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महंगाई पर निबंध : Mahgai par nibandh

वर्तमान समय में मंहगाई एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है, लेकिन आज इसकी बात करने को कोई तैयार ही नहीं है, लेकिन आज हम ‘मंहगाई पर निबंध‘ के माध्यम से मंहगाई को लेकर सभी बिन्दुओं को कवर कर रहे है-

आज मंहगाई देश की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है और हमारा देश जब से आजाद हुआ है तब से वस्तुओं में लगातार वृद्वि हो रही है, जिसमें कई वस्तुओं में तो कई गुना की वृद्वि हो चुकी है।

महंगाई पर निबंध : Mahgai par nibandh


प्रस्तावना- 

यदि मंहगाई इसी तरह बढ़ती रही तो यह हमारे देश के लिये मुश्किल पैदा कर सकता है, क्योंकि भारत में गरीबी का स्तर बहुत ज्यादा है और मंहगाई गरीबों के लिये एक बड़ी समस्या पैदा करती है।

मंहगाई की परिभाषा- 

मंहगाई का मतलब होता है, वस्तुओं की कीमतों का बढ़ना यानी किसी देश की अर्थव्यवस्था में समय के साथ साथ विभिन्न माल व वस्तुओं की कीमतों में होने वाली सामान्य बढ़ोत्तरी को मंहगाई कहते है।

मंहगाई बढ़ने के कारण-

वर्तमान समय में मंहगाई एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है, जिसमें गरीब जनता ही नहीं, मध्यम वर्ग भी इसकी चपेट में आ रहा है, जिसके कई कारण विद्मान है, जिनमे से कुछ प्रमुख निम्न हैं-

1. जनसंख्या वृद्वि- 

आज के समय में जनसंख्या वृद्वि भी एक प्रमुख समस्या बनकर रह गयी है, क्योंकि हमारे देश में जिस तरह से जनसंख्या की वृद्वि हो रही है उस तरह से फसलों या अन्य उत्पादनों की पैदावार नहीं हो पा रही है, जिसके कारण लोगों को मंहगाई की मार झेलने को पड़ रही है। 

यदि जनसंख्या वृद्वि को नहीं रोका गया, तो यह एक भयानक रूप ले सकती है, क्योंकि संसाधनों के अभाव के चलते कीमतों में बहुत तेजी के साथ वृद्वि होगी। सामान्यता जब जनसंख्या वृद्वि की वृद्वि होगी तो मांग बढ़ेगी, और तब मांग बढेगी तो कीमतें बढ़ेगी, इसलिये मंहगाई को रोकने के लिये जनसंख्या वृद्वि को रोकना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। जनसंख्या वृद्वि को रोकने के लिये शिक्षा जैसे व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है, ताकि लोग जनसंख्या वृद्वि को महत्व ना दे पाये।

2. कालाबाजारी - 

आज हमारे देश में कालाबाजारी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है, लोग क्या करते है जब सप्लाई ज्यादा होती है तो ये लोग कम दामों में माल को खरीद लेते है, और जब इनकी मांग बढ़ जाती है तो ये बेचते है जिसका नतीजा यह होता है कि इसका असर मंहगाई के रूप में सभी को देखने को मिलता है।

3. भ्रष्टाचार - 

आज भ्रष्टाचार भारत जैसे देश में बहुत बड़ी समस्या बन चुका है, आप कहीं भी चले जाओ आपको भ्रष्टाचार देखने को मिल जायेगा इन भ्रष्टाचारी लोगों की वजह से ही आज उत्पादन की किमतों में मनमानी होती है चाहे वस्तु अच्छी क्यों ना हो ये मनमानी तरीके से इसमें वृद्वि कर देते है, जिसका नतीजा यह होता है हर चीज मंहगी होने लगती है।

इन प्रमुख कारणों के अलावा अन्य तथ्य भी मंहगाई को बढ़ाने के लिये जिम्मेदार होते है, जैसे नेता, बडे-बड़े उद्योगपति, अफसर आदि ।

मंहगाई का प्रभाव-

  • जब मंहगाई बढ़ती है तो इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग निम्न और मध्यम होता है, क्योंकि जब बेसिक आवश्यकता वाली चीजें मंहगी हो जाती है तो इनका आर्थिक संतुलन बिगड़ जाता है जिसका असर इन पर बहुत ज्यादा पड़ता है, 
  • जैसे जब डीजल की कीमतों में वृद्वि होती है तो इससे इनकी दिनचर्या वाली जरूरतें मंहगी हो जाती है इस स्थिति में लोग अपनी जरूरतों की आवश्यकता को कम करके अपने घर चलाने के बारे में सोचते हैं।
  • जब किसी देश में मंहगाई होती है तो इससे गरीबी, भूखमरी, घूसखोरी आदि को बढ़ावा मिलता है और जिसका परिणाम यह होता है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ाने लगती है।
  • मंहगाई का सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब वर्ग को मिलता है।
  • इससे चोरी, ठगी आदि में बढ़ोत्तरी मिलती है व भ्रष्टाचार जैसे मुद़दों को बढ़ावा मिलता है।
  • मंहगाई से समाज में नैतिक पतन होता है, और समाज पिछड़ता जाता है, देश की प्रगति की दौड़ धीमी पड़ जाती है।

मंहगाई को रोकने के उपाये-

1. जिस तरह हमने उपर बताया है कि कालाबाजारी हमारे देश में बहुत बड़े स्तर पर हो रही है, इसको रोकने के लिये सरकार द्वारा कठोर नियम बनाये जाने चाहिए, ताकि इसको रोका जा सके।

2. सरकार द्वारा उत्पादन को सीधा ग्राहक से उत्पादनकर्ता को जोड़ा जाये ताकि जो मध्यम वर्ग भ्रष्टाचार मे लिप्त होता है मध्यम वर्ग मतलब बिचौलिये,  उसको खत्म किया जा सके, क्योंकि अकसर देखा गया है कि बिचौलिये भ्रष्टाचार करके वस्तु की कीमतों में वृद्वि कर देते हैं।

3. जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुददों में सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि आम जनता में जागरूकता बनी रहे, क्योकि जनसंख्या नियंत्रण मंहगाई को रोकने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, इससे उत्पादन की मांग कम हो जायेगी और जब मांग कम होगी तो मांग कम होगी।

4. सरकार को उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।

5. सरकार द्वारा गांवों के विकास में भी ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

6.सरकार को किसानों को उत्पादन बढ़ाने में योगदान देना चाहिए व किसानों को सस्ते मूल्य पर बीज, कृषि उपकरण आदि उपलब्ध कराने चाहिए।

7. शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना ताकि क्रिएटिविटी में बढ़ोत्तरी की जा सके और रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार को रोका जा सके।

निष्कर्ष- 

भारत एक लोकतंत्र देश है जहां पर हर किसी को आवाज उठाने का अधिकार है, वैसे मंहगाई को रोकने के लिये समय समय पर कई आंदोलन व हड़ताले हुई है लेकिन अभी तक मंहगाई को नहीं रोका गया है, इसलिये हमे इसको रोकने के लिये एकजुट आवाज उठानी चाहिए।

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