मां, कोई एक शब्द नहीं है बल्कि यह एक पूरी कहानी है, यहां हम केवल एक महिला की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसमें पूरे जीवन की स्टोरी, ममता का प्यार आदि से भरा हुआ है।
जहां तक मां के फुल फॉर्म की बात है तो इसको किसी फुल फॉर्म से तुलना नहीं की जा सकती है, लेकिन इसको कुछ लोग इसका रचनात्मक रूप देते हुए इसकी फुल फॉर्म(MAA- Mother's Absolute Affection) रूप में लिख सकते हैं।
मां, जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इसलिये इसका इसको केवल फुल फॉर्म के साथ जोड़कर देखना सही नहीं होगा तथा इसके उत्तर अनेकों हैं, जिसमें कुछ क्लियर विचार हो सकते है। मां ना केवल अपने परिवार, बच्चों के लिये बल्कि यह समाज के लिये भी यूनिक होती है।
वैसे मदर का कोई फुल फॉर्म नहीं होती है, लेकिन कुछ लोग इसको रचनात्मक रूप देते हुए इसकी फुल फॉर्म(Mother - Mother of the Human Excellent Relation) लिखते हैं।
इसलिए हम कह सकते है MAA की full form - Mother's Absolute Affection जबकि Mother की full form - Mother of the Human Excellent Relation होती है |
यदि हम इसको सही रूप में जाने को मां का सही रूप होता है ‘मातृ आराध्यतम‘ जिसमें "मातृ" का अर्थ होता है मां और ‘आराध्यतम‘ का अर्थ होता है पूजनीय या आदरणीय। इसलिये इस पूरे शब्द का अर्थ हुआ मां की पूजा करना, यह एक सही तरीका है जिसमें मां की महत्ता को बताया गया है।
मां का बंधन एक ऐसा यूनिक बंधन होता है जो आत्मा से आत्मा का मिलान कराता है, इसलिये इसका स्थान बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है मां ना केवल अपने बच्चों को जीवन देती है, बल्कि यह बच्चे के साथ एक अद्वितीय बंधन सच्चे प्रेम और संबंध की भी अनुभूति करती है।
मां केवल बच्चों की देखभाल ही नहीं करती है, बल्कि वह उनकी परवाह करती है कि उनकी सही राह क्या होगी।
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