वेस्टमेंट होल्ड करेंगे. उतनी तेजी से आपका रिटर्न बढ़ेंगा. SIP अपने पावर आफ कंपाउंडिंग की वजह से ही लोकप्रिय हैं.लोगों में

तरह-तरह के योजना में इन्वेस्ट करने की सुविधा

मार्केट में आजकल बहुत से म्यूच्यूअल फंड के प्रकार उपलब्ध हैं. उनमें से आप अपनी रिस्क प्रोफाइल के लिहाज से कोई भी स्कीम सेलेक्ट कर सकते हैं. अपनी आवश्यकताओं और टारगेट के मुताबिक आप म्यूच्यूअल फंड स्कीम चुन सकते हैं.

म्यूचुअल फंड में डेट, हाइब्रिड, equity, स्कीम के विकल्प उपलब्ध हैं. अगर आपको रिस्क के हिसाब से अच्छे रिटर्न प्राप्त करना है. तो इक्विटी फंड के साथ जा सकते है. वहीं अगर आपको कम रिस्क चाहिएं, तो आप डेप्ट फंड का चुनाव कर सकते हैं।

निवेश करने में आसान

म्यूचुअल फंड में कई निवेश ऑप्शन ऐसे होते है, जिनमें निवेश करने की प्रक्रिया बहुत कठिन होती है. लेकिन म्यूचुअल फंड कैसे खरीदते है. इसका जवाब बहुत आसान हैं.

आजकल बहुत से प्लेटफार्म लांच हो चुके है. जिस के माध्यम से आप एक जगह से कई म्युचुअल फंड हाउस की स्कीम खरीद सकते है. आप अपने म्यूचुअल फंड की स्कीम की रिटर्न्स, ग्रोथ, ट्रैकिंग, आसानी से कर सकते है. ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट म्युचुअल फंड को बहुत ही आसान बना दिया है।

म्यूच्यूअल फंड से समय की बचत कर सकते हैं

अगर आप सीधे स्टॉक में निवेश करेंगे तो आपको लगातार ही मार्केट के उतार-चढ़ाव पर अपना ध्यान लगाकर रखना होगा. एनालिसिस करने के लिए आपको अपना समय निकालना होगा. लेकिन म्यूचुअल फंड में ऐसा नहीं हैं. बस आपको निवेश करके निश्चिंत हो जाना हैं. अगर आप 1 साल में भी अपना पोर्टफोलियो का रिव्यू करेंगें, ताे भी आपका काम चल जाएगा।

सुरक्षित निवेश मुचल फंड में.

म्यूचुअल फंड का रेगुलेट संस्था SEBI हैं. जो इन पर अपना पूरा नियंत्रण रखता हैं. और नियमों की पालन करने के लिए बाध्य भी रखता हैं. जिस तरह से बैंकों को रेगुलेट करने के लिए आरबीआई होता हैं. उसी प्रकार म्यूच्यूअल फंड को सेबी द्वारा रेगुलेट किया जाता हैं.

 यह एक सरकारी संस्था हैं. जो म्यूच्यूअल फंड हाउस को पंजीकरण करता हैं. इसलिए आपके निवेश म्यूच्यूअल फंड में 100% सुरक्षित रहता है।

अपना फंड निकालने में आसानी

म्यूचुअल फंड  मे लोग निवेश तो कर देते है. लेकिन कई बार बीच में पैसे निकालने की भी जरूरत पड़ जाती है. कई निवेश विकल्पों में लाक-ईन की सुविधा रहती है. जिसके कारण आप लाक-ईन अवधि पूरा होने के बाद ही पैसे निकाल पाते है.

लेकिन म्यूचुअल फंड में ऐसी कोई दिक्कत नहीं हैं. आप जब चाहे अपना निवेश निकाल सकते है. आप जब अपना  Withdrawal  रिक्वेस्ट सबमिट करेंगे. तब उसके 3 दिन के भीतर आपके पैसे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती हैं।

हमको उम्मीद है कि अब आपने म्यूच्यूअल फंड के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी प्राप्त कर चुके है. लेकिन अब आप इसके नुकसान के बारे में भी अवगत हो जाएं. क्योंकि जहां पर फायदा होता है वहां पर नुकसान भी होता है।

म्यूचुअल फंड के नुकसान

निवेश विकल्प के फायदे के साथ साथ कुछ नुकसान भी होता है. और हर निवेशक को फायदे के साथ-साथ, नुकसान पर भी ध्यान देने की अति आवश्यकता होती है.

कई बार लोग बिना सोचे समझे निवेश कर देते है. और बाद में उनको भारी पछतावा होता है. इसीलिए हम आपको इसके नुकसान के बारे में भी अच्छी जानकारी देंगे. ताकि आपका इन्वेस्टमेंट अच्छा हो, और आपको मोटा मुनाफा प्राप्त हो।

रिटर्न की कोई गारंटी नहीं

मौजूदा बाजार में कई इन्वेस्टमेंट आपको एक निश्चित रिटर्न भी ऑफर करते है. लेकिन म्यूचुअल फंड में ऐसा नहीं होता है. क्योंकि म्यूचुअल फंड स्टॉक मार्केट के हिसाब से चलता है. जब स्टॉक में ग्रोथ होता है, तब म्यूचुअल फंड में भी ग्रोथ होता है. और जब स्टॉक डाउन होता है. तब म्यूचुअल फंड में भी गिरावट होती है।

स्टॉक मार्केट हमेशा रिस्क साथ लेकर चलता है. अगर आप म्यूच्यूअल फंड में कम समय में ज्यादा पैसे का प्रयास करेंगें, तो आप निश्चित ही सफल नहीं होंगे. म्यूचुअल फंड में निवेश धीरज के साथ करें. और लंबे वक्त तक करें, तब आपको बड़ा मुनाफा प्राप्त होगा।

शेयर मार्केट से कम रिटर्न.

अब आप यह तो जान ही चुके हैं. की शेयर मार्केट के अधीन ही म्यूचुअल फंड काम करता है. और शेयर मार्केट में निवेश करने का यह एक Indirect तरीका है. लंबे समय के लिए शेयर बाजार में निवेश आपको एक अच्छा रिटर्न तो देगा ही. लेकिन स्टॉक मार्केट के मुकाबले म्यूच्यूअल फंड आपको वह रिटर्न नहीं दे पाएगा।

म्यूचुअल फंड पर रिटर्न टैक्स

म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न पर भी टैक्स लगता है. जिससे आपका मुनाफा कुछ परसेंट कट जाता है. इक्विटी में 12 महीने से कम समय के लिए एसटीसीजी टैक्स 15 % से और 12 से अधिक महीनों के लिए आपको एलटीसीजी टैक्स 10 % देना होता है. इस तरह लंबी अवधि तक म्यूचुअल फंड में मैच्योरिटी  राशि पर भारी टैक्स देना पड़ता हैं।

अगर आप का भी इरादा है. मैचुअल फंड में निवेश करने का तो आपको इसके नुकसान के बारे में भी अच्छे से जान लेना चाहिए. बस इसके फायदे पर ही फोकस नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

आपने इस  शानदार पोस्ट में म्यूचुअल फंड सही है, के बारे में सभी तरह की जानकारियां प्राप्त की हैं. आप इस पोस्ट को www.geomorllife.com पर पढ़ रहे हैं. हमें उम्मीद है,कि यह जानकारी आपको बहुत ही अच्छी लगी होगी. लेकिन फिर भी अगर आपके मन में किसी प्रकार के सवाल हो तो आप तुरंत कमेंट करें।

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