जी 20 2022 का सम्मलेन कहाँ हुआ :- G-20 Summit 2022 :- G -20, 2022 का सम्मेलन बाली(इंडोनेशिया) हुआ |
जी 20 सम्मेलन में PM मोदी ने क्या कहा :- PM मोदी ने कहा UN दुनिया की समस्याओ से निपटने के लिए असफल रहा जैसे :-
- यूक्रेन युद्ध से आपूर्ति तबाह हुई है,
- जलवायु परिवर्तन, कोरोना ने तबाही मचाई
- बुनयादी जरूरतों की सप्लाई का संकट है,
- युद्ध विराम कूटनीति के रास्ते पर चलना होगा,
- विश्व में शांति के लिए सहमूहिक संकल्प दिखायें
G-20 Summit(सम्मलेन) - 2023
G(जी)-20 का Summit(सम्मलेन) 2023 में जम्मू-कश्मीर मे किया जायेगा एवं 2020 में G-20 का Summit सऊदी अरब(रियाद) में हुआ,
अक्टूबर, 2021 में G-20 का Summit इटली(रोम) में हुआ, नवंबर, 2022 में G-20 का Summit इंडोनेशिया(बाली) में होगा एवं 2023 में G-20 का Summit भारत में एवं 2024 में ब्राजील में होगा।
जी-20 शिखर सम्मलेन 2023:
भारत में G-20 का main Summit जहां पर दुनिया के Leader इकट्ठे होते हैं, Group फोटो लेते हैं, Meetings होती है वह नई दिल्ली में होगा इसलिये दिल्ली के प्रगति मैदान को तेजी के साथ विकसित किया जा रहा है जहां पर World Leader रूकेंगे, मीटिंग करेंगे।
जहां तक संभावना है वित मंत्री, मंत्री, बड़े नौकरशाहों की Meetings जम्मू-कश्मीर में होंगी। इसलिये जम्मू-कश्मीर में 5 सदस्य कमेटी बनाई गई है जो decide करेगी कि कौन-कौन सी meetings जम्मू-कश्मीर में आयोजित होंगी।
भारत द्वारा लिया गया यह निर्णय Geo-Politics के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण है इससे भारत की image पर Positive effect पड़ेगा, लेकिन हमें जम्मू-कश्मीर में कड़े सुरक्षा का इंतेजाम करना पड़ेगा क्योंकि इसमें चीन, तुर्की आदि के बड़े अधिकारी व मंत्री meetings करेंगे।
जिससे पूरे World को संदेश जाये कि जम्मू-कश्मीर की World media के द्वारा जो image दिखाई जाती है उसका Clear पता लग जायेगा।
Background(पृष्ठभूमि):- 1997 में जो एशियाई वित्तीय संकट था उसको दूर करने के लिये G-20 की स्थापना की गई थी एवं इसमें विकसित व विकासशील दोनों देश शामिल है साथ ही इसमें वित मंत्री व केन्द्रीय बैंकों के गवर्नर को भी भाग लेने की बात की गई।
जी-20 के उद्देश्य- इसके द्वारा वैश्विक वित्तीय बाजार में स्थिरता लाना एवं आर्थिक चुनौतियों का सामना करना। जैसे- कोविड-19 से निपटना।
जी-20 की स्थापना कब हुई ?- 1999 में हुई जिसमें 20 देश है(19 देश व 1 EU) G-20 में विकसित और विकासशील दोनों देश हैं,
विकसित देश-
- अमेरिका,
- ब्रिटेन,
- फ्रांस,
- जर्मनी,
- इटली,
- कनाडा,
- जापान,
- रूस
विकासशील देश-
- ब्राजील,
- चीन,
- भारत,
- दक्षिण अफ्रीका,
- सउदी अरब,
- आस्ट्रेलिया,
- अर्जेण्टीना,
- मैक्सिको,
- इंडोनेशिया,
- तुर्की,
- साउथ कोरिया
एक EU(यूरोपीय यूनियन)
पहला सम्मेलन- G-20 का पहला सम्मेलन 2009 में वाशिंगटन डीसी(अमेरिका) में हुआ।
- African Union
- Asean
- IMF
- WTO
- UN
- FSB
- NFPAD
स्पेन को एक Permanent Guest Members के रूप में Invite किया जाता है जो प्रत्येक साल जी -20 Summit में भाग लेता है।
जी-20 सम्मलेन के बाद - सम्मेलन के बाद कुछ विशेष Meetings भी होती हैं जैसे BRICS के सदस्य आपस में मिल लेते हैं, IBSA, आदि JAI(जापान, अमेरिका, इंडिया) यह भारत के लिये बहुत महत्वपूर्ण है।
जी-20 दुनिया का एक महत्वपूर्ण संगठन है।
- यह दुनिया का दो-तिहाई आबादी का नेतृत्व है।
- विश्व की कुल GDP का लगभग 85 प्रतिशत Cover करता है।
- इसका वैश्विक व्यापार में 75 प्रतिशत योगदान है।
- G-20 में उन्नत व उभरती अर्थव्यवस्थाएं दोनों प्रकार की अर्थव्यवस्थाएं इसमें शामिल हैं।
G-20 का कार्य :- इस का जो अध्यक्ष होता है वह सदस्य देशों के बीच हर साल एक प्रक्रिया के तहत रोटेट(Rotate) होता रहता है।
इसके अध्यक्ष पद के चुनाव के लिये 19 देशों को 5 समूहों में बांटा जाता है एवं प्रत्येक समूह में 4 देश से ज्यादा नहीं होते हैं।
अध्यक्ष पद हर साल प्रत्येक समूह में Rotate(रोटेट) होता है। हर साल G-20 का कोई समूह, अध्यक्ष पद के लिये किसी अन्य समूह से किसी एक देश का चयन करता है। भारत समूह 2 में शामिल है जिसमें दक्षिण अफ्रीका, रूस, एवं तुर्की भी शामिल हैं।
G-20 कोई Permanent सचिवालय या मुख्यालय नहीं है एवं G-20 का अध्यक्ष अन्य सदस्यों के साथ परामर्श करके G-20 एजेंडा जारी करता है।
ट्रोइका(Troika)- हर साल जब एक देश अध्यक्ष पद लेता है तो वह पिछले साल के अध्यक्ष व अगले साल के अध्यक्ष देश के साथ समन्वय स्थापित करके कार्य करता है तो इसी प्रक्रिया को सामूहिक रूप से ट्रोइका कहते हैं।
G-20 के Summit में भारत की प्राथमिकताएं-
- कोविड-19 महामारी से निपटना।
- आतंकवादी वित पोषण को रोकना।
- प्रेषण की लागत में कमी करना।
- प्रमुख दवाओं तक बाजार की पहूंच।
- विश्व व्यापार संगठन में सुधार।
- पेरिस समझौते का लागू करना।
G-20 की कामयाबी - यह नई चुनौतियों से निपटने के लिये जल्दी से निर्णय लेता है।
इसने सदस्य देशों के बीच समन्वय स्थापित कर अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय विनियामक प्रणाली(International Financial Regulatory System) को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
2008 में आई वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान तत्कालीन वित्तीय जरूरतों को शीघ्र पूरा किया।
G-20 समूह ने व्यापार सुविधा समझौते के अनुसमर्थन(Rectification) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अच्छा संचार-यह चर्चा के माध्यम से निर्णय लेता है।
चुनौतियां- कोई प्रवर्तन तंत्र(Enforcement Mechanism) का ना होना।
इसमें आम सहमति व चर्चा के आधार पर निर्णय लिये जाते हैं फिर इसी के अनुसार घोषणाएं की जाती हैं, लेकिन ये घोषणाएं कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं होती हैं यह केवल 20 सदस्यों का एक सलाहकारी या परामर्शी समूह होता है।
जी-20 शिखर सम्मलेन list
- वॉशिंगटन, (यूएसए) 2008
- लंदन, (यूके) - 2009
- पिट्सबर्ग, (यूएसए) 2009
- टोरंटो, (कनाडा) 2010
- सियोल, (दक्षिण कोरिया) 2010
- काँस, (फ्रांस). 2011
- लॉस काबोस, (मैक्सिको) 2012
- सेंट पीटरबर्ग , (रशिया) 2013
- ब्रिसबेन, (ऑस्ट्रेलिया) 2014
- अंताल्या, (तुर्की ) 2015
- हांगझोऊ , (चीन) 2016
- हैमबर्ग, (जर्मनी) 2014
- ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना) 2018
- ओसाका (जापान) 2019
- रियाद (साऊदी अरब) 2020
- रोम (इटली), 2021
- बाली (इंडोनेशिया), 2022
- नई दिल्ली/जम्मू-कश्मीर (भारत ) 2023
G 20 के बारे में जानकारी(FAQs ) :
Q. 2023 में जी 20 की अध्यक्षता कौन करेगा ?
A. 2023 में जी 20 की अध्यक्षता भारत करेगा जी-20 Summit(सम्मलेन) 2023 जम्मू-कश्मीर में होगा, लेकिन भारत में G-20 का main Summit जहां पर दुनिया के Leader इकट्ठे होते हैं, Group फोटो लेते हैं, Meetings होती है वह नई दिल्ली में होगा|
Q. 2022 में जी 20 का सम्मेलन कहाँ हुआ ?
A. 2022 में जी 20 का सम्मलेन 15, 16 नवम्बर को बाली(इंडोनेशिया) में हुआ |
Q. 2024 में जी 20 का सम्मेलन कहाँ होगा ?
A. 2024 में जी 20 का सम्मलेन ब्राज़ील में होगा |
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