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शेयर मार्केट क्या है, कैसे सीखें? (Share Market in Hindi)

हम सबके मन में एक सपना होता है कि हम जल्द से जल्द काफी अमीर हो जाएं। आमतौर पर अमीर बनने के लिए ढेर सारी मेहनत करनी पड़ती है, परंतु एक ऐसा तरीका भी है जहां अमीर बनने के लिए मेहनत नहीं बस थोड़ी प्लानिंग करनी पड़ती है और एक प्रकार का स्पेकुलेशन गेम खेलना पड़ता है। यह वह तरीका है जहां व्यक्ति देखते ही देखते राजा भी बन सकता है और कई बार थोड़ी सी गलती के चलते रंक भी हो जाता है।

शेयर मार्केट मतलब स्टॉक मार्केट, शेयर मार्केट अन्य बाजार की तरह ही एक मार्केट होता है पर यहां पर सब्जी तरकारी की जगह शेयरों की खरीद बिक्री होती है।  जी हां यहां शेयर भी खरीदे और बेचे जाते हैं।


Share कैसे चुने?, शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए सही स्टॉक कैसे चुने?

शेयर क्या होता है?

उदाहरण के तौर पर आपके घर में एक रोटी बनी इस रोटी को खाने वाले 4 लोग हैं तो प्रत्येक व्यक्ति एक चौथाई रोटी ले लेता है यह एक चौथाई रोटी उस व्यक्ति का उस रोटी में शेयर होगा।

इसी प्रकार कंपनी के शेयर भी समान तौर पर काम करते हैं जैसे कि आपने एक कंपनी खोली जहां आपको ₹10,00,000 की जरूरत है आप चाहे तो यह ₹1000000 लोन लेकर भी इकट्ठा कर सकते हैं परंतु आप चाहते हैं कि आपकी कंपनी में लोग आकर पैसा लगाएं तो ऐसे में आप अपनी कंपनी को सेबी अर्थात स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवा सकते हैं।

स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के पश्चात आपकी कंपनी शेयर मार्केट लिस्टेड कंपनी हो जाती है। अब आप ₹1000000 रुपये लोगों से इकट्ठा कर सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर, आपने ₹100 के 10,000 शेयर निकालें और लोगों में बेच दिए। इस प्रकार इन 10,000 शेयर को खरीदने वाले लोग आपकी कंपनी के शेयर होल्डर बन गए और आपको ₹10,00,000 भी मिल गए।

अब आपकी कंपनी को यदि फायदा होगा तो आपकी कंपनी के शेयर के रेट बढ़ेंगे और यदि आपकी कंपनी को नुकसान होगा तो आपकी कंपनी के शेयर के दाम घटेंगे।

इस प्रकार आपकी कंपनी में शेयर खरीदने वाले लोगों को कंपनी के फायदे से फायदा और कंपनी के नुकसान से नुकसान होता रहेगा। बस यही होती है शेयर मार्केट की बनावट।

 मान लीजिए यदि किसी व्यक्ति ने आपकी कंपनी के ₹100 के 10 शेयर खरीद लिए तो वह व्यक्ति आपकी कंपनी में 10% का मालिक बन गया। इसी प्रकार शेयर खरीदने वाले व्यक्ति अलग-अलग प्रतिशत के मालिक बन जाते हैं।

शेयर मार्केट में कम्पनी की लिस्टिंग कैसे होती है?

किसी भी कंपनी को शेयर मार्केट लिस्टिंग में लाने के लिए कंपनी मालिक को बीएसई याने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कराना पड़ता है अथवा एनएससी याने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कराना होता है।

लिस्टिंग के लिए सबसे पहले व्यक्ति को  SEBI के पास जाना होता है स्टॉक एक्सचेंज अर्थात सेबी के पास कंपनी मालिक अपने कंपनी की आवश्यक डिटेल लेकर जाता है, सेबी इन सारी डिटेल्स को वेरीफाई करता है। वेरिफिकेशन के पश्चात यदि SEBI मंजूरी दे देता है तो आपकी कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनी हो जाती है।

एक बार आपकी कंपनी स्टॉक मार्केट लिस्टिंग में आ गई तो आप इस कंपनी को पब्लिक लिमिटेड कंपनी या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी घोषित कर सकते हैं।

पब्लिक लिमिटेड कंपनी में कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधानुसार शेयर खरीद सकता है, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कंपनी अपने जान पहचान वालों को ही कंपनी के शेयर बेचती है। दोनों ही कंपनियों का मुख्य मुद्दा शेयर होल्डर के द्वारा इन्वेस्ट किए पैसे से बिजनेस चलाना तथा साथ ही साथ शेयर होल्डर्स को बोनस तथा इक्विटी का लाभ पहुंचाना होता है।

शेर क्या है इस बारे में जानने के पश्चात यह जरूरी हो जाता है कि हम शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले शेयर मार्केट किस प्रकार काम करता है इसके बारे में सीखें,

क्योंकि स्टॉक मार्केट के बारे में सीखे बिना आप पैसे को निवेश कर जोखिम ही उठा रहे होते हैं। ऐसे में आप को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है इसीलिए शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले यह जरूरी है कि शेयर मार्केट के बारे में सारी बारीकियां सीखें।

 क्योंकि शेयर मार्केट एक तरीके का स्पेकुलेशन गेम माना जाता है जिसे सीखे बिना निवेश करना जोखिम से भरा हुआ होता है।

शेयर मार्केट कैसे सीखे?

शेयर मार्केट की बारीकियां सीखने के लिए आपके पास में विभिन्न तरीके होते हैं जैसे कि

किताबें पढ़कर सीखना :

सुनने में यह बड़ा अजीब लगता है की किताबें पढ़कर शेयर मार्केट के बारे में कैसे सीखे?  लेकिन शेयर मार्केट के बारे में यदि सबसे बेहतर तरीके से सीखना है तो किताबें सबसे बेहतरीन सोर्स है।

यदि आपको पढ़ने में इंटरेस्ट नहीं है तो आप ऑडियोबुक्स भी सुन सकते हैं। यह किताबें दुनिया के शेयर मार्केट एक्सपर्ट द्वारा लिखी हुई है। जिसे पढ़ने के पश्चात आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित भी होते हैं तथा इसकी बारीकियां भी सीखते हैं।

यूट्यूब के माध्यम से शेयर मार्केट सीखें :

YouTube entertainment platform के अलावा आजकल इंफॉर्मेशन प्लेटफार्म भी बन गया है। यहां आप काफी सारे ऐसे वीडियो देख सकते हैं जहां आपको शेयर मार्केट के गुण सिखाए जाएंगे। यहां आपको फाइनेंसियल कंटेंट क्रिएटर मिल जाएंगे जो आपको शेयर मार्केट की बारीकियां सिखाते हैं।

ऑनलाइन कोर्सेज :

आप चाहे तो कुछ फीस भरकर भी शेयर मार्केट के तरीके सीख सकते हैं। आजकल ऑनलाइन कोर्सेज भारी मात्रा में उपलब्ध है जहां आपको शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना सिखाया जाता है साथ ही साथ ट्रेडिंग का कोर्स कर आप अपना करियर भी बना सकते हैं।

कई सारी ऐसी कंपनियां हैं जो शेयर मार्केट का ऑनलाइन कोर्स कराती हैं और अपने कंपनी में ही आपको नियुक्त कर लेती हैं। इस प्रकार आप शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट सीख कर किसी कंपनी के लिए काम भी कर सकते हैं और स्वयं की ट्रेडिंग भी कर सकते हैं ।

मार्केट को फॉलो करना :  

मार्केट को यदि प्रैक्टिकली सीखना और समझना है तो सबसे पहले आपको मार्केट को फॉलो करना सीखना होगा। और आपको लगातार न्यूज़ सुननी और पढ़नी होंगी जिससे आप मार्केट में कंपनी के अप एंड डाउन के बारे में अपडेट होते रहेंगे और जिसको फॉलो करते करते आप आसानी से मार्केट का ट्रेंडिंग प्रोसीजर सीख जाते हैं,

जिससे आपको ट्रेडिंग करना आ जाता है। साथ ही साथ आप कंपनी के बारे में कंपनी के बारे में ज्यादा जानने लगते हैं और धीरे-धीरे आप निर्धारित कर सकते हैं कि कौन सी कंपनी फायदे में रहेगी इससे आपकी ट्रेडिंग और बेहतर हो जाती है।

Financial Statement पढ़ना :

कोई भी व्यक्ति जो शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहता है उसके लिए बेसिक जरूरत है कि उसे फाइनेंसियल स्टेटमेंट पढ़ना आना चाहिए ,

क्योंकि शेयर मार्केट पूरी तरह से कंपनी की फाइनेंसियल स्टेटमेंट पर निर्भर होती है इसीलिए ट्रेडिंग सीखने से पहले आपको फाइनेंस स्टेटमेंट की बेसिक जानकारी होना जरूरी है जहां आपको कंपनी के इनकम स्टेटमेंट के बारे में जानकारी पता होनी चाहिए,

कंपनी का बैलेंस शीट पढ़ना आना चाहिए तथा साथ ही साथ कंपनी का कैश फ्लो स्टेटमेंट पढ़ना आना चाहिए। पब्लिक लिमिटेड कंपनी सार्वजनिक तौर पर अपनी इनकम स्टेटमेंट ,बैलेंस शीट और कैश फ्लो स्टेटमेंट पब्लिकली  जारी करती है जहां से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कंपनी फायदे में जाएगी या नुकसान में, ऐसे आपकी ट्रेडिंग और बेहतर हो जाती है।

पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस :

पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस कर शेयर मार्केट सीखना, जैसे शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको पैसे की जरूरत होती है वैसे ही पेपर ट्रेडिंग एप्स और सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है, जहां पैसे की जगह पेपर का इस्तेमाल होता है। यहां आपको पेपर ट्रेडिंग कर प्रैक्टिस करते रहनी पड़ती है जिससे कि आप बिना पैसा लगाए ट्रेडिंग सीख जाते हैं।

इसमें सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक प्रकार का गेम डिजाइन किया जाता है जहां दाम बढ़ने और घटने की क्रियाएं होती रहती हैं। इसमें आपको स्टॉक के दाम घटने और बढ़ने पर ध्यान रखना पड़ता है और पैसे की जगह पेपर की ट्रेडिंग करनी पड़ती है।

इस प्रकार पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करते करते आप इस क्रिया में निपुण हो जाते हैं धीरे-धीरे आप लाइव मार्केट ट्रेडिंग में भी एक्सपर्ट हो जाते हैं।

इस प्रकार उपरोक्त तरीकों का इस्तेमाल कर आप आसानी से घर बैठे शेयर मार्केट के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा ट्रेंडिंग भी सीख सकते हैं।

जैसा कि हमने आपको बताया यह पूरी तरह से स्पेकुलेशन का गेम है इसीलिए इसमें एनालिसिस काफी ज्यादा जरूरी माना जाता है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने से पहले निवेशक को एनालिटिकल तौर पर और डिसीजन मेकिंग में काफी स्ट्रांग होना पड़ता है।

शेयर मार्केट में शुरूआत कैसे करें-

शेयर मार्केट एक ऐसा ऑप्शन है जिसके द्वारा ना आप अपनी गरीबी मिटा सकते हो, बल्कि इसके द्वारा आने वाली जनरेशन भी पैसों के मामलों में सुधार सकते हो और यदि आप इसकी शुरूआत करना चाहते हो तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि शेयर मार्केट के बारे में जानना होगा, ये कितने प्रकार के होते हैं।

इसलिए अब हम जानते हैं कि शेयर मार्केट कितने प्रकार के होते है, शेयर मार्केट सामान्यता शेयर मार्केट 4 प्रकार के होते हैं-

  1. Intraday Trading
  2. Mutual Fund
  3. Direct Stocks(Delivery)
  4. SIP

वैसे यदि आपने शेयर मार्केट के बारे में थोड़ बहुत भी पढ़ा होगा तो आपने ये नाम जरूर सुने होंगे।

Intraday Trading -इसमें एक दिन में शेयर को खरीदा और बेचा जाता है, इसलिये यदि आप शुरूआत कर रहे हैं तो आपको इसमें नहीं जाना चाहिए।

म्यूचुअल फंड- कुछ एक्सपर्ट के द्वारा आप शेयर मार्केट में निवेश करते हो और फंड मैनेजर आपके पैसों को अलग अलग जगह निवेश करती है।

डायरेक्ट स्टॉक्स- जब आप किसी कम्पनी से डायरेक्ट शेयर खरीदते हो तो उसे डायरेक्ट स्टाक्स कहते हैं इसमें आपका ही रिस्क रहता है।

SIP- इसके द्वारा आप एक सिस्टेमेटिक तरीके से यानी हर माह निवेश कर सकते हो।

अब आप अपने हिसाब से शेयर मार्केट की शुरूआत कर सकते हो जैसे यदि आपके पास पैसा है और समय नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हो, जिसमें आपको कोई समय नहीं देना होता है, बल्कि आपके पैसे को एक्सपर्ट लोग अलग अलग जगहों पर निवेश करते है।

और यदि आपके पास समय और पैसा दोनों है तो आप डायरेक्ट स्टॉक्स खरीद सकते हो, जिसमें आप अपने अनुसार रिस्क ले सकते हो, व यदि आप सिस्टेमेटिक तरीके से निवेश करना चाहते हो तो आप SIP कर सकते हो।और आप अपने Suitable के हिसाब से शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हो।

शेयर मार्केट में शेयर कब खरीदें-

जिस कम्पनी का आप शेयर खरीद रहे हैं, उसको देखना होता है कि उसकी मार्केट में क्या वैल्यु चल रही है, पिछले समय में उसकी बाजार में क्या स्थिति रही है, वर्तमान में उस शेयर को लेकर बाजार में क्या उथल पुथल चल रहा है।

एक्सपर्ट से जान सकते हैं कि इस शेयर की आने वाले समय में क्या संभावना बन सकती है, इसलिये आपको इसको कम कीमत वाले शेयर समझकर व जुए की तरह खेलना, हो सकता है यह कम समय के लिये आपको फायदा पहूंचा सकता है, लेकिन लम्बे समय के लिये निवेश के लिये आपको पूरी तरह शेयर मार्केट को समझकर ही इसमें आना चाहिए, ताकि आप लम्बे समय तक इसमें आप बने रहे, और मुनाफा कमा सके।

आपको शेयर खरीदने से पहले उस कम्पनी के बारे में जान लेना चाहिए कि वह कम्पनी कितनी पुरानी है, उसका एक्पेंस रेश्यो वगैरा चेक करने के बाद ही शेयर खरीदना चाहिए।

What is difference between share and Stock :

Share    Stock 
शेयर एक निश्चित नंबरों में होता है, जैसे ए ने उस कम्पनी के 10 शेयर खरीदेस्टॉक का कोई निश्चित नंबर नहीं होता है।
शेयर को जब ट्रांसफर करना होता है, तो पूरा शेयर ट्रांसफर होता हैस्टॉक में कुछ हिस्सेदारी भी ट्रांसफर की जा सकती है।
शेयर की नॉमिनल वैल्यु होती है,स्टॉक की नॉमिनल वैल्यु नहीं होती है।
shareholderstockholder

FAQs

शेयर मार्केट में कंपनी को लिस्ट करने के लिए कौन सी संस्था वेरिफिकेशन देती है

शेयर मार्केट में कंपनी को लिस्ट करने के लिए सेबी  SEBI वेरिफिकेशन देती है

Bombay Stock Exchange में कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में 4000 कंपनियां लिस्टेड हैं।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 1500 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं

सेबी का फुल फॉर्म क्या है

सेबी का फुल फॉर्म सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया है।

निष्कर्ष

उम्मीद है दोस्तों आपको हमारा यह पोस्ट शेयर मार्किट क्या है, कैसे सीखे? आपको पसंद आया होगा और आपके लिए फायदेमंद साबित हुआ होगा। यदि इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो निचे कमेन्ट करके बताये।

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