भारत द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व के 5 नए अर्द्धभूमि स्थल नामित किये गए हैं इनमे 3 स्थल तमिलनाडु के है :-
- करिकिली पक्षी अभयारण्य
- पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट
- पिचवरम मैंग्रोव
- एक मिजोरम में पाला अर्द्धभूमि है
- एक मध्य प्रदेश में साख्य सागर है
इस तरह देश में रामसर स्थलों की कुल संख्या बढ़कर 54 हो गई हैं |
करिकिली पक्षी अभयारण्य :- कांचीपुरम जिले में स्तिथ इस अभ्यारण्य में 100 से ज्यादा पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं
पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट :- यह चेन्नई में एक मीठे पानी का मार्श है जो बंगाल की खाड़ी के निकट स्तिथ है,
पिचवरम मैंग्रोव :- यह भारत के सबसे बड़े मेंग्रोव वनों में से एक है, जो लगभग 180 प्रजातियों का घर है,
पाला अर्द्धभूमि:- यह एक प्राक्रतिक झील है, पाला या पालक झील मिजोरम के सियाहा जिले के फुरा गॉव में स्तिथ है |
साख्य सागर:- शिवपुरी में साख्य सागर झील एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है |
Wetland(आर्द्वभूमि) क्या है :- यह स्थल और जल के मध्य का संक्रमण(बीच) क्षेत्र होता है। आर्द्वभुमियां पानी में स्थित मौसमी या स्थायी पारिस्थितिक तंत्र है जिसमें मैंग्राव, दलदल, झीलें, डेल्टा, प्रवाल भित्तियां, बाढ़ के मैदान, बाढ़ के जंगल, समुद्री क्षेत्र(6 मीटर से कम ऊंचे ज्वर वाले स्थान), मानव निर्मित आर्द्वभुमि जैसे अपशिष्ट, जलाशय आदि शामिल होते हैं।
Ramsar Convention(रामसर कन्वेंशन) :- यह आर्द्वभुमि संरक्षण के लिये एक अन्तर-सरकारी संधि(सरकरों के बीच संधि) है।
1971 में रामसर सम्मेलन हुआ, यह 1975 में लागू हुआ। 1982 में भारत ने स्वीकार किया यानी इस संधि पर हस्ताक्षर किये।
यह विशेष परिस्थितिकी तंत्र पर लागू होने वाली पहली वैश्विक पर्यावरण संधि।
2 फरवरी को विश्व आर्द्वभुमि दिवस मनाया जाता है।
हर तीन वर्ष में COP(Conference of the Parties) का सम्मेलन होता है।
मोंट्रेक्स रिकॉर्ड(Montreux Record)- मनुष्य की गतिविधियों के कारण आर्द्वभुमि का सिकुड़ना या संकट में आना जिसके कारण हम इसका अलग रिकॉर्ड रखते हैं उसे Montreux Record कहते हैं यानी रामसर संधि के तहत ऐसी आर्द्वभुमि स्थलों की सूची जिसमें तकनीकी विकास, प्रदूषण या मानवीय हस्तक्षेप के कारण परिवर्तन हो रहा होता है।
भारत में 2 आर्द्वभुमियां मोंट्रेक्स रिकॉर्ड में शामिल हैं-
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान(राजस्थान)
- लोकटक झील (मणिपुर)
चिल्का झील(ओडिशा) को मोट्रेंक्स रिकार्ड में शामिल किया गया था अब हटा दिया गया है भारत की कुल रामसर साइट 54 हैं।
सबसे छोटी वेटलैंड - रेणुका वेटलैंड(हिमाचल प्रदेश)
सबसे बड़ी वेटलैंड - सुन्दरवन(पश्चिम बंगाल)
केन्द्र सरकार ने घोषणा की है कि चैन्नई में भुमि संरक्षण और प्रबंधन के लिये केन्द्र स्थापित किया जायेगा।
आर्द्रभूमि ऐसा भू-भाग होता है जहां के परितंत्र का बड़ा हिस्सा स्थाई रूप से या हर वर्ष किसी मौसम में जल से संतृप्त(सचुरेटेड) हो या उसमें डूबा रहे। ऐसे क्षेत्रों में जलीय पौधों का
बाहुल्य मिलता है।
भारत में Ramsar Sites 54 की LIST(रामसर साइट्स इन इंडिया 2022 list )
S.N. ramsar sites State year
1. चिल्का झील - Odisha - 1981(भारत में पहली रामसर साइट)
2. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान - Rajasthan, 1981
3. लोकटक झील - Manipur, 1990
4. वुलर झील - Jammu-Kashmir, 1990
5. हरिके झील, - Panjab 1990
6. सांभर झील, - Rajasthan - 1990
7. कंजली झील - Panjab, 2002
8. रोपड़ वेटलैंड, Panjab, 2002
9. कोलेरु झील, Andra pradesh, 2002
10. दीपोर बील, Asam 2002
11. पोंग बांध झील, Himachal pradesh, 2002
12. त्सो मोरीरी झील, Laddakh 2002
13. अष्टमुडी झील, Kerala, 2002
14. सस्थमकोट्टा झील, Kerala, 2002
15. वेम्बनाड-कोल आर्द्रभूमि, Kerala, 2002
16. भोज वेटलैंड, M.P. 2002
17. भितरकनिका मैंग्रोव, Odhisha, 2002
18. प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य, Tamilnadu, 2002
19. पूर्व कोलकाता आर्द्रभूमि, West Bangal 2002
20. चंदेरटल वेटलैंड, Himachal Pradesh 2005
21. रेणुका वेटलैंड, Himachal Pradesh 2005
22. होकेरा वेटलैंड Jammu- Kashmir 2005
23. सुरिंसर और मानसर झील, Jammu- Kashmir 2005
24. रुद्रसागर झील, Tripura 2005
25. ऊपरी गंगा नदी, U.P. 2005
26. नालसरोवर पक्षी अभयारण्य, Gujarat 2012
27. सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र, West Bangal 2019
28. नंदुर मध्यमेश्वर, Maharastra 2019
29. नवाबगंज पक्षी अभयारण्य, U.P. 2019
30. केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्व,Panjab 2019
31. व्यास संरक्षण रिजर्व, Panjab, 2019
32. नांगल वन्यजीव अभयारण्य, Panjab, 2019
33. साण्डी पक्षी अभयारण्य, U.P. 2019
34. समसपुर पक्षी अभयारण्य, U.P. 2019
35. समन पक्षी अभयारण्य, U.P. 2019
36. पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य, U.P. 2019
37. सरसई नावर झील, U.P. 2019
38. आसन कंजर्वेशन रिजर्व, Uttrakhand 2020
39. काबर ताल, Bihar 2020
40. लोनार झील, Maharastra 2020
41. सुर सरोवर झील / कीथम झील, U.P. 2020
42. त्सो कर आर्द्रभूमि क्षेत्र, Laddakh 2020
43. सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान, Hariyana 2021
44. भिड़ावास वन्यजीव अभ्यारण्य, Hariyana 2021
45. थोल झील वन्यजीव अभ्यारण्य, Gujarat, 2021
- दुनिया में कुल 2400 से अधिक Ramsar Sites हैं जो कि 25 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई हैं।
- विश्व की सबसे पहली Ramsar Sites- Cobourg Peninsula(आस्ट्रेलिया) है।
- सबसे ज्यादा Ramsar Sites UK में हैं।
- भारत में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा Ramsar Sites हैं-10
तेजी से Wetlands खो रहे हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए आज विश्व 2 फरवरी को विश्व आर्द्वभूमि दिवस(World Wetland Day) बनाता है।
जिस तरह पृथ्वी को जलवायु परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है ऐसे में Wetland(आर्द्वभुमि) बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
Experts की राये- आज पृथ्वी से Wetlands लुप्त होते जा रहे हैं Wetlands(आर्द्वभूमि) पानी, CO2 आदि को Absorb करते हैं, लेकिन हम इसकी importance को समझ नहीं पा रहे हैं एवं Wetlands पर बड़ी मात्रा में लोग निर्भर है, लेकिन उसके बावजूद Wetlands नष्ट हो रहे हैं, नदियां सिकूंड़ती जा रही हैं, नाले-तलाब समाप्त हो रहे हैं।
इसलिये लोगों को Aware करना बहुत जरूरी है कि हम अपनी नदियां को कैसे बचा सकें ताकि इनसे हमारी जीवन धारा बनी रहे।
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