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Ramsar Sites in India in Hindi( भारत ने किये 11 नए रामसर स्थल नामित )

भारत द्वारा 11 और रामसर साइट्स नामित किये गए हैं  इनमे 4 रामसर साइट्स तमिलनाडु के है, जम्मू कश्मीर से 2 हैं, ओडिशा से 3 हैं व मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से एक एक रामसर साइट्स नामित किए गए हैं : -

तमिलनाडु की 4 रामसर साइट्स:- 
  1.  चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य 
  2. सुचिंद्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स 
  3. वडुवूर पक्षी अभ्यारण्य 
  4. कांजीकुलम पक्षी अभ्यारण्य
ओडिशा की 3 रामसर साइट्स:- 
  1. तंपारा झील
  2. हीराकुंड जलाशय
  3. अंशुपा झील

4 अन्य रामसर साइट्स :-
  1. हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व (जम्मू कश्मीर)
  2. शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व(जम्मू कश्मीर)
  3. ठाणे क्रीक  (महाराष्ट्र)
  4. यशवंत सागर (मध्य प्रदेश)

इस तरह देश में रामसर स्थलों की कुल संख्या बढ़कर 75 हो गई हैं | 


अभी हाल ही में भारत द्वारा 11 रामसर साइट्स नामित किए गए थे:-

तमिलनाडु की 6 रामसर साइट्स:- 
  1.  कुनथननकुलम पक्षी अभयारण्य 
  2. मन्नार की खाड़ी समुद्री बेयोस्फियर रिजर्व 
  3. वेमबन्नुर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स 
  4. वेलोड पक्षी अभ्यारण्य 
  5. उदयमार्थद पुरम पक्षी अभ्यारण्य
  6. वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य
4 अन्य रामसर साइट्स :-
  1. सतकोसिया गार्ज (ओडिशा)
  2. नंदा झील(गोवा)
  3. रंग नाथितु बीएस(कर्नाटक)
  4. सिरपुर वेटलैंड (मध्य प्रदेश)

रामसर स्थल- रामसर ईरान की वह आर्द्वभूमि है जिसे रामसर कन्वेंशन के तहत ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय महत्व‘‘ दिया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय महत्व आर्द्वभूमियों पर आर्द्वभूमि के संरक्षण और टिकाऊ उपयोग के लिये एक अन्तर्राष्ट्रीय संधि है। इसका नाम ईरान के रामसर शहर के नाम पर रखा गया, 1971 में इस कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किये गये। 

इसे वेटलैंड्स(Wetlands) पर कन्वेंशन के रूप में भी जाना जाता है। यह Convention(कन्वेंशन) भारत में 1 फरवरी, 1982 को लागु हुआ यानी भारत ने 1982 में इसका समर्थन किया।

वेटलैंड्स को पृथ्वी की किडनी कहते है और जैव विविधत का सुपर मार्केट कहा जाता है

2022 में भारत में गुजरात के खिजाड़िया वन्यजीव अभ्यारण्य और उत्तर प्रदेश में स्थित बखिरा वन्यजीव अभ्याण्य को 2 नये रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया था।

अब भारत में कुल रामसर स्थलों की संख्या बढ़कर 75  हो गयी है।

Wetland(आर्द्वभूमि) क्या है :- यह स्थल और जल के मध्य का संक्रमण(बीच) क्षेत्र होता है। आर्द्वभुमियां पानी में स्थित मौसमी या स्थायी पारिस्थितिक तंत्र है जिसमें मैंग्राव, दलदल, झीलें, डेल्टा, प्रवाल भित्तियां, बाढ़ के मैदान, बाढ़ के जंगल, समुद्री क्षेत्र(6 मीटर से कम ऊंचे ज्वर वाले स्थान), मानव निर्मित आर्द्वभुमि जैसे अपशिष्ट, जलाशय आदि शामिल होते हैं।

Ramsar Sites in India in Hindi


आर्द्वभुमि(Wetland) क्यों महत्वपूर्ण है- 

  • यह जैव विविधता के लिये बहुत महत्वपूर्ण है इसे जैव विविधता का सुपर मार्केट कहा जाता है।
  • आर्द्वभुमि एक विशिष्ट प्रकार का पारिस्थितिकी तंत्र है।
  • यह पूरी पृथ्वी का भू-सतह हिस्से का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा कवर करती है।
  • पौधों और जानवरों की सभी प्रजातियों में से 40 प्रतिशत इन्हीं आर्द्वभुमि में रहती हैं।
  • इसमें स्थल और जल का मिलन क्षेत्र होने के कारण यहां वन्य प्राणी प्रजातियों और वनस्पतियों की प्रचूरता पायी जाती है।
  • इसे पृथ्वी की किडनी कहते हैं।
  •  यह उपयोगी वनस्पतियों एवं औषधि पौधों के उत्पादन में सहायक।
  • पर्यावरण संरक्षण के लिये महत्वपूर्ण।

Ramsar Convention(रामसर कन्वेंशन) :- यह आर्द्वभुमि संरक्षण के लिये एक अन्तर-सरकारी संधि(सरकरों के बीच संधि) है।

1971 में रामसर सम्मेलन हुआ, यह 1975 में लागू हुआ। 1982 में भारत ने स्वीकार किया यानी इस संधि पर हस्ताक्षर किये।

यह विशेष परिस्थितिकी तंत्र पर लागू होने वाली पहली वैश्विक पर्यावरण संधि।

2 फरवरी को विश्व आर्द्वभुमि दिवस मनाया जाता है।

हर तीन वर्ष में COP(Conference of the Parties) का सम्मेलन होता है।

मोंट्रेक्स रिकॉर्ड(Montreux Record)- मनुष्य की गतिविधियों के कारण आर्द्वभुमि का सिकुड़ना या संकट में आना जिसके कारण हम इसका अलग रिकॉर्ड रखते हैं उसे Montreux Record कहते हैं यानी रामसर संधि के तहत ऐसी आर्द्वभुमि स्थलों की सूची जिसमें तकनीकी विकास, प्रदूषण या मानवीय हस्तक्षेप के कारण परिवर्तन हो रहा होता है।

भारत में 2 आर्द्वभुमियां मोंट्रेक्स रिकॉर्ड में शामिल हैं- 

  1. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान(राजस्थान) 
  2. लोकटक झील (मणिपुर) 

चिल्का झील(ओडिशा) को मोट्रेंक्स रिकार्ड में शामिल किया गया था अब हटा दिया गया है भारत की कुल रामसर साइट 75 हैं।

सबसे छोटी वेटलैंड - रेणुका वेटलैंड(हिमाचल प्रदेश)

सबसे बड़ी वेटलैंड  - सुन्दरवन(पश्चिम बंगाल)

केन्द्र सरकार ने घोषणा की है कि चैन्नई में भुमि संरक्षण और प्रबंधन के लिये केन्द्र स्थापित किया जायेगा  

रामसर साइट्स के फायदे-

जब पानी एक जगह इकट्ठा हो जाता है, तो इससे बाढ़ आने की संभावना कम रहती है, क्योंकि पानी एक जगह इकट्ठा हो जाता है साथ ही इससे जानवरों के पीने के बंदोबस्त हो गया।

इस पानी से सिंचाई भी जा सकती है और इसको फिल्टर करके पीने योग्य भी बनाया जा सकता है।

यह क्षेत्र हानिकारक गैसों को भी अवशोषण करने का काम करता है, जिससे वातावरण साफ रहता है।

वर्तमान में भारत में रामसर साइट्स कितनी हैं ?

भारत में Ramsar Sites 75 की LIST:

S.N.    ramsar sites                     State                    year

1.  चिल्का झील    -              Odisha -            1981(भारत में पहली रामसर साइट)
2. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान -  Rajasthan,         1981
3. लोकटक झील -               Manipur,            1990
4. वुलर झील      -      Jammu-Kashmir,        1990
5. हरिके झील,  -               Panjab                1990
6. सांभर झील, -             Rajasthan  -           1990
7. कंजली झील -                Panjab,               2002
8. रोपड़ वेटलैंड,                Panjab,               2002
9. कोलेरु झील,             Andra pradesh,       2002
10. दीपोर बील,                 Asam                  2002
11. पोंग बांध झील,     Himachal pradesh,     2002
12. त्सो मोरीरी झील,        Laddakh                2002
13. अष्टमुडी झील,             Kerala,                 2002
14. सस्थमकोट्टा झील,        Kerala,                 2002
15. वेम्बनाड-कोल आर्द्रभूमि,   Kerala,                 2002
16. भोज वेटलैंड,                 M.P.                   2002
17. भितरकनिका मैंग्रोव,    Odhisha,               2002
18. प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य, Tamilnadu,  2002
19. पूर्व कोलकाता आर्द्रभूमि, West Bangal      2002
20. चंदेरटल वेटलैंड,    Himachal Pradesh     2005
21. रेणुका वेटलैंड,       Himachal Pradesh     2005
22. होकेरा वेटलैंड        Jammu- Kashmir       2005
23. सुरिंसर और मानसर झील, Jammu- Kashmir       2005
24. रुद्रसागर झील,            Tripura                  2005
25. ऊपरी गंगा नदी,             U.P.                    2005
26. नालसरोवर पक्षी अभयारण्यGujarat              2012
27. सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र,     West Bangal          2019
28. नंदुर मध्यमेश्वर,           Maharastra           2019
29. नवाबगंज पक्षी अभयारण्य,  U.P.                 2019
30. केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्व,Panjab         2019
31. व्यास संरक्षण रिजर्व,        Panjab,              2019
32. नांगल वन्यजीव अभयारण्य, Panjab,            2019
33. साण्डी पक्षी अभयारण्य,       U.P.                2019
34. समसपुर पक्षी अभयारण्य,    U.P.                2019
35. समन पक्षी अभयारण्य,        U.P.                2019
36. पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य, U.P.             2019
37. सरसई नावर झील,             U.P.                2019
38. आसन कंजर्वेशन रिजर्व,  Uttrakhand         2020
39. काबर ताल,                      Bihar               2020
40. लोनार झील,                 Maharastra         2020
41. सुर सरोवर झील / कीथम झील, U.P.            2020
42. त्सो कर आर्द्रभूमि क्षेत्र,     Laddakh            2020
43. सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान,  Hariyana            2021
44. भिड़ावास वन्यजीव अभ्यारण्य, Hariyana      2021
45. थोल झील वन्यजीव अभ्यारण्य,  Gujarat,      2021
46. वाधवाना आर्द्रभूमि क्षेत्र,           Gujarat       2021
47. हैदरपुर वेटलैंड,                      U.P.           2021
48. खिजड़िया पक्षी अभयारण्य,      Gujarat      2022

49. बखिरा वन्यजीव अभयारण्य,       U.P.          2022
50. करिकिली पक्षी अभयारण्य       तमिलनाडु         2022
51.  पल्लिकरनई  मार्श रिजर्व फॉरेस्ट  तमिलनाडु     2022
52.  पिचवरम मैंग्रोव                        तमिलनाडु         2022
53.   पाला अर्द्धभूमि                         मिजोरम           2022 
54.   साख्य सागर                          मध्य प्रदेश           2022 
55  कुनथननकुलम पक्षी अभयारण्य 
56  मन्नार की खाड़ी समुद्री बेयोस्फियर रिजर्व 
57  वेमबन्नुर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स 
58  वेलोड पक्षी अभ्यारण्य 
59 उदयमार्थद पुरम पक्षी अभ्यारण्य
60 वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य
61 सतकोसिया गार्ज (ओडिशा)
62 नंदा झील(गोवा)
63 रंग नाथितु बीएस(कर्नाटक)
64 सिरपुर वेटलैंड (मध्य प्रदेश)

(65 to 75 )

तमिलनाडु की 4 रामसर साइट्स:- 
  1.  चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य 
  2. सुचिंद्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स 
  3. वडुवूर पक्षी अभ्यारण्य 
  4. कांजीकुलम पक्षी अभ्यारण्य
ओडिशा की 3 रामसर साइट्स:- 
  1. तंपारा झील
  2. हीराकुंड जलाशय
  3. अंशुपा झील

4 अन्य रामसर साइट्स :-
  1. हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व (जम्मू कश्मीर)
  2. शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व(जम्मू कश्मीर)
  3. ठाणे क्रीक  (महाराष्ट्र)
  4. यशवंत सागर (मध्य प्रदेश)

वर्तमान में Ramsar Sites :- हमारी पृथ्वी पर जैव-विविधता की कमी नहीं है कहीं पर जंगल तो, कही पर पहाड़, कहीं नदियां, तो कहीं रेगिस्तान इन्हीं में से एक ऐसी जगह होती है जहां पर जीव-जन्तुओं, पेड़-पौधों की लाखों प्रजातियां हैं जिसे Wetland(आर्द्वभूमि) कहते हैं यानी ऐसी जगह जहां पर जल और स्थल दोनों पाये जाते हैं उसे Wetland(आर्द्वभूमि) कहते हैं।

लेकिन ये Wetlands(आर्द्वभूमि) बड़ी तेजी से खत्म हो रहे हैं, 1700 के बाद से अब तक दुनिया के लगभग 90 प्रतिशत Wetlands  नष्ट हो गये हैं। हम जंगलों की तुलना में तीन गुना तेजी से Wetlands खो रहे हैं।

इसी को ध्यान में रखते हुए आज विश्व 2 फरवरी को विश्व आर्द्वभूमि दिवस(World Wetland Day) बनाता है।

जिस तरह पृथ्वी को जलवायु परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है ऐसे में Wetland(आर्द्वभुमि) बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।

Experts की राये- आज पृथ्वी से Wetlands लुप्त होते जा रहे हैं Wetlands(आर्द्वभूमि) पानी, CO2 आदि को Absorb करते हैं, लेकिन हम इसकी importance को समझ नहीं पा रहे हैं एवं Wetlands पर बड़ी मात्रा में लोग निर्भर है, लेकिन उसके बावजूद Wetlands नष्ट हो रहे हैं, नदियां सिकूंड़ती जा रही हैं, नाले-तलाब समाप्त हो रहे हैं।

इसलिये लोगों को Aware करना बहुत जरूरी है कि  हम अपनी नदियां को कैसे बचा सकें ताकि इनसे हमारी जीवन धारा बनी रहे।

Important Fact

  • दुनिया में कुल 2400 से अधिक Ramsar Sites  हैं जो कि 25 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई हैं।
  • विश्व की सबसे पहली Ramsar Sites- Cobourg Peninsula(आस्ट्रेलिया) है।
  • सबसे ज्यादा Ramsar Sites  UK में हैं।
  • भारत में तमिलनाडु में सबसे ज्यादा Ramsar Sites हैं-14


Ramsar Sites in India in Hindi( भारत में रामसर स्थल )


Ramsar Convention(रामसर कन्वेंशन) के अनुसार Wetland(आर्द्रभूमि) :-
आर्द्रभूमि ऐसा भू-भाग होता है जहां के परितंत्र का बड़ा हिस्सा स्थाई रूप से या हर वर्ष किसी मौसम में जल से संतृप्त(सचुरेटेड) हो या उसमें डूबा रहे। ऐसे क्षेत्रों में जलीय पौधों का बाहुल्य मिलता है।

 Ramsar Sites(रामसर साइट्स) का  Criteria क्या है :-

Group -A      -   ऐसी आर्द्रभूमि जो Unique या Rare हो।

Group-B       -    

  • ऐसी आर्द्रभूमि जो भले ही Unique व Rare आर्द्रभूमि ना हो, लेकिन व Vulnerable, Endangered या Critically Endangered प्रजातियों को संरक्षित करता हो।
  • ऐसा आर्द्रभूमि जो पौधों, जानवरों आदि के Critical Stage में Support करता हो।
  • 20000 या उससे ज्यादा पक्षियों(पानी वाले) को  Support करता हो।
  • ऐसी आर्द्रभूमि जो कुल प्रजाति का 1 % Support करता है।

Questions and Answers in hindi:-

भारत में कितने रामसर स्थल हैं ? -  75

भारत में सबसे बड़ा रामसर स्थल है - सुंदरवन

 भारत में सबसे छोटा रामसर स्थल है - रेणुका 

भारत में सबसे ज्यादा रामसर स्थल किस राज्य में है? - तमिलनाडु (14)

भारत में सबसे कम रामसर स्थल किस राज्य में है? - बिहार, MP आदि 

भारत में सबसे पहला रामसर स्थल कौन सा है? - चिल्का झील(ओडिशा) 1981 

आर्द्रभूमि संरक्षण और प्रबंधन के लिए भारत का पहला केंद्र किस शहर में स्थापित किया गया है - चेन्नई 

विश्व के किस देश में रामसर स्थलों की संख्या सबसे अधिक है - यूनाइटेड किंगडम 

किस देश में सबसे बड़ा क्षेत्र रामसर संरक्षण के तहत संरक्षित है - बोलीविया 

अन्तर्रष्ट्रीय आर्द्रभूमि दिवस किस दिन बनाया जाता है - 2 फरवरी  

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