Negative thoughts क्यों आतें हैं- दिमाग(Mind) का काम सोचना होता है। Positive और Negative thoughts(नकारात्मक सोच) का आना इस बात पर निर्भर करता है कि जब कोई घटना बाहर से हमारे दिमाग में आती है तो हमारा दिमाग इसको Analyze करता है।
इसके लिए हमारे पास Past Experience, Attitude, Personality होती है और साथ ही हमारे दिमाग के पास Power of imagination है जिसके सहारे दिमाग past में से Memory लेता है और Future से imagination लेता है फिर इसको मिलाकर ख्याल(thoughts) को जन्म देता है और ये ख्याल हमारे past के Experience, Attitude, Personality के साथ match ना करें तो Negative thoughts(नकारात्मक सोच ) आते हैं और match हो जाये तो Positive thoughts आते हैं।
कई Research के अनुसार हमारे दिमाग में जो patterns होते है उनके आधार पर जो बाहर की activities हो रही हैं उनका मतलब निकालते है एवं बहुत से लोगों में इस मतलब निकालने का तरीका disturb होता है जिससे Negative thoughts आते हैं।
आसान भाषा में- जैसे - एक आदमी रास्ते में जा रहा है उसे उसका रिश्तेदार मिल जाता है और वह रिश्तेदार इस आदमी से बात नहीं करता है तो इस आदमी के Mind में Negative thoughts आते है कि मुझसे कोई रिश्तेदारी नहीं करना चाहता, मेरी कोई इज्जत नहीं है, मुझसे कोई प्यार नहीं करता, मेरा कोई नहीं है इस तरह के लगातार उसके Mind में Negative thoughts चलते रहते हैं केवल इस बात को लेकर कि उस रिश्तेदार ने उससे बात नहीं की।
Negative thoughts के नुकसान :- जब किसी को Negative thoughts आते हैं तो वह खुद को Motivate नहीं रख पाता, क्योंकि उसके Mind में लगातार Negative thoughts चलते रहते हैं।
जब Negative thoughts आते रहते है तो उसे Energy feel नहीं होती है वह थका हुआ सा महसूस करता है। वह किसी भी चीज को लेकर Concentrate नहीं कर पाता है, कोई Student Negative thoughts लगातार सोच रहा है तो वह पढ़ाई Concentrate के साथ नहीं कर पायेगा, थकान सा महसूस करेगा जिससे उसकी Memory भी Sharp नहीं होती है क्योंकि वह पढ़ाई Concentrate के साथ नहीं कर पायेगा। जिससे Student depression जैसी समस्याओं से घिर जाते है।
Negative thoughts से कैसे बचें :- सबसे पहले तो हमे समझना पड़ेगा कि Negative thoughts क्यों आयें, जब आप sad महसूस करें, depression महसूस करें तो खुद से पूछें कि मेरे साथ ऐसा किया हुआ कि मैं sad, depression महसूस कर रहा हूं, तो आपको जवाब मिलेगा कि मुझे Negative thoughts ऐसे आये थें।
क्योंकि ये सब mind का ही खेल होता है, जिस चीज को लेकर हम sad व depressed हुए है उसका दूसरा विकल्प भी हो सकता है यानी इस चीज का दूसरा मतलब भी हो सकता है। जैसे अभी ऊपर paragraph में हमने जो Example लिया था उसमें एक आदमी से रिश्तेदार ने बात नहीं की थी तो उस आदमी को Negative thoughts आने लगे थे
यहां यह आदमी इसके कई मतलब निकाल सकता है जैसे हो सकता है कि उस रिश्तेदार ने मुझे देखा ना हो, हो सकता है वह जल्दी में हो आदि मतलब निकाले जा सकते हैं। इसलिए किसी भी घटना की Reality /Logic के साथ जानने की कोशिश करें।
Negative thoughts के सही और गलत पहलू को समझकर इसे हटाने पर force ना करें नहीं तो ये आप पर और हावी हो जायेंगे। इसलिए हमें Mind का जो basic process है उसके अनुसार Mind हमारा गुलाम होता है इसे हमारी सेवा करनी चाहिए, mind हमारे अनुसार चलना चाहिए।
यदि इसे Control नहीं किया तो ये दुश्मन है जैसे हमने देखा है कि बच्चों से लेकर किसी भी ऐसे आदमी जिसके पास दोलत है, शोहरत है, सब कुछ है, लेकिन फिर भी वे बेचैन रहते हैं, उनके जीवन में अशांति है, खुशी नहीं मिल पाती है, हर वक्त Negative thoughts चलते रहते है
जिसका कारण है कि हम हर वक्त Negative माहौल से घिरे रहते हैं जिसके हम habitual हो जाते हैं जो हमारे संस्कार में आ जाता है इसलिए Positive माहौल में रहें। जब भी कोई घटना आये तो इसके Negative thoughts से बचने के लिए ना आपको past का अनुभव use करना है ना ही Future का imagination बल्कि present में logic के आधार पर इस घटना का हल निकाला जा सकता है इसके लिए meditation का सहारा ले सकते हैं I
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