जिन्दगी क्या है?(What is life):- वैसे तो इसका जवाब कई तरीके से दिया जा सकता है लेकिन एक Simple तरीके में वक्त का नाम जिन्दगी है यदि आपका जितना वक्त खुशी(happiness) के साथ नहीं गुजरा वह वक्त बेकार गया।
यदि हम उस वक्त को खुशी(Inner happiness) के साथ उपभोग(Consume) करते है तो वह वक्त सही गुजर रहा है। वैसे खुशी ऐसी चीज है जो हर इंसार में अलग-अलग होती है, क्योंकि आपकी खुशी किसी दूसरे की खुशी से अलग हो सकती है।
बहुत Important Article है सभी को पढ़ना चाहिए।
भीतर की खुशी(Inner happiness) को कैसे खोजे?:- बाहर क्या हो रहा है? इसका पता तो होना चाहिए, लेकिन हमारे अन्दर क्या हो रहा है?
इसका संबंध खुद से होना चाहिए। हां बाहर के हालात का प्रभाव हम पर पड़ता है जैसे किसी के पास खाने, रहने को नहीं हो, रोजगार नहीं हो तो उसका definitely प्रभाव पड़ता है,
क्योंकि बाहरी परिस्थितियों का प्रभाव हमारे Emotionality, Intellectuality, Spirituality पर निर्भर करता है यदि हम अन्दर से Positive attitude के साथ रहे तो बाहर के प्रभाव से स्वतंत्र(Independent) भाव(Sense of being) के साथ खुशी की जिन्गदी गुजार सकते है ा
क्योंकि आप ने देखा या सुना होगा कि किसी के पास टांग, हाथ या शरीर का कोई अंग(Part or organs) ना हो फिर भी वे खुशी(happiness) की जिन्दगी गुजार रहे हैं एवं इसके विपरीत(Adverse) बहुत से ऐसे आदमी भी है जिनके पास बहुत पैसा, शौहरत है,
लेकिन वे फिर भी खुशी की जिन्दगी नहीं गुजार रहे For Example यदि किसी के पास Luxury सामान, Luxury Rooms हो तो उसको आसानी(easily गुजारना) हो सकती है, लेकिन यह गारंटी(Guarantee) नहीं कि वह खुश भी हो, उसे सूकुन की नींद भी आये।
हां हमें बाहरी प्रभावों में योगदान देना चाहिए, लेकिन उसका प्रभाव हमारे अन्दर नहीं होना चाहिए।
भीतर की खुशी(Inner happiness) के लिए hints:- आसानी का संबंध खुशी से नहीं है यदि ऐसा ना होता तो बहुत से अमीर आदमी Suicide कर लेते है, depression में चले जाते है
इसलिए खुशी रहने का फैसला हमें खुद करना पड़ेगा क्योंकि हमारी परिस्थितियों के हिसाब से कोई दूसरा नहीं बता सकता कि हम खुश कैसे रहेंगे?
- हां एक hint जो कुछ Scholars द्वारा दिया गया कि आप अपने Past के अनुभव के साथ, Present को ध्यान में रखते हुए Future के बारे में सोचना। यदि आप Past और Future को इस तरह सोचोगे कि ये हमारे काबु में नहीं है तो Present के साथ न्याय कर सकोगे।
- दूसरा hint हमें अपने आपको समझाना पड़ेगा एवं True बताना पड़ेगा कि हम जब इस दुनिया में आये तो खाली हाथ आये है एवं जाना भी खाली हाथ है तो ये बीच का जो समय है यह हमारे लिए Gift या बोनस है तथा इस बोनस के बदले हमें कुछ परेशानियां एवं चुनौतियां मिली है।
What is the present view for inner happiness:- Technology के युग में हम पूरे Universe से Connect है खुद को छोड़कर, हमारे पास Luxury सामान है,
यदि आप खुश हो तो आप Universe हो, पूरा Universe खुश है, नहीं तो आप Universe से अलग हो।
हमारे पास सब कुछ होकर भी हम उदास है, ऐसा लगता है जैसे हमारा कुछ खो गया हो, कोई कमी सी महसूस होती है, हमारे मन को कोई अनजानी सी छायी रहती है, मन उदास रहता है
आखिर क्या कारण है? कि हम ऐसी बातों को महसूस करते है, गौर करने वाली बात है। कहीं हमें शिकायत की आदत तो नहीं पड़ गयी?
हम अक्सर Past की शिकायत करते रहते है जैसे मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ? ऐसा ना होता तो ऐसा हो जाता जिसकी आदत हमे हमारे Future पर पड़ती है
क्योंकि हम Future की ज्यादा फिक्र कर लेते है। अक्सर मैंने देखा है कुछ लोग खुद को ही दुनिया बना लेते है और जीवन का आनंद उठाते है इसका मतलब यह नहीं कि हम बाहरी दुनिया में भागीदारी ना करें बल्कि इस बाहरी दुनिया से खुद को स्वतंत्र रखना है।
आपकी खुशी किसी दूसरे पर निर्भर नहीं है इसलिए खुशी का Real मतलब समझकर जिन्दगी के हर पल में खुशी को खोजना चाहिए ना कि हमें किसी Special Time का इंतजार करना चाहिए यदि आप खुश हो तो सबको खुशी दे सकते हो।