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Bachelor degree in Hindi : जाने बैचलर डिग्री क्या है

बैचलर डिग्री एक ऐसी डिग्री होती है, जिसे 12वीं या डिप्लोमा के बाद किया जाता है बैचलर डिग्री बहुत सारे विषयों से किया जा सकता है बैचलर डिग्री भारत के अंदर प्रत्येक विषय के अंदर किया जा सकता है बैचलर डिग्री करने के बाद छात्र व छात्र किसी भी सरकारी व प्राइवेट नौकरी में आवेदन करने के लिए योग्य हो जाते हैं।


लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च किया करते हैं कि 12वीं के बाद कौन सी डिग्री किया जाए तो दोस्तों आज इस आर्टिकल में आपको हम बताने जा रहे हैं कि 12वीं या डिप्लोमा  के बाद कितने प्रकार की बैचलर डिग्रियां होती हैं और आप इन बैचलर डिग्री को करके क्या बन सकते हैं ?और अपने जीवन में क्या प्राप्त कर सकते हैं?


Bachelor degree in Hindi :  जाने बैचलर डिग्री क्या है


बैचलर डिग्री क्या है?


बैचलर डिग्री  वह डिग्री है जिसका डिमांड आजकल सरकारी व प्राइवेट नौकरी में किया जा रहा है  बैचलर यानी ग्रेजुएशन को करने के लिए भारत की छात्र या छात्रा को 12वीं या डिप्लोमा  उत्तीर्ण किया होना चाहिए इसके उपरांत ही कोई भी स्टूडेंट बैचलर डिग्री आर्ट्स ,साइंस इत्यादि में कर सकता है


12वीं या डिप्लोमा के बाद किया जाने वाला बैचलर डिग्रीयां  


12वीं या डिप्लोमा उत्तीर्ण करने के बाद विभिन्न प्रकार की विषयों में बैचलर डिग्री किया जा सकता है जिनमें से कुछ प्रमुख बैचलर डिग्री निम्न है


1. B.A (bachelor of Art's)

2. B.Sc (bachelor of science)

3. B.Com ( bachelor of commerce)

4. B.Tech ( Bachelor of Technology)

5. B.C.A ( Bachelor of computer Applications)

6. B.B.A ( bachelor of business administration)

7. B.E (bachelor of engineering)

8. B.Ed ( Bachelor of Education)

9. B.pharma ( bachelor of pharmacy)

10. M.B.B.S ( Bachelor of Medicine , Bachelor of Surgery)

11. B.A.M.S (bachelor of ayurvedic Medicine and surgery)

12.B.H.M.S (bachelor of homeopathy medicine and surgery)

13.B.U.M.S ( bachelor of Unani medicine and surgery)


B.A - bachelor of arts degree वे स्टूडेंट करते हैं जो 12वीं कक्षा में आर्टस की पढ़ाई किए होते हैं यह डिग्री 3 वर्ष की होती है जिसमें स्टूडेंट इतिहास, भूगोल,सामाजिक शास्त्र ,नागरिक शास्त्र राजनीतिक शास्त्र इत्यादि विषयों का अध्ययन करते हैं।


इस डिग्री को करने के बाद स्टूडेंट सरकारी व प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं तथा इस डिग्री के बाद पोस्ट ग्रेजुएट इत्यादि की पढ़ाई भी कर सकते हैं। अक्सर स्टूडेंट बी.ए. करने के बाद टीचिंग क्षेत्र में अपना करियर बनाने की कोशिश करते हैं जिसके लिए उन्हें बैचलर आफ एजुकेशन करना पड़ता है जो की B.A के बाद किया जाता है।


B.Sc- बैचलर ऑफ़ साइंस वे स्टूडेंट करते हैं जो 12वीं में साइंस की पढ़ाई किए होते हैं । यह डिग्री 3 वर्ष की होती है जिसमें स्टूडेंट भौतिक विज्ञान ,रसायन विज्ञान तथा जीव विज्ञान व कृषि विज्ञान इत्यादि का अध्ययन करते हैं ।बीएससी अलग-अलग सब्जेक्ट के अनुसार भी किया जा सकता है।इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी तथा अन्य कार्यों के लिए आवेदन करते हैं ।


इसके अलावा स्टूडेंट रिसर्च, बायोटेक्नोलॉजी तथा लैब टेक्नोलॉजी इत्यादि में अपना करियर बनाते हैं।


B.Com- Bachelor of commerce वे स्टूडेंट करते हैं जो अपनी 12वीं की पढ़ाई कॉमर्स के अंदर संपन्न करते हैं यह डिग्री 3 साल की होती है जिसमें बच्चे बैंकिंग ,फाइनेंस ,इनकम टैक्स, बिजनेस ,अकाउंटिंग इत्यादि विषयों का अध्ययन करते हैं इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट अक्सर चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंक P.O. इत्यादि नौकरियों के लिए आवेदन करते हैं इसके अलावा कुछ स्टूडेंट बैंक में नौकरी प्राप्त करते हैं तथा कुछ लोग अपनी निजी संस्था खोलकर जीएसटी व टैक्स संबंधित सर्विस प्रदान करते हैं।


B.Tech/B.E. - इस डिग्री को वे स्टूडेंट करते हैं जो 12वीं कक्षा में अपनी पढ़ाई मैथमेटिक्स से संपन्न करते हैं इस डिग्री कोर्स में एडमिसन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जिसमें रैंक के अनुसार इस डिग्री के लिए मेडिकल  कॉलेज में स्टूडेंट को सीट  प्रदान किया जाता है इस पढ़ाई को करने के लिए बच्चों को इंग्लिश का नॉलेज होना आवश्यक है क्योंकि यह पढ़ाई अंग्रेजी में संपन्न कराई जाती है


यह डिग्री 4 साल की होती है जिसको करने के बाद स्टूडेंट इंजीनियर बन जाते हैं इस डिग्री के माध्यम से स्टूडेंट सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में इंजीनियर के पोस्ट पर चयन किए जाते हैं इस डिग्री से स्टूडेंट अच्छे खासे सालाना वेतन पर चयनित होते हैं


इस डिग्री के अंतर्गत बच्चों को टेक्नोलॉजी के बारे में पढ़ाया जाता है तथा पढ़ने के साथ-साथ उन्हें टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है इस डिग्री के अध्ययन के बाद स्टूडेंट देश की आर्थिक स्थिति व प्रगति में अपना योगदान प्रदान करते हैं क्योंकि इस डिग्री को प्राप्त करने वाले स्टूडेंट इंजीनियर बनने के बाद ट्रेन, हवाई जहाज, पूल इत्यादि का निर्माण करते हैं जिससे एक देश की आर्थिक स्थिति व प्रगति होती है।


B.C.A - इस डिग्री का अध्ययन 12वीं में किसी भी विषय से पास किया हुआ स्टूडेंट कर सकता है,यह डिग्री 3 वर्ष की होती है, इस डिग्री के अंतर्गत बच्चों को कंप्यूटर के एप्लीकेशन के बारे में पढ़ाए जाते हैं इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट बैंकिंग , बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी प्राप्त करते हैं तथा इसके अलावा सरकारी सेक्टर में स्थाई रूप से नौकरी भी प्राप्त करते हैं इस डिग्री को करने के बाद स्टूडेंट पोस्ट ग्रेजुएट भी कर सकता है जिसे M.C.A कहते हैं।


B.B.A-  इस डिग्री को 12वीं  के  किसी भी विषय से उत्तीर्ण किया हुआ स्टूडेंट कर सकता है। यहोल्प डिग्री 3 वर्ष की होती है जिसमें बिजनेस से संबंधित विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती है इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद छात्र प्राइवेट कंपनियों तथा बैंक के अंदर नौकरी प्राप्त करते हैं।


B.फार्मा- इस डिग्री को 12वीं में मैथमेटिक्स व साइंस से पास हुए स्टूडेंट कर सकते हैं यह डिग्री 4 वर्ष की होती है इस डिग्री के अंतर्गत बच्चों को बीमारियों तथा बीमारियों के उपचार में उपयोग होने वाले मेडिसिन को बनाने की शिक्षा प्रदान की जाती है ,


इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट बड़ी-बड़ी फार्मा कंपनियों में फार्मासिस्ट के रूप में कार्य करते हैं तथा सरकारी विभागों में फार्मासिस्ट के रूप में चयन किए जाते हैं। इस डिग्री के आधार पर स्टूडेंट अपने निजी क्लीनिक भी चला सकते हैं इसके अलावा मेडिकल स्टोर भी खोलकर मेडिसिन को बेच  सकते हैं।


M.B.B.S.- इस डिग्री को 12वीं में बायोलॉजी से पढ़े हुए स्टूडेंट कर सकते हैं इस डिग्री कोर्स का अध्ययन करने के लिए स्टूडेंट को NEET की प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है जिसकी रैंक के आधार पर इस डिग्री में स्टूडेंट को सीट प्रदान किया जाता है यह डिग्री साढे 5 साल की होती है जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप भी सम्मिलित होती है इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट डॉक्टर बन जाते हैं जो मनुष्य का इलाज करने के साथ-साथ जानवरों का व पेड़ पौधों की भी इलाज करते हैं,


 यह डिग्री बहुत ही लोकप्रिय डिग्री है इस डिग्री को करने के बाद एक स्टूडेंट अपना खुद का हॉस्पिटल खोल सकता है तथा इसके अलावा अपने आगे की पढ़ाई जैसे मास्टर डिग्री की पढ़ाई भी कर सकते है इस डिग्री को प्राप्त करते ही स्टूडेंट सरकारी वह प्राइवेट सेक्टर में डॉक्टर की उपाधि के साथ नौकरी पा जाता है।


B.A.M.S - इस डिग्री को वे स्टूडेंट करते हैं जो अपना एडमिशन एमबीबीएस में नहीं ले पाते हैं इस डिग्री के अंतर्गत आयुर्वेद से संबंधित जड़ी बूटियां वाली मेडिसिन के बारे में अध्ययन कराया जाता है तथा छोटी  सर्जरी के बारे में भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है यह डिग्री भी एमबीबीएस की तरह ही होती है जो कि साढे 5 साल में संपन्न होती है


इसमें भी 1 साल की इंटर्नशिप अ होती है इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट डॉक्टर की उपाधि पाते हैं जो की आयुर्वेद विज्ञान के माध्यम से लोगों का तथा पशु और जानवरों का इलाज करते हैं इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में डॉक्टर के पद पर चयनित किए जाते हैं।


B.H.M.S-  यह डिग्री भी एमबीबीएस तथा बीएएमएस के समान होती है इस डिग्री को भी साढे 5 साल में संपन्न किया जाता है इस डिग्री को प्राप्त करने वाला स्टूडेंट डॉक्टर की उपाधि पाता है तथा इस डिग्री धारक वाला स्टूडेंट होम्योपैथी के माध्यम से लोगों का इलाज करता है आजकल होम्योपैथी इलाज की पद्धति की प्रचलन भी मार्केट में खूब है इस डिग्री को प्राप्त करने वाला स्टूडेंट सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में नौकरी प्राप्त करता है।


B.U.M.S - यह डिग्री भी एमबीबीएस, बीएमएस तथा बीएचएमएस के समान ही होती है इस डिग्री को प्राप्त करने वाला स्टूडेंट हकीम या डॉक्टर कहलाता है इस डिग्री को करने के लिए स्टूडेंट 12वीं में बायोलॉजी से पास होना अनिवार्य है इस डिग्री में स्टूडेंट को यूनानी मेडिसिन के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है इस डिग्री को प्राप्त करने वाला स्टूडेंट मरीज को यूनानी पद्धति के द्वारा इलाज करता है तथा छोटे सर्जरी भी करने के लिए योग्य होता है।


निष्कर्ष-


प्रचलित बैचलर डिग्रीयो के बारे में हमने आपको बता दिया है  इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपका बैचलर डिग्री को लेकर Question का उत्तर मिल चुका होगा यदि आप इससे भी ज्यादा बैचलर डिग्री के बारे में जानना चाहते हैं तो आप कमेंट में अपने question को लिखें उसका उत्तर बहुत ही जल्द हमारे आर्टिकल के माध्यम से आपको प्रदान कर दी जाएगी ।

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