इंडिया में पिछले कुछ सालों में डेटा के फील्ड में करियर ऑपर्च्युनिटीज बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। इसलिए डेटा साइंटिस्ट की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है और उन्हें मिलने वाले सैलरी पैकेज में भी काफी इंप्रूवमेंट हुआ है। डेटा एक्सपोर्ट की यह डिमांड कई बड़ी कंपनी में, ई कॉमर्स इंडस्ट्री में भी और स्टार्टअप्स में भी होती है। यानी हर जगह डेटा साइंटिस्ट के लिए ढेर सारा स्कोप बन चुका है।
क्या होते है डेटा साइंटिस्ट ?
डेटा साइंटिस्ट ऐसे एक्सपर्ट्स होते हैं, जो स्ट्रक्चर्ड और स्ट्रक्चर्ड डेटा के बड़े बड़े सेट्स को इकट्ठा करते हैं और उनका एनालिसिस करते हैं। इस काम में डेटा साइंटिस्ट की मैथेमैटिक्स, स्टैटिक्स और कंप्यूटर साइंस नॉलेज एक साथ काम करती है और तब जाकर एनालिसिस और प्रोसेस होने के बाद वह डेटा किसी कंपनी के लिए यूजफुल बन पाता है।
डेटा हर कंपनी के लिए बहुत इम्पॉर्टेंट होता है।
उसे यूजफुल फॉर्म में लाने का इतना बड़ा टास्क करने वाले डेटा साइंटिस्ट की सैलरी भी हाइएस्ट सैलरी में शामिल होती है। ऐसे में अगर आप डेटा के फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं और डेटा साइंटिस्ट बनना चाहते हैं, तो आज का यह लेख आपके लिए है। क्योंकि आज इस लेख में हम आपको डेटा साइंटिस्ट बनने का पूरा प्रॉसेस बताने वाले हैं। इसीलिए लेख को पूरा जरूर पढ़े। तो चलिए शुरू करते हैं और सबसे पहले यह जानते हैं कि डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए क्राइटेरिया क्या है।
डेटा साइंटिस्ट बनने का क्राइटेरिया।
डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए आपके पास मैथेमैटिक्स, स्टैटिस्टिक्स, बिजनेस स्टडीज, फाइनेंस, इकॉनोमिक्स या कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री होना ज़रूरी है। अगर आपके पास मास्टर्स डिग्री या डॉक्टरेट डिग्री हो तो आपको मिलनेवाली ऑपर्च्युनिटीज और स्कोप थोड़ा बढ़ जाएगा, क्योंकि आपकी नॉलेज ज्यादा होगी। और अच्छी बात यह है कि डेटा साइंटिस्ट की बढ़ती हुई डिमांड की वजह से अब कई इंस्टीट्यूट्स डेटा साइंस में बीएससी और एमएससी कोर्सेज भी ऑफर करने लगे हैं।
क्या है डेटा साइंस में बीएससी और एमएससी कोर्सेज?
बीएससी डेटा साइंस कोर्स तीन साल का फुल टाइम कोर्स है, जो कंप्यूटर साइंस, बिजनेस एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के डोमेन में आता है और इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपको ट्वेल्थ क्लास साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स सब्जेक्ट्स हों। और अगर आपने कंप्यूटर साइंस को एडिशनल सब्जेक्ट के तौर पर पढ़ा हो तो यह आपके लिए एक एडवांटेज साबित हो सकता है।
यह कोर्स इंडिया के साथ साथ अब्रॉड में भी काफी फेमस है, क्योंकि टेक कंपनीज, कंसल्टेंसी, मार्केट रिसर्च कंपनी और एनर्जी सेक्टर में इसकी डिमांड और फ्यूचर स्कोप बहुत ज्यादा है। बीएससी डेटा साइंस कोर्स के सब्जेक्ट्स में मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा विजुअलाइजेशन, पाइथन प्रोग्रामिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम्स शामिल होते हैं।
इस कोर्स में एडमिशन मैरिट बेस पर भी होता है और एंट्रेंस टेस्ट के बेस पर भी होता है। वैसे कुछ ऐसे ही एंट्रेंस टेस्ट है। एसएससी सीईटी कंडक्ट 22, श्रीश्री यूनिवर्सिटी जैन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, एमईटी सीईटी कंडक्ट बाय एकेडमी ऑफ मैरीटाइम एजुकेशन एंड ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी।
कोर्स से जुड़े अच्छे कॉलेजेस कौन कौन से है?
आपको इस कोर्स के लिए इंडिया के कुछ बेहतरीन कॉलेजेस के नाम बता देते हैं।
इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड मैनेजमेंट यानी की आईआईटी, एम्स दिल्ली।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हार्डवेयर टेक्नॉलजी लिमिटेड यानी की आईआईएसटी, न्यू डैली ।
चित्रकूट इंस्टीट्यूट ऑफ कम्प्यूटर साइंस यानी सीआईसी एस टी चित्रकूट ।
एबीएल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस यानी बीएलएस, न्यू दिल्ली।
इस कोर्स की फीस 2 लाख से 5 लाख रुपये तक हो सकती है और इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी के अकॉर्डिंग इसमें बहुत वेरिएशन भी देखने को मिलता है। बीएससी के बाद आप एमएससी डेटा साइंस भी कर सकते हैं और अगर आप अपने फील्ड के एक्सपर्ट बनकर अच्छा सैलरी पैकेज और ऑपर्च्युनिटीज चाहते हैं तो आपको एमएससी कर लेनी चाहिए। इंडिया में लगभग फिफ्टी परसेंट डेटा साइंटिस्ट एमएससी है, जबकि बाकी बीएससी और कुछ पीएचडी हैं।
एमएससी इन डेटा साइंस कैसे करे?
एमएससी डेटा साइंस करने के लिए आपके पास रेलिवेंट डिसिप्लिन में बीएससी या बीएससी डिग्री होनी जरूरी है। यानी बीएससी स्टेटिस्टिक्स, बीएससी मैथेमैटिक्स, बीएससी कंप्यूटर साइंस, बीएससी आईटी या फिर बीई या बीटेक की डिग्री आपके पास होनी चाहिए। इस कोर्स में मेरिट बेस पर एडमिशन होता है और इसकी फीस 60000 से 120000 पर ईयर हो सकती है। एमएससी डेटा साइंस कोर्स के लिए इंडिया के कुछ बेहतरीन कॉलेजेज के नाम हैं:
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी यानी एनआईटी, मैंगलोर
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, एनआईटी वारंगल ।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, जेएनयू, न्यू डेल्ही।
मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी अलाहाबाद।
यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद।
डेटा साइंटिस्ट के लिये इम्प्लॉयमेंट सेक्टर्स ।
अब आगे डेटा साइंटिस्ट के लिए अवेलेबल इम्प्लॉयमेंट सेक्टर्स के बारे में जानें तो डेटा साइंटिस्ट टेलीकॉम, रीटेल, इंश्योरेंस, बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज और हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स में वर्क कर सकते हैं और डेटा साइंटिस्ट को रिक्रूट करने वाली टॉप कंपनीज। ये है मर्सिडीज बेंज रिसर्च एंड डेवलपमेंट, जेपी मॉर्गन, पेटीएम, ऑरेकल, एमेजॉन, बीजी कंसल्टेंट्स, पेपाल, एयरटेल एक्स लैब्स। जहां तक सैलरी की बात है तो डेटा साइंटिस्ट की सैलरी, उसकी स्किल्स, एक्सपीरियंस, कंपनी और लोकेशन से अफेक्टेड होगी और एक फ्रेश ग्रैजुएट के लिए एवरेज एंट्री लेवल डेटा।
डेटा साइंटिस्ट को मिलने वाली सैलरी।
साइंटिस्ट के तौर पर मिलने वाली सैलरी 5,11,000 सालाना की होती है और 1 से 4 साल तक का एक्सपीरियंस होने वाले डेटा साइंटिस्ट को एवरेज 7,00,073 रुपये सालाना का पैकेज मिल सकता है। तो आपकी स्किल्स भी आपके सैलरी पैकेज को बहुत हद तक अफेक्ट करेगी।
जैसे अगर आप पाइथन और आर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से फैमिलियर हैं तो आपको मिलने वाली सैलरी 10 लाख से ज्यादा भी हो सकती है और अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नॉलेज भी आप रखते हैं तो आप अपने करियर को अगले लेवल तक लेकर जा सकते हैं। शुरू एक दिनों में एक डेटा साइंटिस्ट की सैलरी कम होती है पर समय और अनुभव के साथ साथ वह बढ़ती रहती है और एक डेटा साइंटिस्ट अच्छे स्तर पर पैसे कमाने लगता है।
FAQs
Q. डेटा साइंस कोर्स फीस कितनी है?
यह संस्थान पर निर्भर करता है, इसलिये संस्थान के आधार पर फीस होती है, हां अनुमान के अनुसार डेटा साइंस की फीस 4 लाख से लेकर 20 लाख भी हो सकती है।
Q. डाटा साइंस का कोर्स कितने साल का होता है?
डेटा साइंस का कोर्स 3 से 4 साल का होता है, यदि आप पीजी के बाद करते हैं तो यह 2 साल का होता है।
Q. डेटा साइंस में कितने सब्जेक्ट होते है?
वैसे तो इसमें बहुत सारे सब्जेक्ट होते है, लेकिन इनमें से मुख्य निम्न हैं-
- प्रोग्रामिंग,
- मशीन लर्निंग
- एआई,
- गणित,
- डेट माइनिंग,
- सांख्यिकी आदि
Q. डेटा साइंस का भविष्य क्या है?
डेटा साइंस का कई क्षेत्रों में वृद्वि हो रही है, इसलिये यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इस क्षेत्र में भी मांग बढ़ने की संभावना है तो सामान्यतः जब डेटा साइंस के क्षेत्र में मांग बढ़ेगी तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आने वाले समय में इसमें करियर बनाया जा सकता है।
तथा ग्रेट लर्निंग की रिपोर्ट के अनुसार एनालिटिक्स व डेटा साइंस के क्षेत्र में 20 प्रतिशत की खुली नौकरियों में गिरावट देखी गयी है।
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