Translate

यूएनएफसीसीसी क्या है, UNFCCC full form in hindi

COP 28 जलवायु शिखर सम्मेलन दुबई में आयोजित किया गया और इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2028 में भारत में COP 33 की मेजबानी करने का प्रस्ताव भी रखा।

COP 28 में -

जीवाश्म ईंधन - इसका विचार इस बैठक में ही हुआ है और अब तक जीवाश्म ईंधन का विचार किसी कॉप की बैठक में नहीं हुआ था, इसमें 2050 तक नेटजीरो का लक्ष्य रखा गया है।

नवीकरणीय उर्जा- इसके इस्तेमाल को 3 गुना बढ़ाना।

कोयला- इसके इस्तेमाल को कम किया जाये।

मीथेन- यह कार्बनडाइ आक्साइड से ज्यादा खतरनाक है, ग्लाबल वार्मिंग के लिये, इसलिये इसको कम किया जाये।

लॉस एंड डैमेज फंड- जलवायु परिवर्तन से जो नुकसान होता है उससे किस तरह निपटा जाये।

UNFCCC in hindi :- the United Nations framework convention on climate change (जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन), UNFCCC के द्वारा जो सम्मेलन बुलाया जाता है उसे COP कहते हैं, जब पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा था, 1992 में इस पृथ्वी को बचाने के लिये पृथ्वी सम्मेलन बुलाया गया, जो रियो डी जेनेरो में हुआ इसलिये इसे रियो सम्मेलन भी कहते हैं। इसमें सबसे मुख्य काम किया गया कि एजेंडा 21 को लाया गया।

एजेंडा 21 मतलब है कि 1992 में जो सम्मेलन हुआ था, उसमें यह तय किया गया कि 21वीं सदी आने वाली है, इसके माध्यम से 21वीं सदी को बचाना, इसलिये एजेंडा 21 लाया गया।

यूएनएफसीसीसी में 197 देश शामिल हुए, जिसका मकसद है कि पृथ्वी के तापमान को 2डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं बढ़ाना, इसमें हर साल बैठक होती है, इसकी बैठक को कॉप बोलते हैं, लेकिन इसका पहली बैठक 1995 में जर्मनी में बुलायी गयी, इसी तरह यह हर साल बुलायी जाती है, 2021 में यह स्काटलैंड में बुलायी गयी, जो कि यह 26वां सम्मेलन था, इसलिये इसे COP(Conference of Parties)- 26 कहा गया। 

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था, कार्बन का नेट जीरो 2050 तक करना, भारत ने 2070 तक नेट जीरो कार्बन करने का लक्ष्य रखा है। कार्बनडाइआक्साइड उत्सर्जन सबसे ज्यादा अमेरिका करता है, फिर चीन और तीसरे नंबर पर भारत करता है। 

UNFCCC क्या है :- 1990 के रियो सम्मेलन के दौरान UNFCCC का गठन हुआ था, यह संयुक्त राष्ट्र का अंग है, 

यह अपने सचिवालय से जलवायु संबंधित कार्यों और नीतियों का संपादन करता है| 

यह हर साल UN(United Nations) के सदस्य राष्ट्र की बैठक का आयोजन करता है जिसे Conference of Parities-COP कहा जाता है।

पृष्ठभूमि : 

UNFCCC क्यों बनाया गया था ?- 

पृथ्वी के 3 घटक है - 

  1. जैविक घटक - इसमें सभी जीव शामिल होते हैं| 
  2. अजैविक घटक | 
  3. उर्जा घटक -   जैसे -  सूर्य अभिकरण।

जैविक घटक :-  इसमें जो मंडल बनता है उसे जैवमंडल कहते हैं|  

अजैविक घटक :- इसमें तीन मंडल होते हैं 1. स्थलमंडल, जैसे - पर्वत, पठार, मकान,आदि 2. वायुमंडल  2. जलमंडल | 

जहां स्थलमंडल, वायुमंडल, जलमंडल रहते हैं वहां से जैवमंडल होगा।

जैवमंडल, स्थलमंडल, वायुमंडल, जलमंडल का संतुलित रूप पर्यावरण संरक्षण कहलाता है और इनका असंतुलित रूप पर्यावरण प्रदूषण होता है।

पर्यावरण प्रदूषण से सबसे बड़ा खतरा है कि हमने कुछ ऐसी गैसों की मात्रा में वृद्धि कर दी है, जिससे पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है और इसी बढ़ते हुए औसत तापमान को हम ग्लोबल वार्मिंग कहते हैं।

इसलिए इसके पर्यावरण संरक्षण के लिए इनके बीच संतुलित रूप होना बहुत जरूरी है व हम इसके Eco System को कैसे बनाए रखें, हम पारिस्थितिकी तंत्र को कैसे बचा कर रखें, 

इसके लिए सबसे पहले 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन हुआ और इस सम्मेलन में यह निश्चय किया गया कि हर साल 5 जून को हम पर्यावरण दिवस बनाएंगे यानी पर्यावरण का संरक्षण किया जाएगा।

और स्टॉकहोम सम्मेलन के 20 साल बाद 1992 में रियो सम्मेलन हुआ रियो डी जेनेरो(ब्राजील) में हुआ इसे ही प्रथम पृथ्वी सम्मेलन कहते हैं ।


यूएनएफसीसीसी क्या है, UNFCCC full form in hindi


रियो सम्मेलन महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है :-

इसी सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन पर बहुत गहराई के साथ बातचीत की गई यानी ग्लोबल वार्मिंग के कारण जो जलवायु परिवर्तन बढ़ रहा है, 

उसे किस तरह से रोका जाए इसमें तय किया गया कि हमारा लक्ष्य सतत विकास होना चाहिए।

जैव विविधता का संरक्षण किस तरह से किया जाए और इसी में एजेंडा - 21 बनाया गया यहां 21 का मतलब 21वी शताब्दी है, इसी सम्मेलन में UNFCCC का गठन किया गया और UNFCCC 21 मार्च, 1994 को अस्तित्व में आया।

UNFCCC का उद्देश्य :-

संयुक्त राष्ट्र के निर्देशन में जलवायु परिवर्तन पर विश्व का ध्यान आकृष्ट करना व साथ ही इस संदर्भ में नीतियों का निर्माण करना |

UNFCCC अपने पक्षकारों की साल में एक बार बैठक आयोजित करना सुनिश्चित करती है,  जिसे Conference of Parties-COP कहा जाता है और जब इसकी बैठक पहली बार हुई थी उसे COP-1 कहते हैं, ऐसे ही दूसरी बैठक को COP-2 कहते हैं आदि, इसी तरह यह सिलसिला चलता रहा।

COP-1, 1995 में बर्लिन(जर्मनी) में आयोजित हुई व दूसरी COP-2 की बैठक 1996 में जिनेवा (स्विजरलैंड) में हुई| 

COP-3 1997, क्योटो(जापान) में आयोजित हुई, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्योटो प्रोटोकोल कहा जाता है और पेरिस समझौता भी इसका एक भाग है।

                              

क्लाइमेट एक्शन ट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार विश्व के सबसे बड़े जीवाश्म ईधन उत्पादन करने वाले जो देश हैं उन्होंने न तो तेल और गैस उत्पादन को सीमित किया है ना ही उन्होंने नवीकरणीय उर्जा के लिये वैश्विक लक्ष्य निर्धारित किये हैं

UNFCCC COP क्या है ? :   COP-27 के प्रमुख बिंदु :- 

COP - 27 का आयोजन शर्म अल शेख (मिस्र) में हुआ,  COP- 27 कार्रवाई करने के लिए COP-26 पर आधारित है| 

इसमें सभी जीवाश्म ईंधनों को चरणबद्वतरीके से बन्द करने का आहवान किया गया था ताकि इसके बारे में एक ठोस निर्णय को अंतिम रूप दिया जा सके।

इसका प्रमुख एजेंडा है - लोगों और इस पृथ्वी गृह के लिए ऐतिहासिक पेरिस समझौते को पूरा करने के लिए देशों के बीच नए सिरे से एकजुटता लाना।

इसमें प्रमुख बिंदु ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को तत्काल कम करना, जलवायु परिवर्तन के लिए प्रतिरोध क्षमता का निर्माण और जलवायु परिवर्तन के अपरिहार्य प्रभावों के अनुकूल होना।

विकासशील देशों में जलवायु कार्यवाही के वित्त पोषण के लिए प्रतिबद्धताओं को पूरा करना।

Conference of Parties-COP क्या है :-  यह UNFCCC का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय हैं | 

UNFCCC की स्थापना वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस सांद्रता को स्थिर करने की दिशा में काम करने के लिए की गई थी|  

COP ने अपने सदस्य राज्यों के लिए जिम्मेदारियों की एक सूची तैयार की, 

जो निम्न है:- 

जलवायु परिवर्तन के  शमन के लिए उपाय तैयार करना | 

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के अनुकूल की तैयारी से सहयोग करना | 

जलवायु परिवर्तन से संबंधित शिक्षा, प्रशिक्षण और जन जागरूकता को बढ़ावा देना| 

UNFCCC में लगभग 198 पक्ष कार देश है COP के सदस्य 1995 से हर साल बैठक कर रहे हैं।

COP सम्मलेन list : अब तक हुए COP और उनकी जानकारी :-

Conference of Parties के महत्वपूर्ण सम्मेलन कौन से है  :-

COP-1 - पहला सम्मेलन 1995 में बर्लिन में आयोजित किया गया था| 

COP-3 - 1997 में यह क्योटो (जापान) में आयोजित किया गया था, इसी सम्मेलन में क्योटो प्रोटोकॉल को अपनाया गया।

COP - 7  - 2001 में मोरक्को में स्थापित किया गया जिसमें क्योटो प्रोटोकोल में विस्तृत नियम बनाए गए |

COP- 8 - 2002 में यह नई दिल्ली (भारत) में आयोजित हुआ, COP-8 ने सभी संबंधित क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को मजबूत करने सहित कई उपाय किए, जो निम्न है -

ऊर्जा, परिवहन और अनुसंधान एवं विकास,

सतत विकास के लिए संस्थानों को मजबूत करना| 

COP -21 :- यह 2015 में पेरिस (फ्रांस) में हुआ, इसमें सभी देश पूर्व औद्योगिक स्तर की तुलना में "ग्लोबल वार्मिंग" को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित करने पर सहमत हुए।

COP - 26 :-  यह ग्लासगो( स्कॉटलैंड) में आयोजित किया गया था, इसमें भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन या कार्बन न्यूट्रल बनाने का वादा किया।

 UNFCCC के बारे में जानकारी(FAQs) :-

Q. UNFCCC full form in hindi

A. जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन|  

Q. UNFCCC का गठन कब हुआ?(UNFCCC की शुरुआत कब हुई):-

A. 1990 के रियो सम्मेलन के दौरान UNFCCC का गठन हुआ था, यह संयुक्त राष्ट्र का अंग है, UNFCCC 21 मार्च, 1994 को अस्तित्व में आया।

Q. UNFCCC में कितने देश है :-

A.  UNFCCC की 198 देशों ने कन्वेंशन की पुष्टि की है | 

Q. COP का फुल फॉर्म :-

A. COP का full form Conference of Parties है | 

Q. UNFCCC का मुख्यालय कहाँ है -

A.  UNFCCC का सचिवालय बॉन(जर्मनी) में स्थित है 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ