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Dr Bhimrao Ambedkar history in hindi : बी आर अंबेडकर का जीवन परिचय

इनका जन्म 14 अगस्त, 9891 इंदौर में हुआ यह दलित बौद्ध आंदोलन से प्रभावित हुए और समाज विभेद के खिलाफ अभियान किया था।

Statement - life should be great rather than long.

Anant Vithal known by his alies,  Dhananjay keer - 

Indian writer who wrote biography of Bal Gangadhar Tilak, BR Ambedkar, Jyotiba fule, Gandhiji.

धनंजय कीर ने कहा कि बाबा साहब दलित समुदाय के लिए बहुत बड़े नेता हैं और कोई भी उनके जैसा नेता नहीं आया और ना आएगा इस समुदाय में ऐसा कार्य करने के लिए।

बहुत व्यक्तियों ने इनकी आलोचना भी की क्योंकि यह समुदाय की बात करते थे ना कि पूरे देश की एवं इन्होंने अलग संप्रदायिक मतदाता(Separate Communal Electorate) की मांग की और यह गांधीजी के आलोचक थे एवं इन्होंने दलितों को सलाह दी कि वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का किसी भी आंदोलन से ना जोड़ें।

इन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया और  उन्होंने पूर्ण स्वराज 1919 का विरोध किया।

अरुण shoure ने अंबेडकर की आलोचना की क्योंकि इनका दृष्टिकोण आजादी के प्रति नहीं था।

बी आर अम्बेडकर :- 

  • रक्षा सलाहकार समिति( Defense Advisory Committee) ज्वाइन की।
  • Christophe jaftrelot ने अंबेडकर का बचाव किया - वह व्यक्ति जो लगातार जनता के लिए कार्य करता हो वह Anti-Social नहीं हो सकता।
  • बहुजन समाज में Untouchable, Tribal, शुद्र, minorities, कृषक वर्ग आदि शामिल थे।
  • ऋग्वेद में जाति प्रणाली(ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शुद्ध) को अंबेडकर ने पसंद नहीं किया।
  • गांधीजी ने हरिजन शब्द का प्रयोग किया अंबेडकर ने अनटचेबल को Broken Man  कहा।
  • अंबेडकर जी ने कहा गरिमा पूर्ण जीवन जीने के लिए हिंदूवाद को छोड़ दो,  
  • ये वेद और मनुस्मृति के आलोचक थे।
14 नवंबर 1956 को अंबेडकर ने हिंदूवाद को अस्वीकार किया और बौद्ध धर्म को अपना लिया था।

अम्बेडकर ने कहा हिंदू धर्म बाहर से उत्पन्न हुआ है यह हमारे देश का नहीं।

हिंदूवाद ब्राह्मणवाद है हिंदुत्व में ब्राह्मण ही सब कुछ करते हैं।

Dr Bhimrao Ambedkar history in hindi : बी आर अंबेडकर का जीवन परिचय

हिंदुवाद का सिद्धांत:

Endogamy - अपने समूह/ परंपरा/ जाति के अनुसार शादी करना जैसे ब्राह्मण, ब्राह्मण से शादी करेगा।
बीआर अंबेडकर ने इसकी आलोचना की क्योंकि कोई भी भारतीय दावा नहीं कर सकते pure blood का।
Intermixing जाति प्रणाली के उत्पन्न से पहले हुई जब तक Endogamy  खत्म नहीं होती तब तक जाति प्रणाली खत्म नहीं हो सकती।

गांधीजी वर्ण प्रणाली को समर्थन करते थे क्योंकि प्रत्येक वर्ण अपने अपने कार्य में विशेषज्ञता प्राप्त होती है एवं अंबेडकर वर्ण प्रणाली के आलोचक थे और अंबेडकर ने गांधी जी के विचारों को जाति वर्ण के प्रति एक bookish (किताबी बातें)बताया।

वर्ण प्रणाली धन से संबंधित होती है जबकि जाति प्रणाली जन्मजात होती है।

हरिजन सेवक संघ गांधी जी द्वारा स्थापित किया गया इसमें ब्राह्मणों द्वारा दलितों को सेवा करने की बात कही गई अंबेडकर जी ने कहा हरिजन सेवक संघ में दलित को प्रबंधक करने के लिए दर्जा दिया जाए जोकि गांधी जी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

गांधीजी अंबेडकर जी के आलोचक थे क्योंकि गांधीजी कन्वर्जन जैसे हिंदू से बुद्ध में कन्वर्ट को पसंद नहीं करते थे क्योंकि गांधी जी का मत था कि आप एक ही धर्म में रहे उस से प्रेम करें दूसरे धर्म को चोट ना पहुंचाएं।

अंबेडकर को गांधीजी की नीति पर विश्वास नहीं था अनटचेबिलिटी के संदर्भ में।

अंबेडकर महात्मा बुद्ध अमेरिकी दार्शनिक जॉन ड्यूई, महात्मा फुले से प्रभावित हुए।

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