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पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच अंतर व इसके फायदे

हमारे भारत देश में काफी पहले से ही किसानों के द्वारा कृषि की जा रही है पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच में अनेक अंतर है। पारंपरिक कृषि पिछली पीढ़ियों से चली आ रही कृषि है इस कृषि में किसानों के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों को उपयोग में लेकर कृषि की जाती थी और कृषि के लिए किसान केवल और केवल प्राकृतिक संसाधनों पर ही निर्भर रहते थे। लेकिन वर्तमान में की जाने वाली आधुनिक कृषि में किसान मशीनरी पर निर्भर है तथा अनेक उपकरणों पर निर्भर है और पारंपरिक कृषि की तुलना में आधुनिक कृषि में किसानों को अनेक फायदे देखने को मिलते है।


पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच में अंतर से संबंधित संपूर्ण जानकारी आज हम विस्तार पूर्वक जानने वाले हैं जैसे ही आप इस लेख को अंतिम तक पढ़ेंगे उसके बाद में पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच में अनेक अंतर आपको पता चल जायेंगे। अनेक किसानों को तथा अन्य नागरिकों को वर्तमान समय में पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच अंतर से जुड़ी जानकारी हासिल नहीं है लेकिन आप जैसे ही आज इस लेख को अंतिम तक पढ़ेंगे आपको संपूर्ण जानकारी हासिल हो जाएगी तो ध्यानपूर्वक इस लेख को पढ़ते रहे। 


पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच अंतर  व इसके फायदे


पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच अंतर 


पारंपरिक कृषि में किसानों को बहुत ही ज्यादा मेहनत करनी होती थी लेकिन आधुनिक कृषि में ज्यादा मेहनत नहीं करनी होती है, पारंपरिक कृषि छोटे पैमाने पर की जाती थी तथा वहीं दूसरी तरफ आधुनिक कृषि बड़े पैमाने पर की जाती है, पारंपरिक कृषि में कम उत्पादन प्राप्त होता था तथा वहीं दूसरी तरफ आधुनिक कृषि में अत्यधिक उत्पादन प्राप्त होता है, पारंपरिक कृषि में बहुत ही कम तकनीकी को उपयोग में लिया जाता था लेकिन आधुनिक तकनीकी में उच्च तकनीकी को उपयोग में लिया जाता है‌।


पारंपरिक कृषि में हाथों के द्वारा बुवाई तथा कटाई की जाती थी तथा इसके अलावा भी अनेक आवश्यक कार्य हाथों से ही किए जाते थे लेकिन वहीं दूसरी तरफ आधुनिक कृषि में ट्रैक्टर, बुवाई की मशीन कटाई की मशीन आदि को उपयोग में लिया जाता है और इनके द्वारा आसानी से कृषि की जाती है। पारंपरिक कृषि में किसानों के द्वारा प्राकृतिक खाद को उपयोग में लिया जाता था वहीं दूसरी तरफ आधुनिक कृषि में रासायनिक खाद को उपयोग में लिया जाता है। प्राकृतिक कृषि और आधुनिक कृषि के बीच इन अंतरो के अतिरिक्त अभी और भी अनेक अंतर है। 


पारंपरिक कृषि क्या होती है? 


हमारे भारत देश में अधिकतम व्यक्ति कृषि पर ही निर्भर रहकर अपने जीवन को व्यतीत कर रहे हैं प्राचीन समय से ही किसानों के द्वारा खेती की जा रही है। प्राकृतिक कृषि एक ऐसी कृषि है जिसमें की प्राकृतिक संसाधनों, को उपयोग में लेकर कृषि की जाती है। तथा जैविक खाद और प्राचीन कृषि करने के तरीके को उपयोग में लिया जाता है। यही पारंपरिक कृषि है और वर्तमान समय में भी भारत में तथा भारत के बाहर अनेक स्थानों पर इस कृषि को किया जाता है। 


आधुनिक कृषि क्या होती है? 


अधिकतम किसानों के द्वारा वर्तमान समय में आधुनिक कृषि ही की जाती है क्योंकि आधुनिक कृषि एक ऐसी कृषि है जिसमें की पारंपरिक कृषि की तुलना में अनेक फायदे देखने को मिलते है। आधुनिक कृषि में मशीनरी, रसायन, उन्नत किस्म आदि को उपयोग में लिया जाता है और फिर कृषि की जाती है। आधुनिक कृषि में खेती के अनेक आवश्यक कार्य आसानी से बहुत ही कम समय में पूरे किए जा सकते हैं। वैज्ञानिकों के द्वारा आधुनिक कृषि को करने के लिए अनेक उपकरणों की खोज की गई है और आधुनिक कृषि को करने के लिए इन्हीं को उपयोग में लिया जाता है जिससे कि आसानी से कृषि हो जाती है। 


पारंपरिक कृषि के लाभ 


  • पारंपरिक कृषि का सबसे बड़ा लाभ यह है कि उगाई जाने वाली फसले बहुत ही ज्यादा शुद्ध रहती है क्योंकि इस कृषि में रासायनिक दवाइयो का उपयोग नहीं किया जाता है और इसके अलावा रासायनिक खाद का भी उपयोग नहीं किया जाता है। 

  • पारंपरिक कृषि करके उगाए जाने वाले अनाज से स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियां नहीं होती है। 

  • कृषि करने में लागत कम लगती है जिससे कि किसान आसानी से इस खेती को कर पाते हैं इस खेती में रासायनिक तथा मशीनरी का खर्चा बच जाता है। 

  • पारंपरिक कृषि में पिछली पीढ़ियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ही किसान कृषि करते है। 


आधुनिक कृषि के लाभ 


  • आधुनिक कृषि में अत्यधिक जमीन पर कृषि की जा सकती है क्योंकि मिशनरी के चलते आसानी से जल्दी-जल्दी काम को किया जा सकता है। 

  • देश में जितने भी अनाज की मांग रहती है उसका उत्पादन आसानी से आधुनिक कृषि से किया जा सकता है। 

  • विभिन्न प्रकार के उपकरण वर्तमान समय में मौजूद है जिनको उपयोग में लेकर आसानी से कृषि की जा सकती है। 

  • सिंचाई के भी विभिन्न अलग-अलग तरीके मौजूद है जिससे कि किसी भी तरीके को उपयोग में लेकर सिंचाई की जा सकती है। ‌

  • आधुनिक कृषि के चलते विभिन्न व्यक्तियों को रोजगार भी मिला है जैसे की अनेक व्यक्ति कृषि में उपयोगी मशीनरी को उपयोग में लेकर पैसे कमा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ किसान एक अच्छी फसल तैयार करके पैसा कमा रहे है। 

  • आधुनिक कृषि के कारण वर्तमान समय में विभिन्न अलग-अलग नए उपकरणों का विकास हो रहा है यानी कि आधुनिक कृषि विकास को भी बढ़ावा दे रही है। 


निष्कर्ष 


पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि में अंतर अब आपको बता दिया गया है हमें उम्मीद है कि पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि में अंतर आपको समझ में आ गया होगा। यदि अभी भी पारंपरिक कृषि और आधुनिक कृषि से संबंधित आप कोई अन्य सवाल पूछना चाहते हैं जो की अंतर को लेकर है या फिर किसी प्रकार का अन्य सवाल है तो कमेंट बॉक्स में आप अपना सवाल अवश्य पूछे। 



इसी प्रकार की जानकारी को जानने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट के नाम को ध्यान में रखें इस वेबसाइट पर आपको इसी प्रकार की जानकारियां भविष्य में भी मिलती रहेगी वहीं अगर आप किसी विषय पर जानकारी को जानना चाहते हैं तो उसके लिए हमें कमेंट करके जरूर बताएं।


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