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डेटाबेस क्या है : डेटाबेस के प्रकार : डेटाबेस का उपयोग, फायदे, नुकसान

Database in hindi : आज का दौर डिजिटल तकनीक का दौर है और इसी दौर में हमारा देश भी डिजिटल की तरफ बढ़ रहा है यानी अब हम जो भी काम करते हैं, 

वह कंप्यूटर या डिजिटल माध्यम से ही करते हैं जैसे - मैसेज भेजना, ईमेल भेजना, न्यूज़ पढ़ना, ऑनलाइन टिकट करना आदि | 

पहले यह काम Physically रूप से होता था, जिसके कारण हम इन सब को इकट्ठा करके अपने घर, अलमारी में रखते थे, Documents को Systematic तरीके से रखना, जिससे उसे आसानी से ढूंढा जा सके|  

लेकिन अब हमें अपने काम को Physically रखने की जरूरत नहीं होती, बल्कि उसकी जगह हम कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं और इन डाक्यूमेंट्स को कंप्यूटर/मोबाइल में स्टोर करके रखा जाता है कंप्यूटर में इस डाटा को सीरियल वाइज तरीके से रखा जाता है जिसे हम डेटाबेस कहते हैं।

डेटाबेस के आने से पहले सभी प्रकार का डाटा डाटा को कागज पर दर्ज किया जाता था उस समय पेपर ही हमारे लिए डेटाबेस होता था और हमारे पास सूचियां बहीखाता फाइलिंग आदि इकट्ठे होते थे जिनमें हजारों लाखों रिकॉर्ड होते थे।

जब हमें किसी विशेष डाटा की आवश्यकता होती थी तो उस समय देता कब पता लगाने में बहुत समय लगता था इसलिए इस समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस बनाया गया।

आज के दौर में आपने डेटाबेस के बारे में तो जरूर सुना होगा, जहां डाटा को कंप्यूटर में स्टोर करके रखा जाता है, 

यदि आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो हम आपको डेटाबेस के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

डेटाबेस क्या है :-  डेटाबेस में जानकारियां स्टोर होती है यानी जहां डाटा या जानकारी इकट्ठा होती है उसे ही डेटाबेस कहते हैं, इसका उपयोग कंप्यूटर सिस्टम में इकट्ठा करने, सुधार और अपडेट या हटाने के लिए किया जाता है|  

किताबी भाषा में डेटाबेस "database is a collection of related data or information that is stored in a computer system"

डेटाबेस को सामान्यता कंप्यूटर में इलेक्ट्रॉनिक रूप में एक्सेस किया जाता है और इसे Database Management System(DBMS) द्वारा कंट्रोल किया जाता है।

डेटा किसी भी जानकारी का छोटा सा हिस्सा होता है जो किसी वस्तु, स्थान आदि से जुड़ा होता है, जैसे - नाम, उम्र, पता, प्रोफेशन, मोबाइल नंबर |

वैसे डेटा अलग-अलग प्रकार से हो सकते हैं जैसे - Text Numeric, Image, File, graph  आदि तथा जब इन डेटा को एक साथ संगठित किया जाता है तो यह सूचना बनती है और इन सूचनाओं  के ग्रुप डेटाबेस बनता हैं|  

डेटाबेस में डेटा और सूचनाओं को Organised करके रखा जाता है, जिसमें जरूरत पड़ने पर सूचनाओं को आसानी से एक्सेस, Manage, Update किया जा सकता है और साथ ही यह डेटा सिक्योरिटी और कंट्रोल का भी काम करता है।

डेटाबेस एक सॉफ्टवेयर होता है जिस तरह से हम MS Excel Sheet में सूचनाओं को Systematic तरीके से रख सकते हैं उसी तरह डेटाबेस में भी सूचनाओं को Systematic तरीके से रख सकते हैं, उसमें बदलाव, अपडेट, एक्सेस आदि कर सकते हैं, 

जैसे - इंस्टाग्राम का Example ले सकते हैं जहां पर आप अपनी प्रोफाइल बनाते हैं जिसमें सारी जानकारी भरनी होती है इस तरह से लाखों - करोड़ों यूजर्स अपनी प्रोफाइल बनाते हैं।

इंस्टाग्राम इन सूचनाओं को डेटाबेस में रखता है, जब आप किसी के बारे में इंस्टाग्राम पर सर्च करते हैं तो इस इंस्टाग्राम डेटाबेस से हमें सब जानकारी मिल जाती है ऐसी ही बहुत सी सरकारी और प्राइवेट वेबसाइट है जो इन डेटाबेस का इस्तेमाल करती है।


डेटाबेस क्या है :  डेटाबेस के प्रकार : डेटाबेस का उपयोग, फायदे, नुकसान( what is Database in hindi)


डेटाबेस का इतिहास :-  1960 के दशक में पहला कंप्यूटरीकृत डेटाबेस Charles Bach man ने तैयार किया था| 

इसकी शुरुआत - 

पहला डेटाबेस एकीकृत डेटा स्टोर( Integrated Data Store -IDS)  के रूप में जाना जाता था, 

दूसरा डेटाबेस IDS के तुरंत बाद सूचना प्रबंधन प्रणाली (Information Management System ), IBM द्वारा बनाया गया एक डेटाबेस था।

डेटाबेस का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है :- आजकल ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन रिजर्वेशन जैसी सुविधाओं में डेटाबेस का खास इस्तेमाल होता है, जिससे इनकी सारी जानकारियां डेटाबेस में स्टोर रहती है, जिन्हें अपनी सुविधा के अनुसार एक्सेस किया जा सकता है जैसे - आप अपने बैंक अकाउंट को एक्सेस कर आवश्यक सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं।

आधार कार्ड :- जब आप आधार कार्ड बनवाने के लिए गए होंगे तो आपको नाम, माता पिता का नाम, जन्म - तिथि,  आपकी उंगलियों के निशान से लेकर आंखों की रेटिना के निशान आदि की  जानकारियां देनी पढ़ी होंगी तो यह सब जानकारी डेटाबेस में रखी गई है।

बैंकिंग प्रणाली :- आज हम घर बैठे कई लेनदेन करते हैं इंटरनेट के माध्यम से, इसमें लेन देन को मैनेजमेंट का काम डेटाबेस ही करता है।

सोशल मीडिया :- आज हम फेसबुक, गूगल, इंस्टाग्राम, टि्वटर जैसे प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से बहुत ज्यादा समय इन पर बिताते हैं और अपनी बातें शेयर करते हैं, 

दोस्तों रिश्तेदारों से जुड़ पाते हैं यह काम डेटाबेस से ही कर पाते हैं जब हम इन प्लेटफार्म पर 'साइन अप' करते हैं, जिससे यूजर्स की सारी जानकारी डेटाबेस में ही इकट्ठा होती है।

ऑनलाइन वीडियो /गेमिंग :-  लाखों-करोड़ों लोग ऑनलाइन गेम खेलते हैं और वीडियो देखते हैं इन यूजर्स की नाम से लेकर डेटा History जो Show होती है तो इसमें डेटाबेस का ही प्रयोग होता है।

स्टॉक मार्केट :-  स्टॉक मार्केट में जो कंपनियां रजिस्टर्ड होती हैं और इसमें जो इतनी बड़ी मात्रा में लेनदेन होता है यह हिसाब डेटाबेस के द्वारा ही संभव हो पाता है।

रिजर्वेशन सिस्टम :- रेलवे, फ्लाइट आदि की बुकिंग की जानकारी डेटाबेस में ही रखी जाती है।

ईमेल :- ईमेल आईडी से जो मैसेज भेजे या प्राप्त किए जाते हैं, इन सब ईमेल आईडी को डेटाबेस द्वारा ही मैनेज किया जाता है।

ई-कॉमर्स वेबसाइट :- जब हम इन Websites से कुछ भी खरीदते हैं और इनसे खरीदे सामानों की History यानी शॉपिंग हिस्ट्री काफी लंबे समय तक देख सकते हैं, जो कि डेटाबेस में रखी जाती है।

कंपनी फैक्ट्री कर्मचारियों का डेटा डेटाबेस में रखा जाता है।

कॉलेज या यूनिवर्सिटी :- Students और टीचर की जानकारी डेटाबेस में आसानी से सुरक्षित रखी जाती है |

अस्पताल :- अस्पताल के डाक्टर और स्टाफ, मरीजों की जानकारी, उनकी बीमारियों से जुड़ी सूचनाएं भी डेटाबेस में रखी जाती हैं |

दूरसंचार कंपनियां :- इन कंपनियों को Call details और मासिक बिल जैसी हर जानकारियां अपने पास रखनी होती है।

उक्त के अलावा भी बहुत सी जगह हैं जहां जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए डेटाबेस का इस्तेमाल किया जाता है।

डेटाबेस के प्रमुख Elements :

किसी डेटाबेस के मुख्य 3 एलिमेंट्स होते हैं:
  1. Field
  2. Record
  3. Table

Field :- हम स्कूल के बच्चों का Example लेते हैं जैसे -

 1. 

   नाम - सोनू 

  कक्षा - 9   

 विषय - हिंदी

 Marks - 75 

 2.    

  नाम - मनु

  कक्षा - 8 

 विषय  -अंग्रेजी

  Marks - 70 

                                        

इनको टेबल में लिखते हैं और टेबल में जो कॉलम बने होते हैं उनको Field कहते हैं| 

Record :-  किसी टेबल की Row को रिकॉर्ड कहते हैं| 

Table :-  फील्ड और रिकॉर्ड से मिलकर ही टेबल बनता है।

DBMS (Data Management System) क्या है :-  इसे हम DBMS भी कहते हैं| DBMS एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है  जिसके द्वारा यूजर्स डेटाबेस को Create, एक्सेस, Manage, Operate व कंट्रोल किया जाता है इसे हम DBMS कहते हैं।

Data Management System- DBMS एक इंटरफ़ेस देता है, जिसके द्वारा हम कई सारे काम करते हैं जैसे टेबल बनाना, टेबल में data लिखना, Data को एक्सेस करना, पहले से जो Data स्टोर है उसे अपडेट करना और साथ ही DBMS data को  Secure करता है ताकि कोई हमारे data से छेड़खानी ना कर पाए

वैसे तो DBMS सॉफ्टवेयर कई तरह के होते हैं लेकिन ज्यादा प्रयोग होने वाले प्रोग्राम निम्न
 है :-

    • Oracle, 
    • My SQL, 
    • MS office access, 
    • Visual fox Pro, 
    • IBM DB2, 
    • Simple DB, 
    • SQL server.

आमतौर पर DBMS का प्रयोग डेटाबेस को Maintain करने के लिए किया जाता है यानी आप data को डेटाबेस में रख सकते हो, एडिट, अपडेट, delete, एक्सेस आदि कर सकते हो।

डेटाबेस कितने प्रकार के होते हैं(Types of database in hindi) :-

डेटाबेस में Data को कैसे स्टोर, Organised, Manipulate किया गया है व  इसका ढांचा कैसा होना चाहिए, यह Data मॉडल से पता लगता है और इससे यह भी पता रहता है कि डेटाबेस में डाटा एक दूसरे से किस किस प्रकार जुड़े हुए हैं और उनके बीच में संबंध कैसा है।

  • Hierarchical database, 
  • Network database,  
  • Relational database,  
  • Distributed database, 
  • Object oriented database,  
  • Graph database

Hierarchy database   :- इसमें टेबल के त्रि स्तरीय मॉडल का प्रयोग होता है, क्योंकि इसमें Record  को आपस में जोड़ने के लिए त्रि स्तरीय मॉडल को Followकिया जाता है |

यहां पर संबंध को चाइल्ड और Parents के रूप में दिखाया गया है जैसे - किसी कॉलेज में टीचर, स्टूडेंट, प्रोफेसर होते हैं तो यहां पर कॉलेज Parents हुआ और टीचर्स, Students, प्रोफेसर इसके चाइल्ड हुए।

Network database  :-  इसमें Data को रिकॉर्ड के रूप में दर्शाया जाता है और data के बीच में संबंध Link के रूप में दर्शाया जाता है, यह मॉडल शक्तिशाली तो है ही साथ ही यह Complicated भी है।

Relational database :-  इसका ढांचा टेबल जैसा ही होता है टेबल को डेटाबेस की भाषा में Relational कहते हैं, इसलिए इसमें टेबल की तरह Rows और कॉलम होते हैं जिन्हें SQL(Structured Query Language) के द्वारा जोड़कर उपयोग किया जाता है।

Distributed database :- इसमें डेटाबेस की file एक जगह ना होकर अलग-अलग कंप्यूटर, डिवाइस में अलग-अलग जगह होती है इससे डेटाबेस की स्पीड और साइज बढ़ाने में सहायता मिलती है।

Object oriented database  :- यह भी Relational database की तरह होता है इसमें data को क्लास और ऑब्जेक्ट के रूप में प्रयोग किया जाता है, 

Object एक Real World data जैसे - नंबर, ईमेल आदि होता है व एक क्लास में कई ऑब्जेक्ट हो सकते हैं।

Graph database :- इसमें data के मध्य रिलेशनशिप को अधिक महत्व दिया जाता है और data के साथ ही उनके मध्य रिलेशनशिप को डेटाबेस के अंदर ही स्टोर किया जाता है।

इसके अलावा डेटाबेस के कई प्रकार होते हैं जिनका प्रयोग अलग-अलग कामों में किया जाता है।

डेटाबेस के फायदे / लाभ :-

  • डेटाबेस के द्वारा कम जगह में भी ज्यादा डेटा स्टोर किया जा सकता है, डेटाबेस के कारण जानकारी/ सूचना कहीं से भी आसानी से प्राप्त कर लेते हैं डेटाबेस में data को स्टोर करना, 
  • उसमें बदलाव करना भी आसान होता है नए डेटा को insert करना, data को एडिट करना और डिलीट करना आसान होता है।
  • डेटाबेस में data के प्रबंधन के लिए कम समय लगता है।
  • डाटा को अलग-अलग प्रकार से Sort किया जा सकता है| 
  • एक ही डेटाबेस को कई सारे यूजर्स एक साथ एक्सेस कर सकते हैं| 
  • डेटाबेस पेपर फाइल की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान करता है, क्योंकि इसमें बिना सहमति के कोई भी डेटाबेस को एक्सेस नहीं कर सकता।
  • Redundancy( एक ऐसा data जो कई जगह डुप्लीकेशन को हम data Redundancy कहते हैं) को कम करता है यानी एक से ज्यादा बार डाटा के यूज़ को डेटाबेस से हटा दिया जाता है|
  • डेटाबेस Backup और Recovery जैसी सुविधाएं प्रदान करता है क्योंकि डेटाबेस में Failure जैसी समस्याएं कभी भी उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए DBMS सॉफ्टवेयर Backup और Recovery की सुविधा देता है, यह data की क्वालिटी और Consistency में सुधार करता है।

डेटाबेस के नुकसान :-

  • डेटाबेस को डिजाइन करने में समय लगता है, 
  • डेटाबेस में Failure होता रहता है जो कि एक बड़े नुकसान में शामिल है, 
  • डेटाबेस में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की लागत आती है जो मुख्य नुकसान है, 
  • इसकी कार्यक्षमता जटिल है।

डेटाबेस क्या है :  डेटाबेस के प्रकार : डेटाबेस का उपयोग, फायदे, नुकसान( what is Database in hindi)


SQL(Structured Query Language) क्या है :- इसे S-Q-L या कभी See-Quel भी पढ़ा जाता है यह एक प्रकार की लैंग्वेज है, जिसका उपयोग डेटाबेस मैनेजमेंट में किया जाता है, इस भाषा के द्वारा ही डेटाबेस में एडिट, डिलीट, अपडेट, Insert आदि किया जाता है।

जिस तरह से किसी Programming Language का Syntax होता है वैसे ही इसके भी Syntax and Rules होते हैं, 

जैसे मान लेते हैं हमारे पास कंपनी के Employers के नाम का कोई टेबल बना है और हम ऐसे कर्मचारियों का नाम देखना चाहते हैं जिनकी उम्र 40 साल से कम है तो इसका सिंटेक्स होगा - SELECT name from employees where age < 40 जहां पर Name एक कॉलम का नाम है और employees एक टेबल का नाम है।

Data क्या है in hindi :- आसान भाषा में इसका मतलब होता है आंकड़ा या तथ्य यानी data वह आंकड़ा, तथ्य होता है जिसमें कोई जानकारी होती है, चाहे वह लिखित हो या फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट के रूप में हो सभी data होता है,

जैसे मान लेते हैं आप एक स्टूडेंट है और आपका एडमिशन किसी कॉलेज में होता है और उस कॉलेज में जो आपका नाम, जन्म -तिथि, पढ़ाई आदि लिखा होता है वह एक data होता है, 

ऐसे ही इंटरनेट की दुनिया में आपके जितने फोटो, वीडियो आदि है तो यह भी डाटा है क्योंकि यह किसी ना किसी की जानकारी होती है।

Data कितने प्रकार के होते है :- 

  • Numerical data (संख्यात्मक data) - इसमें संख्या का प्रयोग होता है जैसे वेतन| 
  • Alphanumeric data - इसमें अंकों, अक्षरों और चिन्हों का प्रयोग किया जाता है जैसे -पता| 
  • Alphabetic data - यह अल्फाबेट के सभी शब्दों से मिलकर बनता है
  • sound data      - इसमें सभी तरह के वीडियो को शामिल किया जाता है
  • graphic data (रेखा चित्र) 
  • video data
Information क्या है :- यह अव्यवस्थित data का प्रोसेस करने के बाद प्राप्त होती है, जो व्यवस्थित होती है, प्रोसेस करने के बाद जो रिजल्ट मिलता है उसे Information कहते हैं।

RDBMS (Relational Database Management System)

RDBMS का अर्थ होता है "रिलेशनल डेटाबेस प्रबंधन सिस्टम"।  यह एक टेबल के रूप में प्रतिष्ठित होता है, जिसमें पंक्तियां और स्तंभ होते हैं। रिलेशनल मॉडल पर आधारित है, और इसे E.F Codd ने प्रस्तुत किया है।


रिलेशनल डेटाबेस निम्नलिखित घटकों से मिलकर बना होता है।


TABLE

RECORD/TUPLE

FIELD

INSTANCE

SCHEMA

KEYS


एक RDBMS एक कलिकात्मक डीबीएमएस होता है, जो डाटा की Security, Integrity, Accuracy, and Consistency को बनाए रखता है।

Application Of RDBMS

  • यह डाटा को तालिका (Table) के रूप में उपलब्ध कराता है जिसे समझना बहुत ही आसान होता है और साथ ही डाटा को बहुत आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।


  • दो या दो से अधिक टेबल के बीच में संबंध को स्थापित कर सकते हैं।


  • RDBMS मे सिस्टम फैलियर की पॉसिबिलिटी कम होती है। क्योंकि इसमें हाई क्वालिटी वाले रिलायबल रूल्स का प्रयोग किया जाता है।

Difference Between DBMS & RDBMS :


Database Management System


DBMS एक सॉफ्टवेयर है जो डेटाबेस को संगठित करने संग्रहित करने और प्रबंध करने में मदद करता है इसमें डाटा को तालिकात्मक या गैर तालिकात्मक रूप में संग्रहित किया जा सकता है।


Relational DataBase Management System


RDBMS एक DBMS का प्रकार है, जो डाटा को रिलेशन रिलेशन तालिकात्मक रूप से संग्रहित करता है। यह डाटा को तालिकात्मक संरचना में बाँटता है, जहां डाटा को अलग-अलग Column और Row में संग्रहित किया जाता है। इसके साथ RDBMS रिश्तेदार बनाने की क्षमता और विभिन्न डाटा के बीच संबंध स्थापित करने की क्षमता भी प्रदान करता है।


डेटाबेस के बारे में जानकारी(FAQs ):

Q. डेटाबेस क्यों  बनाया गया ?
A. पहले यह काम Physically रूप से होता था, जिसके कारण हम इन सब को इकट्ठा करके अपने घर, अलमारी में रखते थे, Documents को Systematic तरीके से रखना, जिससे उसे आसानी से ढूंढा जा सके|  

लेकिन अब हमें अपने काम को Physically रखने की जरूरत नहीं होती, बल्कि उसकी जगह हम कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं और इन डाक्यूमेंट्स को कंप्यूटर/मोबाइल में स्टोर करके रखा जाता है कंप्यूटर में इस डाटा को सीरियल वाइज तरीके से रखा जाता है जिसे हम डेटाबेस कहते हैं।

Q. डेटाबेस के उद्देश्य क्या है ?
A. डेटाबेस के आने से पहले सभी प्रकार का डाटा डाटा को कागज पर दर्ज किया जाता था उस समय पेपर ही हमारे लिए डेटाबेस होता था और हमारे पास सूचियां बहीखाता फाइलिंग आदि इकट्ठे होते थे जिनमें हजारों लाखों रिकॉर्ड होते थे।

जब हमें किसी विशेष डाटा की आवश्यकता होती थी तो उस समय देता कब पता लगाने में बहुत समय लगता था इसलिए इस समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस बनाया गया।

Q. डेटाबेस का उपयोग कहाँ होता है ?

A. आजकल ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन रिजर्वेशन जैसी सुविधाओं में डेटाबेस का खास इस्तेमाल होता है, जिससे इनकी सारी जानकारियां डेटाबेस में स्टोर रहती है, जिन्हें अपनी सुविधा के अनुसार एक्सेस किया जा सकता है जैसे - आप अपने बैंक अकाउंट को एक्सेस कर आवश्यक सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं।

Q. डेटाबेस का अविष्कार कब हुआ ?

A. 1960 के दशक में पहला कंप्यूटरीकृत डेटाबेस Charles Bach man ने तैयार किया था|

Q. रिलेशनल डेटाबेस को किसने बनाया

रिलेशनल मॉडल को एडगर एफ कॉड द्वारा 1970 में बनाया गया था।

Q. रिलेशनल डेटाबेस क्या है

यह एक तरह का डेटाबेस होता है जो एक दूसरे से जुड़े डेटा बिन्दुओ को इकट्ठा किया जाता है और उन तक पहूंच बनाता है, इसमें डेटा को टेबल, रिकॉर्ड व कॉलम के फॉर्म में होता है, रिलेशनल मॉडल पर आधारित होता है।

Q.रिलेशनल डेटाबेस का उपयोग

रिलेशनल डेटाबेस का यूज डेटा को सिस्टेमेटिक करने और जो महत्वपूर्ण डेटा होता है उसके बीच जो संबध होता है उसकी पहचान करने के लिये किया जाता है, जिससे जानकारी को ढूढना आसान होता है।

Q. डेटाबेस सॉफ्टवेयर कौन कौन से हैं

डेटाबेस के उदाहरण कई जिनमें से कुछ निम्न हैं-
  • वर्ड पैड
  • एमएस वर्ड
  • एमएस पॉवरपॉइंट आदि।

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