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Mental illness in hindi : मानसिक रोग के लक्षण व बचाव क्या हैं ?

मानसिक बीमारी(Mental illness) क्या है :

यह एक स्वास्थ्य समस्या है जिसके होने से व्यक्ति में सोचने की प्रक्रिया यानी मूड सही से काम नहीं करता है, जिसमें ज्यादातर मामले दुख या व्यक्तिगत कामों बाधा के कारण आते हैं। इसलिये इसको नजर अंदाज ना करें, बल्कि इसका उपचार करे।

Mental illness(मानसिक रोग) जिनको Psychiatric illness भी कहा जाता है। जब भी हम मानसिक बीमारी की बात करते हैं तो हमें 3 Category में Symptoms देखे जाते हैं :-

1. Symptoms of Emotions :- यानी हम कैसे महसूस करते हैं।

2. Symptoms of Thoughts :- यानी हम कैसा सोच रहे हैं। 

3. Symptoms of Perceptions :- यानी आप कैसा सुन रहे हैं, कैसा देख रहे हैं।

Symptoms of Emotions :- Generally देखा जाता है कि कोई व्यक्ति थोड़ा दुखी होता, कभी खुश होता है, कभी गुस्सा होता है, कभी घबराहट महसूस करता है, उदास महसूस करता है आदि Symptoms में ऐसा माना जाता है कि यह Normal है जो Life के साथ चलता रहता है, लेकिन जब ये Symptoms लम्बे समय तक चलें तो यह Normal  नहीं माना जाता है। 

यदि हम ज्यादा लम्बे समय तक उदास महसूस कर रहे हैं तो यह depression जैसी Category में आ जाता है।

मानसिक रोग की क्या पहचान है :-   जब हम Life में कोई खुशी का Moment आता है तो हम खुश हो जाते हैं और दुखी का Moment आये तो हम उदास हो जाते हैं 

जैसे आप उदास महसूस कर रहे हैं और उस समय आपसे कोई मिलने आ जाये तो खुशी महसूस करते हैं, लेकिन ध्यान रहे यदि आप हर वक्त (चाहे खुशी का Moment हो या दुखी का) उदास महसूस कर रहे हैं तो यह Normal नहीं है। हो सकता है यह depression का लक्षण हो।


Mental illness(मानसिक रोग) क्या है


ऐसे ही घबराहट, चिन्ता में भी Abnormal की स्थिति हो सकती है जैसे- कल आपको कहीं Performance देना हो तो ऐसी स्थिति में थोड़े समय के लिये घबराहट, चिन्ता के कारण Performance ही नहीं दे पा रहे हैं, कांप रहे हैं तो यह Normal नहीं है। 

या बिना किसी कारण के घबराहट, चिन्ता होना जैसे बच्चे स्कूल में पढ़ने गये और थोड़ा देर होने पर हम सोचने लगते हैं कि बच्चों को कुछ हो तो नहीं गया, खुद को लेकर चिन्ता होना आदि।

Symptoms of Thoughts :- इसमें हर वक्त Negative Thoughts आना जैसे कोई व्यक्ति खुद के बारे में Negative सोचते रहना कि मैंने Life में कुछ नहीं किया, मैं Life में कुछ कर नहीं पाऊंगा, मेरा क्या होगा, मैं Life  में कैसे रह पाऊंगा, मुझे कोई लाइक नहीं करता, कोई मेरी help नहीं कर पायेगा इस तरह के thoughts Normal नहीं होते हैं ये depression जैसे लक्षणों को बताते हैं।

Symptoms of thoughts में शक के आधार पर thoughts आना यानी किसी व्यक्ति को ऐसी बातों पर विश्वास हो जाना जो Real नहीं होती है 

जैसे मेरे घर वाले मेरी जायदाद लेना चाहते हैं, मेरा पड़ोसी मेरे साथ गलत करना चाहता है, पति-पत्नी को एक दूसरे पर शक होना आदि जिसके कारण इस तरह के व्यक्ति समझाने पर भी नहीं समझते।

Symptoms of Perception :-  इसमें ऐसी चीजों का सुनाई देना या ऐसी चीज दिखाई देना जो है ही नहीं, जो Exist ही नहीं करती । इसमें व्यक्ति बताता है कि उसको अपने घर में पड़ोसियों की सुनाई आती है, Relatives की आवाज सुनाई देना जो उसके आस-पास भी नहीं रहते।

कभी-कभी इसमें व्यक्ति कुछ बताता नहीं है, लेकिन वह अकेले में बड़बड़ाता(Grumbling)  रहता है, लेकिन बड़बड़ाना कुछ लोगों की आदत भी होती है 

यदि उससे पूछा जाये कि आप कैसे बड़बड़ा रहे थे तो वह बताता है कि उसे कहीं से आवाजें आ रही थीं तो यह Normal नहीं है या कुछ ऐसा दिखाई देना जो है ही नहीं  यह भी Normal नहीं है।

Symptoms of Emotions, Symptoms of thoughts, Symptoms of perceptions इन तीनों Category में जो लक्षण पाये जाते हैं वे Mental illness(मानसिक रोग) या Psychiatric disorders के Symptoms होते हैं।

अक्सर देखा जाता है कि जिन लोगों में ये Symptoms पाये जाते हैं उन्हें लोग पागल या कुछ और कहने लगते हैं जिसके कारण यदि किसी में ये लक्षण पाये जाते है तो इसको छूपाने की कोशिश की जाती है कि समाज क्या कहेगा, लोग क्या कहेंगे आदि। 

जिससे होता यह है कि यह बीमारी और बढ़ने लगती है इसलिये यदि आपको लगता है इस तरह के लक्षण आप में, आपके परिवार, दोस्त, रिश्तेदार में पाये जाते हैं तो आप बिना देरी किये इससे संबंधित डॉक्टर(मनोचिकित्सक) को दिखायें।

मानसिक रोग के लक्षण :- वैसे mental illness(मानसिक रोग) के लक्षण ऊपर  paragraph में 3 Category में बतायें गये हैं यहां मानसिक रोग के सभी लक्षण हैं :-

  • लम्बे समय तक उदास/दुखी महसूस करना।
  • ज्यादा घबराहट होना,
  • Concentrate करने की क्षमता में कमी होना, 
  • चिन्ताएं महसूस करना(बिना किसी कारण के भी), 
  • परिवार, दोस्त, रिश्तेदार व अन्य गतिविधियों से खुद को अलग करना, 
  • थकान महसूस करना, 
  • नींद आने की समस्या, 
  • Real से हटकर भ्रम मे रहना,
  • रोजाना की आने वाली समस्याओं व तनाव को handle करने में असमर्थ होना, 
  • खाने की आदतों में बड़े बदलाव होना, 
  • ज्यादा गुस्सा करना, 
  • Negative thoughts आना, 
  • लोगों की आवाजें सुनाई देना(जब एक Normal आदमी को ये आवाजें नहीं सुनाई देती हैं)


Mental illness(मानसिक रोग) क्या है

मानसिक रोग(Mental illness) के क्या नुकसान हैं :-

  • Life में आनंद कम हो जाता है।
  • शरीर की रोगों से लड़ने वाली क्षमता कम हो जाती है।
  • परिवारिक समस्याएं, 
  • सामाजिक अलगाव, 
  • रिश्तों में टकराव, 
  • वित्तीय समस्याएं भी हो सकती हैं, 
  • हर वक्त Negative रहना व अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

मनसिक रोग कैसे खत्म करें ? :

अक्सर देखा जाता है कि Mental illness(मानसिक रोग) में हम उसको छूपाते है कि लोग क्या कहेंगे, वो क्या सोचेगा मेरे बारे में आदि लेकिन आप इसके लिये परिवार से, दोस्त से बात करें और दोस्त, परिवार को भी इस संबंध में Support करना चाहिए।

मानसिक रोग को दूर करने के घरेलू उपाये :-  जैसे-

Exercise करना- आप नियमित रूप से Exercise करें, क्योंकि यह स्वस्थ Life के लिये बहुत महत्वपूर्ण है तथा Exercise करने से अच्छे केमिकल Release होते हैं जो कि आपके Mind के लिये बहुत अच्छे हैं।

अपनी Hobbies पर ध्यान दें- जब आप अपने शौक के काम करते हैं तो इससे आपको खुशी मिलती है जो केमिकल Release करती है जो Mind को फायदा पहूंचाते हैं।

पौष्टिक भोजन लें- इसके लिये आपको Fix Time के साथ-साथ संतुलित आहार लेना चाहिए यानी आपको Fix करना चाहिए कि इस समय खाना, इस समय सोना है।

यदि अच्छा खाना लेते हैं तो इससे आपका Immunity level बढ़ेगा, केमिकल बढ़ेंगे और आपकी body खुद व खुद ठीक होती जायेगी।

Meditation करें- यदि आप रोज Meditation करते हो तो इससे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर Positive प्रभाव पड़ता है।

सही नींद लें- हर व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के लिये सही नींद बहुत जरूरी है इससे आपका mind स्वस्थ रहेगा।

Breathing Exercise- यह tension को कम करती है एवं दिमाग को शांत करने में help करती है।

Concentrate करना सीखें- किसी भी समय 15-20 मिनट्स किसी भी चीज को लेकर Concentrate करने का अभ्यास करना, जिससे आपका दिमाग आपके कंट्रोल में रहेगा।

Time Management करें कि मुझे इस समय पर यह करना है और उस समय पर वह करना है।
अपने परिवार से, दोस्तों से बात करें(जिससे आप प्यार व विश्वास करते हों) एवं खुद से positive  बात करें। जैसे मैं यह कर सकता/सकती हूं।

इसके अलावा आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं उनसे सलाह ले सकते हैं।

FAQs

Q. क्या मानसिक बीमारी का ईलाज किया जा सकता है?

जी हां मानसिक बीमारी का ईलाज किया जा सकता है, जिसमें दवा, मनोचिकित्सा व सकारात्मक माहौल यानी सामाजिक समर्थन से कारगर इलाज किया जा सकता है। इसलिये इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है तो आप इसके इलाज को लेकर नजर अंदाज ना करे, ओर सही समय पर इलाज कराये।

Q. मानसिक बीमार व्यक्ति को कैसे पहचाने?

मानसिक बीमार व्यक्ति को पहचानने के लिये इस आर्टिकल में उपर दिये गये लक्षणों से पहचान सकत है|

Q. मैं मानसिक बीमारी से जूझ रहा हूं मदद के लिये मैं कहां जा सकता हूं?

मानसिक बीमारी से निपटने के लिये कई तरीके है जैसे - 
  • मनोचिकित्सक या अन्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मदद ले सकते है या ऐसे व्यक्ति से मदद ले सकते हैं जो इसको समझ सके।
  • मानसिक बीमारी के लिये कई सारे टोलफ्री नंबर है उन पर बात कर सकते है।
  • स्वास्थ्य संघ की मदद ले सकते है इसके अलावा अन्य संसाधन भी हैं जहां से आप मदद से ले सकते है।

Q. क्या मानसिक बीमारी वाले लोगों को समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ता है?

अभी भी हमारे समाज में जागरूकता की कमी के चलते मानसिक बीमारी के लोग इससे प्रभावित होते हैं और उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

Q. क्या मानसिक बीमारी से पूरी तरह से ठीक होना संभव है?

वैसे इसका सही उत्तर तो आप डॉक्टर से ही पूछ सकते हो, वो आपकी बीमारी को देखकर सही बता पायेंगे। हां इतना है कि बहुत मानसिक बीमारी का इलाज संभव होता है और कुछ बीमारियों का इलाज बिना दवाये के भी किया जा सकता है।

Q. सबसे गंभीर मानसिक बीमारी कौन सी है?

वैसे तो बहुत की मानसिक बीमारियों को गंभीर माना जा सकता है, लेकिन सिजोफ्रेनिया को हम सबसे गंभीर बीमारी मान सकते है, क्योंकि यह दुनिया के लगभग 1 फीसदी आबादी इसका शिकार है और भारत में यह बहुत बड़ी मात्रा में है।

Q. सबसे आम मानसिक बीमारी कौन सी है?

भारत में सबसे आम बीमारी अवसाद व बैचेनी है।


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