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जाने कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाएं : भारत में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के उपाय

कृषि में अगर आप उत्पादकता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं तो विभिन्न ऐसे तरीके हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना होगा और फिर आप कृषि में उत्पादकता बढ़ा सकेंगे। हमारे भारत देश में अधिकतम खेती की जाती है और अनेक व्यक्ति खेती करके ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं ऐसे में अगर उनकी उत्पादकता बढ़ जाए तो उनको एक अच्छा फायदा मिलेगा जो कि उनके जीवन जीने के तरीके को और भी बेहतर करेगा। और खेती करने वाले किसान अपनी जरूरतो को भी पूरी कर सकेंगे।


वर्तमान समय में हमारे भारत देश में छोटे गांव से लेकर बड़े शहरों तक में खेती की जाती है सबसे अधिक खेती गांव में देखने को मिलती है और अलग-अलग फसलों की खेती की जाती है। देश के विभिन्न अलग-अलग राज्यों में तापमान के अनुसार और मिट्टी के अनुसार तथा और भी अनेक बातों को ध्यान में रखकर खेती की जाती है ताकि फसल अच्छी तैयार हो सके और अच्छा मुनाफा कमाया जा सके। चलिए हम आज के सबसे महत्वपूर्ण सवाल की ओर बढ़ते हैं कि आखिर में कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाई जा सकती है।


जाने कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाएं : भारत में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के उपाय

कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाएं


विस्तार पूर्वक निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदु और उन्हें आगे विस्तार पूर्वक समझाया गया है इन्हें जान लेने के बाद में आप कृषि में उत्पादकता बढ़ाने के लिए ध्यान में अवश्य रखें और इन्हें उपयोग में ले ताकि आप भी कृषि में उत्पादकता बढ़ा सके।


1. उन्नत बीज का उपयोग करें


कृषि में उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों के द्वारा उन्नत बीजों का उपयोग किया जाना चाहिए उन्नत बीजों के उपयोग के जरिए ज्यादा उत्पादन प्राप्त होगा वही जलवायु के परिवर्तन और तापमान को अच्छे से सहन कर सकेंगे इसके अलावा भी उन्नत बीजों से अनेक फायदे होते हैं और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बीच निभाते हैं तो प्रत्येक किसान को फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए बीजों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। 


उन्नत बीजों का उपयोग किए जाने के कारण उनमें विटामिन खनिज लवण और अन्य आवश्यक पोषक तत्व अधिकतम मात्रा में पाए जा सकते है जो की बहुत ही जरूरी है।


2.  मिट्टी का परीक्षण करे


किसी भी फसल की खेती को करने के लिए मिट्टी भी अपनी एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है मिट्टी का परीक्षण किया जाना भी बहुत ही जरूरी है इससे पता चल जाता है कि आखिर में मिट्टी में किन तत्वों की कमी है। यह पता लगा लेने के बाद में उसमें उचित मात्रा में उर्वरकों को मिलना होता है। एक अच्छी फसल के लिए मिट्टी अच्छी होनी चाहिए जिसमें की उच्च कार्बन डाइऑक्साइड पदार्थ संतुलित पोषक तत्व और विवेक प्रकार के सूक्ष्मजीव अच्छी भौतिक संरचना आदी।


3. सिंचाई प्रबंधन


फसल को यदि आवश्यक मात्रा में पानी मिलता है तो ऐसी स्थिति में भी फसल के उत्पादन में वृद्धि होती है। तो फसल की आवश्यकता अनुसार फसल को पानी अवश्य मिलना चाहिए इसके लिए आपको अच्छे से पानी को लेकर व्यवस्था करनी है विशेषकर शुष्क और अर्धशुष्क क्षेत्रो में पानी को लेकर बहुत ही ध्यान रखना होता है।


सिंचाई के विभिन्न तरीके भी वर्तमान समय में मौजूद है तो उन तरीकों को उपयोग में लेकर अच्छे से सिंचाई की जा सकती है जैसे कि अंडरग्राउंड पाइप सिंचाई ड्रिप इरीगेशन सिंचाई, पारंपरिक तरीके और आधुनिक तरीके इसके अलावा भी अनेक तरीके मौजूद है।


4. किट और रोग


किट और रोग से संबंधित जानकारी सभी किसान को जरूर पता होनी चाहिए क्योंकि किट और रोग के कारण फसल की उत्पादकता कम हो सकती है फसल को भारी नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में सभी किसानों को किट और रोग के रोकथाम के तरीके पता होने चाहिए अलग-अलग प्रकार की फसलों में अलग-अलग प्रकार के कीट और रोग लगते हैं तो  जिस भी प्रकार की खेती किसान करते हैं। उसमें लगने वाले कीट और रोग की रोकथाम की जानकारी विशेषकर किसान को मालूम होनी चाहिए ताकि सही समय पर फसल को बचाया जा सके।


भारत सरकार ने विभिन्न कार्यक्रम चला रखे हैं जिसमें किट और रोग की रोकथाम से जुड़ी जानकारी दी जाती है तथा इसके अलावा भी इनसे जुड़ी हुई कुछ आवश्यक जानकारी दी जाती है तो उनमें किसानों को अवश्य भाग लेना चाहिए ताकि उन्हें जानकारी हासिल हो सके। वही भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न कृषि से संबंधित योजनाओं का लाभ भी किसानो को लेना चाहिए ताकि आप आवश्यकता अनुसार कीटनाशक दवाइयां उपयोग में ले सकें। सरकारी योजना में आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ भी ले सकते हैं।


5. कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग


फसल की पैदावार को बढ़ाने के लिए कहीं ना कहीं औद्योगिक कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी भी लाभदायक साबित हो सकती है तो ऐसे में किसानों को इसके बारे में भी सोचना चाहिए ताकि फसल की उत्पादकता बढ़ सके। जैसे की उन्नत बीज जैविक खाद सूक्ष्म सिंचाई जैविक कीटनाशक जैविक प्रौद्योगिकी कृषि मशीनरी आदि की जानकारी किसान के पास जरूर होनी चाहिए और किसानों के द्वारा इन्हें उपयोग में लिया जाना चाहिए। सूचना प्रौद्योगिकी को उपयोग में लिए जाने पर किसान मौसम का पूर्व अनुमान जान सकता है कृषि सलाहकारों की सलाह ले सकते हैं।


कृषि अनुसंधान के द्वारा तथा कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा कृषि को करने के लिए अनेक नवीनतम तकनीको को बनाया जाता है उन्हें आप उपयोग में ले। वही श्रम लागत को कम करने के लिए कृषि मशीनीकरण को उपयोग में ले इससे आपकी आय में बढ़ोतरी होगी। वही आप पूरी रणनीति बनाकर कृषि करें ताकि आपको अच्छी फसल प्राप्त हो सके और अच्छी मात्रा में फसल प्राप्त हो सके। इसके अलावा उचित समय पर फसल से संबंधित सभी आवश्यक कार्य पूरे करें इससे भी फसल में उत्पादकता बढ़ती है।


निष्कर्ष


कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाए की जानकारी में केवल आपको पांच महत्वपूर्ण बिंदु बताए गए हैं इसके अलावा भी अभी और भी अनेक महत्वपूर्ण बिंदु मौजूद है तो आज महत्वपूर्ण बिंदु पर तथा और भी अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सभी किसानों को अवश्य ध्यान देना चाहिए। कृषि में उत्पादकता कैसे बढ़ाए से संबंधित आप अपने अन्य सवाल भी पूछ सकते हैं जो भी सवाल आप कमेंट बॉक्स में पूछेंगे आपके सभी सवालों के जवाब आपको अवश्य दिए जाएंगे तो आप अवश्य अपने सवाल कमेंट बॉक्स में पूछे।


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